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इस मुस्लिम नेता ने क्यों कहा- भाजपा का हो डीएनए टेस्ट

देश व प्रदेश में लगातार हुई रेप की घटनाओं से सहमी महिलायें एवं आम होती बेरोजगारी का दर्द अभी थमा भी नहीं कि भाजपा सरकार ने ‘नागरिकता संसोधन बिल’ लाकर देश के लोगों का व संविधान का घोर अपमान किया है । उन्होंने कहा कि सरकार के तानाशाही रवैये से आम जनता क्षुब्ध हो गई है ।

SK Gautam
Published on: 13 Dec 2019 4:36 PM GMT
इस मुस्लिम नेता ने क्यों कहा- भाजपा का हो डीएनए टेस्ट
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लखनऊ: नागरिक एकता पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष मो० शमीम ने कहा कि देश का आम जन मानस सरकार के रवैये से दुखी है । कभी नोट बंदी, कभी जी०एस०टी० कभी धारा 370 का जहर । देश व प्रदेश में लगातार हुई रेप की घटनाओं से सहमी महिलायें एवं आम होती बेरोजगारी का दर्द अभी थमा भी नहीं कि भाजपा सरकार ने ‘नागरिकता संसोधन बिल’ लाकर देश के लोगों का व संविधान का घोर अपमान किया है । उन्होंने कहा कि सरकार के तानाशाही रवैये से आम जनता क्षुब्ध हो गई है ।

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नागरिकता कानून जहरीला है इसे सदन में ही रोक दिया जाना चाहिए था

इस बिल का सम्पूर्ण देश में हो रहे विरोध प्रदर्शनों को मीडीया में दिखाने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है, नागरिकता कानून का विरोध वैध है, संसद में हुआ है, सड़क पर भी हो रहा है । यह कानून देश के आमजन के लिए जहरीला है इसे सदन में ही रोक दिया जाना चाहिए था ।

सरकार के सांप्रदायिक रवैये से आज अपने ही देश में अपनी नागरिकता सिद्ध करने के लिए कागज दुरुस्त कराने में लगा हुआ है । अब न्याय पालिका को संविधान की रक्षा में अपना इकबाल दिखाना होगा ।

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कब तक यह सरकार नफरत और अज्ञानता के कमरे में बंद रखेगी

उन्होंने कहा कि कब तक यह सरकार नफरत और अज्ञानता के कमरे में बंद रखेगी । अब वो दिन आ गया है कि लोग घरों से निकलकर सड़कों पर अपनी आवाज को बुलंद करें ताकि देश के संविधान व लोगों के हक़ और अधिकार को पामाल होने से बचाया जा सके । इस विधेयक का विरोध इसलिए नहीं करना चाहिए कि यह मुसलामानों के साथ अन्याय करता है, बल्कि इसका विरोध इसलिए करना चाहिए कि यह बिल 50 वर्ष तक लड़ी गई ।

आजादी की लड़ाई और 72 साल में निर्मित हुए देश के साथ गद्दारी करता है । NRC असम में लागू की गयी थी लेकिन उसका रिजल्ट सरकार का 1600 करोड़ रूपए फूंककर भी जीरो रहा तथा लोगों के आक्रोश का सामना अलग से करना पड़ा ।

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उन्होंने कहा कि चार साल बाद अगस्त 2019 में जब अंतिम सूची आई तो मात्र 19 लाख लोग नागरिकता रजिस्टर में नहीं आ सकें इसमें से भी 14 लाख हिन्दू हैं । बाकी 5 लाख के भी कुछ रिश्तेदार भारतीय है और कुछ नहीं है।

वहां अभी केस को पूरा होने में सालभर का समय लगेगा । आम जनता सरकार की इस कार्यवाही से इतनी पीड़ीत है कि आज अपने ही देश में उसे अपनी ही नागरिकता सिद्ध करने के लिए प्रमाण-पत्र देना पड़ रहा है । मैं तो कहता हूँ कि भाजपा का सबसे पहले DNA टेस्ट हो जाय ताकि पता तो चले कौन भारतीय मूल का है और कौन विदेशी मूल का ।

SK Gautam

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