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Uttarakhand: सहायक इंजीनियर की परीक्षा में 9 नकलची पकड़ाए, UKPSC ने पांच साल परीक्षा देने पर लगाया प्रतिबंध
Uttarakhand News: उत्तराखंड सहायक इंजीनियर (एई) की परीक्षा में नकल का मामला सामने आया था। जिसके बाद मंगलवार को आयोग ने परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया।
Uttarakhand News: हिंदी पट्टी के राज्यों में सरकारी प्रतियोगी परीक्षाएं अक्सर विवादों में घिर जाती हैं। कभी प्रश्न पत्र लीक हो जाता है तो कभी परिणाम में गड़बड़ी कर दी जाती है। जिसके बाद पूरी परीक्षा ही रद्द कर दी जाती है। जिससे लंबे समय से तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को बड़ा धक्का लगता है। पहाड़ी राज्य उत्तराखंड भी इन समस्याओं से अछूता नहीं है।
हरिद्वारा के एसपी ने आयोग को दी सूची
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने जूनियर इंजीनियर (जेई) की परीक्षा के बाद अब उत्तराखंड सहायक इंजीनियर (एई) की परीक्षा भी रद्द कर दी है। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग इन परीक्षाओं को मिलाकर अब तक तीन परीक्षाएं रद्द कर चुका है। उत्तराखंड सहायक इंजीनियर (एई) की परीक्षा में नकल का मामला सामने आया था। जिसके बाद मंगलवार को आयोग ने परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया। हरिद्वारा के सीनियर एसपी ने आयोग को उन अभ्यर्थियों की सूची सौंपी है, जो परीक्षा में नकल कर रहे थे।
पांच साल तक परीक्षा नहीं दे पाएंगे
उत्तराखंड लोकसेवा आयोग ने संयुक्त राज्य इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा 2021 में नकल करने वाले अभ्यर्थियों के खिलाफ सख्त कदम उठाया है। परीक्षा में नकल करने वाले जिन 9 अभ्यर्थियों के खिलाफ साक्ष्य पाए गए हैं, उन्हें पांच साल तक परीक्षा देने पर प्रतिबंध लगाई गई है। UKPSC के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने बताया कि हरिद्वार एसएसपी अजय सिंह ने साक्ष्य के साथ आयोग को उन 9 अभ्यर्थियों की सूची उपलब्ध कराई है, जो परीक्षा में नकल कर रहे थे। आयोग की ओर से सूची में शामिल सभी 9 अभ्यर्थियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
पेपर लीक से बड़ी भर्ती परीक्षाएं रद्द
यह भी फैसला लिया गया कि इन अभ्यर्थियों को आने वाले पांच सालों तक किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं होगी। यानी पांच साल तक ये 9 नकलची अब किसी भी सरकारी नौकरी के लिए आयोजित भर्ती परीक्षा में नहीं बैठ सकेंगे। बता दें कि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग पेपर लीक और नकल जैसी घटनाओं के कारण अभी तक कई बड़ी भर्ती परीक्षाएं रद्द कर चुका है। जिसमें जेई, पीसीएस मुख्य परीक्षा, लेखपाल परीक्षा, सहायक लेखपाल और वन आरक्षी की परीक्षा शामिल है। पिछले साल बड़ी संख्या में उत्तराखंड के युवा इसको लेकर सड़कों पर उतरे थे और राजधानी देहरादून समेत राज्य के कई जिलों में भारी बवाल हुआ था।