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कुलपति ने किया ये खास काम, कोरोनाकाल में चमका सैफई विश्वविद्यालय

सैफई 1 जूलाई अनिल कुमार पाण्डेय के द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि चिकित्सा विश्वविद्यालय सैफई के कोविड-19 कोर कमिटी द्वारा प्रगति मीटिंग के बाद सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए कोविड-19 महामारी के दौरान विश्वविद्यालय द्वारा दी जा रही बेहतरीन चिकित्सकीय सेवाओं तथा कुशल नेतृत्व के लिए डाक्टर्स डे पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 डॉ राजकुमार को कमिटी मेंबर्स द्वारा सम्मानित किया गया।

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Published on: 1 July 2020 12:32 PM GMT
कुलपति ने किया ये खास काम, कोरोनाकाल में चमका सैफई विश्वविद्यालय
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इटावा: सैफई 1 जूलाई अनिल कुमार पाण्डेय के द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि चिकित्सा विश्वविद्यालय सैफई के कोविड-19 कोर कमिटी द्वारा प्रगति मीटिंग के बाद सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए कोविड-19 महामारी के दौरान विश्वविद्यालय द्वारा दी जा रही बेहतरीन चिकित्सकीय सेवाओं तथा कुशल नेतृत्व के लिए डाक्टर्स डे पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 डॉ राजकुमार को कमिटी मेंबर्स द्वारा सम्मानित किया गया।

इस दौरान विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डा0 रमाकान्त यादव, संकायाध्यक्ष डा0 आलोक कुमार, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आदेश कुमार, अपर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसपी सिंह, ओएसडी कोविड-19 शैलेन्द्र कुमार यादव, कुलसचिव सुरेश चन्द्र शर्मा, ओएसडी जयशंकर प्रसाद आदि उपस्थित रहे।

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इस अवसर पर बोलते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 डॉ राजकुमार ने कहा कि एक चिकित्सक का कार्य कोविड-19 के दौरान बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। वर्तमान में कोविड-19 अस्पताल में लगे सभी चिकित्सक एवं हेल्थ वर्कर्स इस गंभीर जिम्मेदारी का निर्वाह पूरी तन्मयता तथा जिम्मेदारी से कर रहे हैं जिसकी बदौलत विश्वविद्यालय के कोविड-19 अस्पताल से बड़ी संख्या में कोविड पॉजिटिव मरीज ठीक होकर अपने घरों को जा रहे है जो विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को बढ़ता है।

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इस दौरान संक्षेप में डाक्टर्स डे के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स डे प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. विधान चन्द्र रॉय को श्रद्धांजलि एवं सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। डॉक्टर विधान चन्द्र रॉय पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री भी रहे। चिकित्सा जगत एवं अन्य सामाजिक कार्यो में उनके बेहतरीन योगदान को देखते हुए उन्हें 4 फरवरी 1961 को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी सम्मनित किया गया। पूरे जीवन पर्यन्त उनकी कोशिश रही कि बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधायें सामान्य जन तक पहुंचे और इसके सकारात्मक परिणाम भी आये।

रिपोर्ट- उवैश चौधरी

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