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बदल रहा बुंदेलखंड: योगी सरकार द्वारा करवाए गए ये महत्वपूर्ण कार्य
पर्यटन विभाग की निगरानी में यह रोप-वे पीपीपी मोड में बनाया गया है। अबतक लक्ष्मण पहाड़ी पर जाने में पर्यटकों को करीब आधा घंटा लगता है। इसके लिए 400 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं, जिसमें बुजुर्गों को काफी कठिनाई होती है। रोप-वे से यह सफर आसानी से तय किया जा सकेगा।
लखनऊ: वनवास के दौरान लंबे समय तक भगवान राम की विश्रामस्थली रही चित्रकूट में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार ने कई कार्य किए। उत्तर प्रदेश में चित्रकूट का पहला रोप-वे का निर्माण हुआ है। इसे खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता को समर्पित किया है।
पर्यटन विभाग की निगरानी में यह रोप-वे पीपीपी मोड में बनाया गया है। अबतक लक्ष्मण पहाड़ी पर जाने में पर्यटकों को करीब आधा घंटा लगता है। इसके लिए 400 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं, जिसमें बुजुर्गों को काफी कठिनाई होती है। रोप-वे से यह सफर आसानी से तय किया जा सकेगा।
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महर्षि वाल्मीकि के आश्रम के सुंदरीकरण काम जारी
उत्तर प्रदेश सरकार चित्रकूट को प्रयागराज के तर्ज पर विकसित करने का प्लान बना रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रयागराज की तरह चित्रकूट का भी कायाकल्प किया जाएगा। पर्यटन की विभिन्न योजनाओं से चित्रकूट के पौराणिक और ऐतिहासिक स्थलों के सुंदरीकरण के कार्य को राज्य सरकार आगे बढ़ाने जा रही है। राजापुर में स्थित महर्षि वाल्मीकि के आश्रम के सुंदरीकरण काम जारी है।
चित्रकूट की देवांगना हवाई पट्टी पर जल्द से जल्द विमान उतारने के लिए सरकार जरूरी कार्यवाही कर रही है। प्रदेश के हर कोने पर तेजी से विकसित होते हवाई अड्डे न केवल यूपी की छवि में इजाफा हुआ है।
महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलिज में 150 करोड़ की लागत से बना सुपर स्पेशिएलिटी ब्लॉक योगी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है। यहाँ एक ही छत के नीचे न्यूरॉलाजी, नेफ्रॉलाजी, कार्डियॉलाजी, यूरॉलाजी व प्लास्टिक सर्जरी की सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं। इसमें 150 बेड, 60 आइसीयू तथा 6 मॉडर्न ऑपरेशन थिएटर की सुविधा का लाभ बुन्देलखण्ड क्षेत्र के रोगियों को मिलेगा। प्रथम तल पर फार्मेसी विभाग के अलावा प्रत्येक ब्लॉक में 6-6 वेण्टिलेटर की व्यवस्था है। इसके अलावा 5 मंजिला इमारत में मरी़जों के लिए लिफ्ट लगी हुयी है। प्रत्येक ब्लॉक में मरी़जों को भर्ती करने की व्यवस्था की गयी है।
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बुन्देलखण्ड को दलहन व तिलहन का हब बनाया जाएगा
रानी लक्ष्मीबाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय तैयार है। यह विश्वविद्यालय बुन्देलखण्ड की खेती में परिवर्तन की इबारत लिखेगा। वैसे तो यहाँ वैज्ञानिक देशभर में कृषि आवश्यकताओं की पूर्ति पर शोध करेंगे, लेकिन अधिकांश ध्यान ऐसी फसलों पर होगा, जो बुन्देलखण्ड की धरा पर हरियाली बिखेर सके। विश्वविद्यालय का प्रयास है कि बुन्देलखण्ड को दलहन व तिलहन का हब बनाया जाए। इसके लिए कम पानी और समय में तैयार होने वाली प्रजातियों पर शोध कार्य प्रारम्भ हो गया है, तो कुपोषण से निपटने के लिए मोटे अनाज की खेती को प्रोत्साहित करने की योजना है।
