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भूख से बिलखती जनता को छोड़ लखनऊ में ये क्या कर रहे लम्भुआ के विधायक?
लाकडाउन जिंदगियां घरों में बंद हैं। गरीब और मध्यम वर्ग के आगे दो जून की रोटी का बड़ा सवाल है। सरकार हर संभव मदद दे रही है। साथ ही साथ सामाजिक लोग जरूरत की चीजें पहुंचा रहे।
सुल्तानपुर: लाकडाउन में लोग घरों में रहने को मजबूर हैं। गरीब और मध्यम वर्ग के आगे दो जून की रोटी का बड़ा सवाल है। सरकार हर संभव मदद दे रही है। साथ ही साथ सामाजिक लोग जरूरत की चीजें पहुंचा रहे।
लेकिन इन सबके बीच सुल्तानपुर के लम्भुआ से बीजेपी विधायक देवमणि द्विवेदी का वीडियो सामने आया है। जिसको लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। आरोप है कि विधायक अपने क्षेत्र की जनता को उनके हाल पर छोड़ लखनऊ में लोगों की मदद करने पहुंच गये हैं। लोगों को राशन किट बांटने का वीडियो भी वायरल हो रहा है। इस मामले में जब स्थानीय पत्रकारों ने उनसे तीखे सवालों पूछे तो विधायक बेबस बंगले झांकते नजर आए।
जानकारी के अनुसार विधायक देवमणि द्विवेदी 6 से 7 लोगों के साथ राजधानी के हजरतगंज चौराहे पर दो गाड़ियों से पहुंचे थे। उनके समर्थकों ने धूप में गरीबों मजदूरों की लाइन लगवा दी और फिर 6 से 7 राशन किट गरीबों को बांटकर वो अपनी पीठ थपथपाने में लग गए। हालांकि की लाइन में बैठे बहुत से गरीबों को राशन मिला ही नहीं।
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20 लोगों में से 5-6 लोगों को ही मिला राशन
भीड़ में खड़े मनीष कुमार से पत्रकारों ने पूछा कि किस पार्टी के विधायक आए थे ये तो मनीष को इस बारें में कुछ भी नहीं बता पाया, हां बीजेपी का झंडा लगा था उन्होंने इस बात को स्वीकारा। ये भी बताया कि 5-6 आदमी को ही राशन बांटा और वहां मौजूद 15-20 आदमी लाइन में लगे थे। एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि एक विधायक जी आए थे, उन्होंने कहा लाइन लगाओ।
आदमी ने लाइन लगाई 5-6 आदमी को बांटा बता रहे खत्म हो गई। दरोगा जी आ गए कहा यहां से जाओ दुबारा आएगी गाड़ी तब फिर आना। उनके पास दो तीन बोरी थी।
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वही जब पत्रकारों ने विधायक से सवाल किया तो उन्होंने बताया कि मोनू शर्मा हमारे मित्र हैं, समाजसेवी हैं। इधर से गुजरते हुए उन्होंने महसूस किया होगा के कुछ लोगों को योगदान करना है तो इन्होंने हमसे कहा अगर यहां पर हैं तो मैं चाहूंगा दो मिनट के लिए आईए। ऐसे में मैं आ गया। जिन्हे चिन्हित किया गया था उन्हे दिया गया है अगर उसके अलावा भी कोई आएगा तो उन्होंने कहा है वो देंगे।
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