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योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई: दो IPS अफसरों के खिलाफ FIR, ये है वजह

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद विजिलेंस ने दोनों IPS अधिकारियों समेत पांच आरोपितों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम समेत अन्य धाराओं में FIR दर्ज कर ली है।

Newstrack
Published on: 23 Sep 2020 6:11 AM GMT
योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई: दो IPS अफसरों के खिलाफ FIR, ये है वजह
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योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई: दो IPS अफसरों के खिलाफ FIR, ये है वजह (social media)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद विजिलेंस ने दोनों IPS अधिकारियों समेत पांच आरोपितों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम समेत अन्य धाराओं में FIR दर्ज कर ली है। विजिलेंस के मेरठ सेक्टर के थाने में दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए है।

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दोनो अधिकारियों के खिलाफ देर रात FIR दर्ज करा दी गयी

बताया जा रहा है कि कुछ महीनों पहले नोएडा में तैनात दो IPS अफसरों अजय पाल शर्मा और IPS हिमांशु कुमार के खिलाफ कथित भ्रष्ट्राचार मामलों की जांच अब तेज हो गयी है। इन दोनो अधिकारियों के खिलाफ देर रात FIR दर्ज करा दी गयी। IPS अजय पल शर्मा और IPS हिमांशु कुमार के साथ ही कथित पत्रकार चंदन राय, स्वप्निल राय और अतुल शुक्ला का नाम भी FIR में शामिल किया गया। इसमें कुल पांच लोगों को नामजद किया है।

IPS IPS (social media)

नोएडा के एसएसपी रहते हुए वैभव कृष्ण ने पांच IPS पर गंभीर आरोप लगाए

गौरतलब है कि नोएडा के एसएसपी रहते हुए वैभव कृष्ण ने पांच IPS अधिकारियों अजय पाल शर्मा, सुधीर कुमार सिंह, राजीव नारायण मिश्रा, गणेश साहा और हिमांशु कुमार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। शुरुआती जांच में सुधीर कुमार सिंह, राजीव नारायण और गणेश साहा के खिलाफ आरोप साबित नहीं हो सके थे। पर अजय पाल और हिमांशु के खिलाफ पर्याप्त सबूत पाए गए थे, जिसके आधार पर विजिलेंस जांच की सिफारिश की गई थी। अजय पाल अभी पुलिस प्रशिक्षण स्कूल उन्नाव और हिमांशु पीएसी इटावा में तैनात हैं।

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शासन सूत्रों ने बताया

शासन सूत्रों ने बताया कि अजय पाल शर्मा पर अपनी पोस्टिंग को लेकर बिचैलियों से संपर्क करने के वायस सैपल और इसी आरोप में हिमांशु कुमार के व्हाट्सएप मैसेज के सही होने की पुष्टि हुई है।एफआईआर दर्ज होने के बाद दोनों ही आईपीएस अधिकारियों के निलंबन को लेकर जल्द ही फैसला हो सकता है। विजिलेंस ने इन दोनों अफसरों पर लगे आरोपों की जांच कर शासन से इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की सिफारिश की थी। शासन की सहमति के बाद एफआईआर दर्ज की गई है। अब जब एफआईआर हो गयी है इसलिए कहा जा रहा है कि अब दोनों ही अफसरों के निलंबन पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।

श्रीधर अग्निहोत्री

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