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जानिए अब यूपी में क्यों नहीं होगी विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी?

प्रदेश का स्वास्थ्य महकमा आगामी वर्षो में 70 से 80 विशेषज्ञ चिकित्सक प्रति वर्ष तैयार करेगा। प्रदेश में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन प्रदेश के 9 चिकित्सालयों को प्रशिक्षण केंद्रों के रूप में विकसित कर रहा है।

Aditya Mishra
Published on: 14 Jun 2019 2:30 PM GMT
जानिए अब यूपी में क्यों नहीं होगी विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी?
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लखनऊ: प्रदेश का स्वास्थ्य महकमा आगामी वर्षो में 70 से 80 विशेषज्ञ चिकित्सक प्रति वर्ष तैयार करेगा। प्रदेश में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन प्रदेश के 9 चिकित्सालयों को प्रशिक्षण केंद्रों के रूप में विकसित कर रहा है। जिनमें नेशनल बोर्ड ऑफ़ एग्जाॅमिनेशन के माध्यम से डिप्लोमेट आफ नेशनल बोर्ड (डीएनबी) कोर्स चलाया जा रहा है।

यूपी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक, पंकज कुमार ने बताया कि डीएनबी को पूरे देश में मान्यता प्राप्त है तथा यह अन्य मान्यता प्राप्त चिकित्सा विश्वविद्यालयों द्वारा दी जा रही एमडी, एमएस डिग्री के समकक्ष है।

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उन्होंने बताया कि इस वर्ष कुल 10 विषयों मेडिसिन, सर्जरी, एनेस्थेसियोलाजी, पीडियाट्रिक्स, आर्थोपेडिक्स, रेसपिरेटरी डिजीजस, इमरजेंसी मेडिसिन, पैथोलाजी, ईएनटी, आब्स एंड गायनी विषयों में लगभग 70 सीटों पर डीएनबी कोर्स का संचालन किया जायेगा।

मिशन निदेशक ने बताया कि शिक्षण एवं प्रशिक्षण कार्यो के गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए इन चिकित्सालयों के सम्बन्धित विभागों में सीनियर रेजीडेंटस भी रखे जा रहे है।

अतिरिक्त विशेषज्ञ चिकित्सक प्राप्त होने के साथ-साथ इस योजना के अन्तर्गत चिकित्सकीय सुविधाआंे में भी सुधार होगा। उन्होंने बताया कि यह 9 चिकित्सालय उन 22 चिकित्सालयों में से चिन्हित किये गये है जिनको मिशन अपग्रेड करने जा रहा है।

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जिसके तहत इन चिकित्सालयों को आधुनिक उपकरणों से लैस किया जायेगा। इन चिकित्सालयों में आक्समिक और गहन चिकित्सा सेवाओं के लिए हाई डिपेंडेसी यूनिट्स का भी प्राविधान किया जा रहा है।

जिन 9 चिकित्सालयों को प्रशिक्षण केंद्रों के तौर पर विकसित किया जा रहा है, उनमे डा. राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय लखनऊ, बलरामपुर चिकित्सालय लखनऊ, डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी चिकित्सालय लखनऊ, यूएचएम चिकित्सालय कानपुर नगर, टीबी सप्रु चिकित्सालय प्रयागराज, एसएस पीजी चिकित्सालय वाराणसी, पीएल शर्मा जिला चिकित्सालय मेरठ, महाराण प्रताप जिला संयुक्त चिकित्सालय बरेली और वीरांगना अवंतीबाई चिकित्सालय लखनऊ शामिल है।

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Aditya Mishra

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