TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

गहलोत का फ्लोर टेस्ट! इस दिन विधानसभा सत्र बुलाने की तैयारी, साबित करेंगे बहुमत

राजस्थान में सियासी संकट के बीच अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जल्द ही शक्ति परीक्षण कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान विधानसभा सत्र बुलाया जा सकता है।

Shivani
Published on: 19 July 2020 10:19 AM IST
गहलोत का फ्लोर टेस्ट!  इस दिन विधानसभा सत्र बुलाने की तैयारी, साबित करेंगे बहुमत
X

जयपुर: राजस्थान में सियासी संकट के बीच अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जल्द ही शक्ति परीक्षण कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान विधानसभा सत्र शुरू किया जा सकता है। कहा जा रहा है कि 22 जुलाई को सत्र की शुरुआत हो सकती है। इस दौरान सीएम गहलोत अपना बहुमत साबित कर सकते हैं। जानकारी के मुताबिक सीएम गहलोत ने इसके लिए शनिवार को राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाक़ात कर 103 विधायकों का समर्थन का दावा भी पेश किया है।

22 जुलाई को बुलाया जा सकता है विधानसभा का सत्र

पिछले कई दिनों से राजस्थान की राजनीति में उथल पुथल मची हुई है। गहलोत सरकार एक ओर से तो अपनी ही पार्टी के बाग़ी विधायकों और सचिन गहलोत के सख्त तेवर से चिंतित है, तो वहीं भाजपा पर भी लगातार सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगा रही है। इन्ही सब के बीच अब जानकारी मिल रही है कि बुधवार से राजस्थान विधानसभा सत्र बुलाया जा सकता है।

ये भी पढ़ेंः यूपी में लगे लाशों के ढेर: एक्सप्रेसवे से नीचे जा गिरी बस, कई मौतें-20 यात्री घायल

राज्यपाल कलराज मिश्र सीएम गहलोत ने की मुलाकात

सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने की तैयारी में हैं। उन्होंने राज्यपाल कलराज मिश्र से मिल कर अपने 103 विधायकों के समर्थन का दावा भी पेश किया है। आधिकारिक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। राज्यपाल और सीएम गहलोत के बीच हुई इस मुलाकात को राजभवन की ओर से शिष्टाचार मुलाकात बताया जा रहा है।

ये भी पढ़ेंःफोन टैपिंग मामला: गृह मंत्रालय ने राजस्थान सरकार से मांगी रिपोर्ट

20 जुलाई को कांग्रेस के बागी विधायकों की याचिका पर सुनवाई

वहीं कांग्रेस के बागी सचिन पायलट और उनके समर्थक 18 अन्य विधायकों ने राजस्थान हाईकोर्ट में उन्हें अयोग्य घोषित किए गए नोटिस के खिलाफ याचिका दायर की है। इस मामले में 20 जुलाई यानी सोमवार को सुनवाई होनी है। 21 जुलाई की शाम तक मामले में फैसला आने की संभावना के मद्देनजर 22 जुलाई को सत्र बुलाने की योजना है। कोर्ट का फैसला आने तक विधानसभा स्पीकर विधायकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकते।

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



\
Shivani

Shivani

Next Story