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UP Politics: 'मोदी सरकार के लिए आईना है RSS प्रमुख का भाषण', मोहन भागवत के बहाने प्रमोद तिवारी का BJP पर हमला

Vijayadashami 2023 : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के विजयादशमी पर संबोधन पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी की प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस सांसद ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा।

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Published on: 24 Oct 2023 11:55 AM GMT (Updated on: 24 Oct 2023 12:21 PM GMT)
Vijayadashami 2023
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आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, प्रमोद तिवारी और पीएम मोदी (Social Media) 

Pramod Tiwari on Mohan Bhagwat Speech: विजयादशमी (Vijayadashami 2023) पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के संबोधन पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया आई है। कांग्रेस ने आरएसएस चीफ के बहाने बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी (MP Pramod Tiwari) ने कहा कि, 'मोहन भागवत ने मणिपुर (Mohan Bhagwat on Manipur Issue) जैसे संवेदनशील मुद्दे का जिक्र अपने भाषण में कर मोदी सरकार को आईना दिखाया है। उन्होंने कहा, ज्वलंत मुद्दों की चर्चा कर संघ प्रमुख ने इशारों-इशारों में बीजेपी सरकार के कामकाज पर ही सवाल खड़े किए हैं।'

कांग्रेस सांसद तिवारी ने कहा, 'मोहन भागवत ने भारत के विकास में पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू (Pandit Jawaharlal Nehru) से लेकर वर्तमान प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) तक के योगदान को बताया। आजादी के बाद देश की बदहाल आर्थिक स्थिति का जिक्र कर RSS चीफ ने बड़ी बात कही। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी (Pramod Tiwari on RSS) के अनुसार, संघ प्रमुख ने अपने भाषण में मणिपुर की चर्चा कर मोदी सरकार की नाकामियों की याद दिलाई। उन्होंने इशारों-इशारों में पीएम मोदी (PM Modi) को मणिपुर जाने की वकालत की।'

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'बाहरी ताकतों की दखलअंदाजी केंद्र की नाकामी'

दरअसल, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में विजयादशमी भाषण में मणिपुर मुद्दे पर अपनी बात रखी। उनके अनुसार, मोदी सरकार को पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में शांति व्यवस्था बहाल रखने के लिए और सार्थक प्रयास करने की जरूरत है। कांग्रेस सांसद ने मोहन भागवत की इसी बात को आधार बनाया। प्रमोद तिवारी ने कहा, 'संघ प्रमुख ने मणिपुर हिंसा मामले में सीमा पार की बाहरी ताकतों का जिक्र किया। उन्होंने उपद्रव फैलाने के पीछे विदेशी ताकतों की साजिश की भी आशंका जाहिर की। तिवारी ने बाहरी ताकतों की दखलअंदाजी को गंभीर विषय माना। इसे उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार की नाकामी करार दिया।'

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PM मोदी पल्ला नहीं झाड़ सकते

कांग्रेस नेता ने आगे कहा, 'सीमा की रक्षा करना और बाहरी साजिशों को हिंसा फैलाने से रोकना केंद्र सरकार की जिम्मेदारी होती है। प्रधानमंत्री मोदी (Pramod Tiwari on PM Modi) इसे स्थानीय सरकार की कानून- व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी कहकर पल्ला नहीं झाड़ सकते। उन्होंने आगे कहा, अपने भाषण में मोहन भागवत ने सीधे-सीधे पीएम मोदी का नाम नहीं लिया, मगर गृहमंत्री को मणिपुर जाने की नसीहत देकर तस्वीर साफ कर दी।'

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PM मोदी राम मंदिर लोकार्पण से रहें दूर

प्रमोद तिवारी को मोहन भागवत की बात से इंकार नहीं है। अयोध्या में रामलला के मंदिर पर बिलकुल भी राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने राम मंदिर निर्माण (Ram temple construction) का श्रेय सुप्रीम कोर्ट को दिया। कांग्रेस सांसद ने आगामी 22 जनवरी को राम मंदिर के लोकार्पण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी को शिरकत नहीं करने की नसीहत दी। तिवारी बोले, पीएम मोदी एक राजनीतिक दल की नुमाइंदगी करते हैं। इसलिए राम मंदिर का लोकार्पण कार्यक्रम राष्ट्रपति के हाथों होना चाहिए। साथ ही आरोप लगाया कि भाजपा ने हमेशा राम मंदिर के नाम पर राजनीति की।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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