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हैनीमेन की तरह हमें पूरी निष्ठा और सेवा के भाव से अपनी सेवायें देनी चाहिए:डाॅ.बीएन सिंह

त्तर प्रदेश राज्य आयुष सोसाइटी, लखनऊ के प्रांगण में होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के जनक डाॅ. सैमुअल हैनीमेन का जन्म दिन मनाया गया, जिसमें होम्योपैथी डाॅक्टर्स ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड के अध्यक्ष, डाॅ. बीएन सिंह ने बताया कि हैनीमेन ने जो खोज की है वह आज भी प्रभावकारी व कल्याणकारी है।

Dhananjay Singh
Published on: 10 April 2019 8:29 PM IST
हैनीमेन की तरह हमें पूरी निष्ठा और सेवा के भाव से अपनी सेवायें देनी चाहिए:डाॅ.बीएन सिंह
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य आयुष सोसाइटी, लखनऊ के प्रांगण में होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के जनक डाॅ. सैमुअल हैनीमेन का जन्म दिन मनाया गया, जिसमें होम्योपैथी डाॅक्टर्स ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड के अध्यक्ष, डाॅ. बीएन सिंह ने बताया कि हैनीमेन ने जो खोज की है वह आज भी प्रभावकारी व कल्याणकारी है।

उन्होंने कहा कि हैनीमेन की तरह हमें पूरी निष्ठा और सेवा के भाव से अपनी सेवायें देनी चाहिए। हम किसी भी सेवा से जुड़े हों चाहे वो शोधकर्ता हो, डाॅक्टर हो या अधिकारी हो। अपने कार्य क्षेत्र में आगे बढ़ने के उद्देश्य के साथ चलते रहना चाहिए।

विश्व होम्योपैथी दिवस

कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश राज्य आयुष सोसाइटी, लखनऊ के मिशन निदेशक आरएन बाजपेई ने बताया कि राजकीय होम्योपैथिक काॅलेज, लखनऊ व इलाहाबाद में एमडी कोर्स शुरू होने के बाद अब हमारा प्रयास है कि शोध कार्य भी काॅलेज में शुरू किया जा सके। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में कईं बीमारियां तेजी से बढ़ती जा रही है। शोध के जरिए इन बीमारियों के पनपने एवं उसके इलाज की सटीक दवाओं का पता किया जा सकता है।

उत्तर प्रदेश राज्य आयुष सोसाइटी, लखनऊ के कार्यक्रम प्रबंधक अरविन्द ने कहा कि होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति की व्यवस्थाओं में काफी सुधार किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल काॅलेज में बीएचएमएस डिग्री के लिए 300 सीटें हैं।

उत्तर प्रदेश राज्य आयुष सोसाइटी, लखनऊ के परामर्शदाता डाॅ. मीनाक्षी सिंह ने बताया कि गर्भावस्था के शुरू के तीन चरणों में कई गर्भवती महिलाओं का गर्भपात हो जाता है जिसके कई कारण होते हैं। इनका लक्षणों के आधार पर होम्योपैथिक से सफल इलाज किया जा सकता है। होम्योपैथी विधा में इसका इलाज किया जा रहा है और होम्योपैथिक चिकित्सा में ऐसी कई दवायें उपलब्ध है जिससे सामान्य प्रसव भी हो सकती है। इतना ही नहीं गर्भावस्था में मचली व उल्टी से होम्योपैथिक दवाओं से लाभ मिलता है।

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इस मौके पर आयुष मिशन के वित्त प्रबंधक जेपी सिंह, डाॅ. विजय पुष्कर, संयुक्त निदेशक, डाॅ. राजेश वर्मा, डाॅ. राजेश सिंह पटेल, यूनानी निदेशक, मो. सिकन्दर हयात सिद्दकी, डाॅ. अवधेश द्विवेदी, डाॅ. बृजेश गुप्ता, डाॅ. अब्दुल वहीद अंसारी, डाॅ. सुनील कुमार व अनुराग सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।



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