×

यूपी पुलिस के निशाने पर ये टॉप बदमाश, विकास दुबे के बाद इस माफिया की आई बारी

विकास दुबे हत्या के बाद यूपी सरकार व यूपी पुलिस एक सक्रिय हो गई है। राज्य सरकार ने कानपुर कांड के बाद राज्य में ऑपरेशन क्लीन शुरू कर दिया है। मतलब  अब राज्य  के टॉप छटे हुए बदमाशों की धड़ पकड़ शुरु हो गई है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 19 July 2020 5:13 AM GMT
यूपी पुलिस के निशाने पर ये टॉप बदमाश, विकास दुबे के बाद इस माफिया की आई बारी
X

गोरखपुर: विकास दुबे हत्या के बाद यूपी सरकार व यूपी पुलिस एक सक्रिय हो गई है। राज्य सरकार ने कानपुर कांड के बाद राज्य में ऑपरेशन क्लीन शुरू कर दिया है। मतलब अब राज्य के टॉप छटे हुए बदमाशों की धड़ पकड़ शुरु हो गई है।

यहां तक की एनसीआर के नोएडा और ग्रेटर नोएडा में तो पुलिस भी एक्शन में आ गई है। भदोही से 50 हजार का इनामी बदमाश ढ़ेर कर दिया गया। वहीं सुंदर भाटी समेत अनेक अपराधियों पर शिकंजा कसा जा रहा है।

यह पढ़ें...गहलोत का फ्लोर टेस्ट! इस दिन विधानसभा सत्र बुलाने की तैयारी, साबित करेंगे बहुमत

यूपी पुलिस का शिकंजा

8 पुलिस वालों की हत्या के आरोपी विकास के एनकाउंटर के बाद पुलिस अब दूसरे माफियाओं पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। गोरखपुर पुलिस ने माफिया विनोद उपाध्याय को गिरफ्तार किया है। धमकाने के मामले में माफिया विनोद की गिरफ्तारी की गई है।गोरखनाथ थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर विनोद के खिलाफ धारा 384, 506 के तहत कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है कि शातिर विनोद उपाध्याय पर दर्ज 25 अपराधिक मुकदमें दर्ज हैं।

पुलिस के अनुसार विनोद उपध्याय खिलाफ हत्या, रंगदारी, समेत तमाम संगीन मामलों में लखनऊ, गोरखपुर, संतकबीरनगर जिले में दर्ज हैं। धमकी देने के मामले में कोतवाली थाना क्षेत्र के हुमांयुपुर दक्षिणी से आरोपी की गिरफ्तारी की गई है।

क्राइम ब्रांच और कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने ये गिरफ्तारी की है। इस मामले का खुलासा करते हुए सीओ कोतवाली वीपी सिंह ने बताया है कि माफिया विनोद उपाध्याय पर आरोप है कि उसने शहर कोतवाली इलाके में इसी जून के आखिरी सप्ताह में एक कंपनी के मैनेजर से जबरन वसूली की थी।

ये मामला

जिस पर पीड़ित मैनेजर की शिकायत पर पुलिस ने केस भी दर्ज किया था । बताया जाता है कि विनोद उपाध्याय के किसी परिचित ने शव का दाह संस्कार की मशीन 37 लाख में खरीदी थी, लेकिन बदले में सिर्फ आठ हजार रुपये ही दिया था। बाकी का पैसा मैनेजर को नहीं लौटाया जा रहा था। इसी मामले में दर्ज मुकदमें की ट्रायल में कोर्ट में विनोद के हाजिर नहीं होने पर कोर्ट ने उसके खिलाफ एनबीडब्लू जारी कर दिया था।

यह पढ़ें...नेपाल में ओली पर खतरा बरकरार, प्रचंड गुट के अड़ने से बैठक बेनतीजा समाप्त

24 से ज्यादा संगीन मुकदमे

कानपुर कांड में आठ पुलिसकर्मियों की शहादत और उसके मुख्य आरोपी विकास दुबे के के बाद यूपी पुलिस का अभियान जारी है। लखनऊ व गोरखपुर पुलिस ने शुक्रवार देर रात गोरखपुर के हिस्ट्रीशीटर विनोद उपाध्याय को पकड़ा। उसकी कहानी भी कानपुर के विकास दुबे से मिलती-जुलती है। 24 से ज्यादा संगीन मुकदमे होने के बावजूद विनोद की चाहत विधायक बनने की रही है।

उसने गोरखपुर सदर से चुनाव भी लड़ा था। विनोद के समर्थक बड़ी संख्या में नई उम्र के लड़के हैं। वह विधायक तो नहीं बन सका लेकिन अपराध के साथ राजनीति में इतनी पैठ जरूर जमा ली थी कि पुलिस उसके इशारों पर नाचने लगी। अपराधिक मुकदमे दर्ज होने के बाद भी उसने वर्ष 2001 में शाहपुर थाने से रिपोर्ट लगवाकर अपना लाइसेंसी असलहा भी हासिल कर लिया था।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story