ई-लाइब्रेरी पूरी दुनिया को समेट देगी
झाँसी विकास प्राधिकरण ने इलाइट-सीपरी मार्ग पर स्थित प्रदर्शनी मैदान पर अटल एकता पार्क बनाने का निर्णय लिया है। 13 करोड़ का यह प्रोजेक्ट बेहद खास होगा, क्योंकि 850 वर्ग मीटर पर यहाँ सेहत के साथ ज्ञान का संसार भी समाहित किया जाएगा। पार्क के किनारे पर दो मंजिला अटल स्मृति पुस्तकालय होगा, जिसमें लगभग 20 ह़जार पुस्तकें होंगी तो ई-लाइब्रेरी पूरी दुनिया को समेट देगी। लाइब्रेरी में मीटिंग हॉल होगा, जिसमें 70 लोगों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी। कैफेटेरिया भी होगा।
बुंदेलखंड खासकर झांसी, बांदा, हमीरपुर और चित्रकूट के लोगों की प्यास बुझाने वाली पेयजल महायोजना की शुरूआत हो चुकी है। झाँसी विकास प्राधिकरण ने उजाड़ में तब्दील हो चुके प्रदर्शनी मैदान की सूरत बदलने की बुनियाद रख दी है। नारायण बाग में परिवर्तन का पौधा फिलहाल फाइल में बो दिया गया है। उधर, दीनदयाल सभागार का नया स्वरूप अगले साल के खाते में विशेष उपलब्धि डालेगा, जबकि लक्ष्मी तालाब, आँतिया तालाब, पानी वाली धर्मशाला, दुर्ग की तलहटी में हैरिटेज गलियारा जैसी योजनाएँ महानगर की सूरत में चार चाँद लगा देंगी।
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रो़जगार के ढेरों अवसर खुलेंगे
लगभग 400 साल पुराने ऐतिहासिक दुर्ग के बाहर सड़क और दुर्ग की बाहरी दीवार के बीच काफी बड़ा क्षेत्र है, जो ऊँची-नीची पहाड़ियों से घिरा है, लेकिन उजाड़ में तब्दील हो चुका है। इस स्थान को रमणीक बनाने के लिए ़िजलाधिकारी शिवसहाय अवस्थी की पहल पर यहाँ हैरिटेज गलियारा विकसित करने की योजना है।
मोदी सरकार ने देश को 2 डिफेंस कॉरिडोर दिए। इसमें से एक की सौगात बुन्देलखण्ड की झोली में डाली गई। इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया ते़ज हो गई है। सरकार ने 430.31 करोड़ के बजट में सर्वाधिक 328 करोड़ रुपए झाँसी जनपद के लिए स्वीकृत किए, जबकि चित्रकूट को 50 करोड़ व अलीगढ़ को 52.31 करोड़ रुपए की धनराशि दी गई है। यह परियोजना जब पूरी तरह से आकार लेगी, तो युवाओं के लिए रो़जगार के ढेरों अवसर खुलेंगे।
बुन्देलखण्ड को दिल्ली से जोड़ने के लिए 6 लेन एक्सप्रेस-वे देने की घोषणा
मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पहले झाँसी दौरे में बुन्देलखण्ड को दिल्ली से जोड़ने के लिए 6 लेन एक्सप्रेस-वे देने की घोषणा की थी। सरकार ने ते़जी दिखाते हुए बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का हवाई सर्वे कराया। चित्रकूट के भरत कूप से औरया के पास आगरा हाइवे से जुड़ने वाले इस एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास प्रधानमन्त्री द्वारा किया जाएगा, जिसकी तैयारी शुरू हो गई है।
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लक्ष्मी तालाब के विकास की योजना सपा सरकार में लटकी रही, योगी सरकार बनने के बाद इसमें ते़जी आ गई है। लगभग 55 करोड़ की इस परियोजना पर एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेण्ट प्लाण्ट) का निर्माण कार्य चल रहा है, जबकि तालाब की स़फाई की गई है। जल्द यह ऐतिहासिक तालाब पर्यटकों को आकर्षित करेगा।
रामायण सर्किट को चित्रकूट से जोड़ा गया। मंदाकिनी जी के घाट और इलाकों का विकास करवाया गया है।