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Varanasi News: आपदा में कैसे बचाएं जान, एनडीआरएफ ने दी ये जानकारी, किया पर्यावरण के प्रति जागरूक
Varanasi News: विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एनडीआरएफ के बचावकर्मियों ने पर्यावरण जागरूकता रैली का आयोजन किया। एनडीआरएफ के बचावकर्मियों ने लोगों से ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाने की अपील करते हुए उन्हें किसी आपदा में स्वयं को बचाने के कुछ प्राथमिक तरीके भी समझाए।
Varanasi News: विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एनडीआरएफ के बचावकर्मियों ने पर्यावरण जागरूकता रैली का आयोजन किया। एनडीआरएफ के बचावकर्मियों ने लोगों से ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाने की अपील करते हुए उन्हें किसी आपदा में स्वयं को बचाने के कुछ प्राथमिक तरीके भी समझाए।
लहुराबीर, आजाद पार्क से निकली जागरूकता रैली, पौधे किए वितरित
जागरूकता रैली में एनडीआरएफ के बचाव कर्मियों ने मनोज कुमार शर्मा, उपमहानिरीक्षक के दिशा निर्देशन एवं अमित कुमार सिंह, द्वितीय कमान अधिकारी के देखरेख में बढ़-चढ़कर भाग लिया। एनडीआरएफ के बचाव कर्मियों ने 39 गोरखा ट्रेनिंग सेंटर के जवानों, ग्रीनपीस नेचर फाउंडेशन सामाजिक संस्था के सदस्यों एवं अन्य संगठनों के साथ मिलकर लहुराबीर, आजाद पार्क से लेकर मैदागिन चौराहे तक पूरे जोश के साथ जागरूकता रैली निकाली। इस दौरान पर्यावरण संरक्षण हेतु पौधों का वितरण भी किया गया।
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प्लास्टिक के इस्तेमाल को कहें न
इस अवसर पर 11 एनडीआरएफ वाराणसी के द्वितीय कमान अधिकारी अमित कुमार सिंह ने अपने संबोधन में बताया कि धरती पर जीवन के लिए पर्यावरण प्रकृति का उपहार है। हमारा पर्यावरण धरती पर स्वस्थ जीवन को अस्तित्व में रखने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पर्यावरण संरक्षण वायु, जल और भूमि प्रदूषण को कम करता है। पर्यावरण संरक्षण सभी के सतत विकास के लिए एवं ग्लोबल वार्मिंग जैसे हानिकारक प्रभावों से बचाने के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। पर्यावरण के संरक्षण हेतु हम सभी को मिलकर काम करना होगा।
प्रकृति में मौजूद संसाधनों का अंधाधुंध दोहन करने से बचना होगा तथा प्लास्टिक की चीजों के इस्तेमाल से परहेज करना होगा। प्रदूषण से बचने के लिए हमें अत्यधिक पेड़ लगाने होंगे ताकि हम आने वाले पीढ़ी को एक स्वच्छ पर्यावरण दे सके। कार्यक्रम में आपदा प्रबंधन से जुड़े एक्सपर्ट्स ने लोगों को बताया कि अगर आग, बाढ़, भूकंप आदि जैसी कोई आपदा कभी उनके सामने आ जाए तो मूल मंत्र है कि घबराना नहीं है। ठंडे दिमाग से पहले स्वयं को सुरक्षित करने के उपाए करने चाहिए और दूसरों की मदद करनी चाहिए।