×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Varanasi News: बीएचयू में हास्टल के कमरे में छात्र ने फांसी लगाकर दी जान, जांच पड़ताल में जुटी पुलिस

Varanasi News: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में हिंदी साहित्य के छात्र जितेंद्र कुमार ठाकुर पुत्र सुरेंद्र कुमार ठाकुर ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया है। जितेंद्र की माता का नाम सुनीता ठाकुर है वह गृहणी है। जितेंद्र कुमार ठाकुर की उम्र लगभग 23 वर्ष बताई जा रही है।

Purushottam Singh Varanasi
Published on: 3 July 2023 10:00 PM IST
Varanasi News: बीएचयू में हास्टल के कमरे में छात्र ने फांसी लगाकर दी जान, जांच पड़ताल में जुटी पुलिस
X
बीएचयू में हास्टल के कमरे में छात्र (अजीत की फाइल फोटो ) ने फांसी लगाकर दी जान: Photo- Newstrack

Varanasi News: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में हिंदी साहित्य के छात्र जितेंद्र कुमार ठाकुर पुत्र सुरेंद्र कुमार ठाकुर ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया है। जितेंद्र की माता का नाम सुनीता ठाकुर है वह गृहणी है। जितेंद्र कुमार ठाकुर की उम्र लगभग 23 वर्ष बताई जा रही है। बिड़ला हॉस्टल सी के कमरा नंबर 321 में छात्र का शव मिला है। कमरे में जितेंद्र कुमार ठाकुर के पीठ के नीचे लैपटॉप दबी थी और वहीं, मोबाइल चौकी पर फेंका हुआ था। अजीत मध्य प्रदेश (छत्तीसगढ़) का रहने वाला था।

कला संकाय में हिंदी साहित्य का छात्र था अजीत

बताया जा रहा है कि कला संकाय में हिंदी साहित्य का छात्र था। सुसाइड की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पा रही है। साथियों ने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया। 15 मिनट तक दरवाजा नहीं खुला तो छात्रों ने खिड़की से झांका। तो देखा कि जितेंद्र कुमार ठाकुर पंखे से लटक रहा था। छात्रों ने सोचा कि जान बची होगी तो दौड़कर उसे पंखे से हटाकर चौकी पर लिटाया। इसके बाद प्रॉक्टोरियल बोर्ड को सूचित किया। मौके पर पहुंचे प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों ने पुलिस को सूचित कर दिया है। मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक विभाग की टीम जांच पड़ताल में जुट गई है।

बात-व्यवहार में काफी अच्छा था अजीत

बताया जा रहा है कि जितेंद्र कुमार ठाकुर बात-व्यवहार में काफी अच्छा था। काफी सुलझा सा था हिंदी साहित्य में दूसरे साल का छात्र था। पढ़ाई में काफी अच्छा था। मगर, फांसी क्यों लगा ली, वहां मौजूद हर किसी को यह बड़ा सवाल परेशान कर रहा था। फिलहाल पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है।



\
Purushottam Singh Varanasi

Purushottam Singh Varanasi

Next Story