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Green Card: अमेरिका में ग्रीन कार्ड की वेटिंग 90 साल, भारतीयों पर सबसे ज्यादा मार

Green Card: अमेरिका में स्थाई निवास यानी ग्रीन कार्ड बहुत से लोगों का सपना होता है। उसमें बैकलॉग खत्म होने में 90 साल लग जाएंगे।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 11 Dec 2022 10:04 AM GMT
Green Card In America
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Green Card In America। (Social Media)

Green Card: अमेरिका में स्थाई निवास यानी ग्रीन कार्ड बहुत से लोगों का सपना होता है। इस सपने को लाखों वो लोग भी बरसों से पाले हुए हैं जो अमेरिका में रह तो रहे हैं लेकिन उनको स्थायी निवास की अनुमति नहीं मिली है। ग्रीन कार्ड के लिए लाइन में लगे लाखों लोगों में सबसे ज्यादा संख्या भारतीयों की है। ये लाइन इतनी लंबी है कि बहुतेरे लोग लाइन में लगे लगे बूढ़े हो कर स्वर्ग सिधार जाएंगे लेकिन ग्रीन कार्ड हासिल नहीं हो पायेगा। जिस रफ्तार से काम हो रहा है और सालाना ग्रीन कार्ड देने का जो कोटा है उसमें बैकलॉग खत्म होने में 90 साल लग जाएंगे। ये है "अमेरिकन ड्रीम" का एक पहलू।

2021 में स्थायी निवास चाहने वालों की थी संख्या 14 लाख

इन प्रवासियों में ज्यादातर वो लोग हैं जो अमेरिका में नौकरी करने के वीज़ा (एच1बी) पर रह रहे हैं। 2021 में ऐसे स्थायी निवास चाहने वालों की संख्या 14 लाख थी। जितने ग्रीन कार्ड औसतन हर साल रोजगार आधारित अप्रवासियों को दिए जाते हैं उसका दस गुना ज्यादा लोग लाइन में होते हैं। कुशल भारतीय अप्रवासी इस बैकलॉग से सबसे अधिक पीड़ित हैं और अनुमान है कि 200,000 से अधिक आवेदक अपनी जिंदगी में ग्रीन कार्ड हासिल ही नहीं कर पाएंगे। इनके अलावा अप्रवासियों के लगभग 90,000 बच्चों - मुख्य रूप से भारतीय - को इतना लंबा इंतजार करना पड़ेगा कि वे अंततः ग्रीन कार्ड पात्रता की उम्र सीमा से बाहर निकल जाएंगे। वर्तमान कानून के तहत लंबित भारतीय अप्रवासियों में से केवल आधे को ग्रीन कार्ड प्राप्त होने की संभावना है।

सितंबर 2021 तक ग्रीन कार्ड की लगभग 3,20,000 याचिकाएं लंबित

सितंबर 2021 तक ग्रीन कार्ड की लगभग 3,20,000 याचिकाएं लंबित थीं, लगभग 875,000 स्वीकृत याचिकाएँ वार्षिक ग्रीन कार्ड सीमा के कारण प्रतीक्षा सूची में थीं, और लगभग 2,45,000 ऐसे आवेदन लंबित थे जिन्होंने ग्रीन कार्ड प्राप्त करने के लिए अपने स्टेटस के समायोजन के लिए आवेदन दायर किया था। आंकड़े बताते हैं कि रोजगार-आधारित अर्जियों में जितने स्वीकार की गईं उनमें 82 प्रतिशत ऐसे लोग थे जो भारत में पैदा हुए थे। अन्य 12 प्रतिशत चीन में पैदा हुए थे, और बाकी (5.4 प्रतिशत) अन्य देशों में पैदा हुए थे। यह असमानता प्रति देश की सीमा के कारण होती है। कानून किसी भी एक जन्मस्थान के लोगों को किसी भी वर्ष में 7 प्रतिशत से अधिक रोजगार-आधारित ग्रीन कार्ड प्राप्त करने से रोकता है। जहां रोजगार आधारित इमिग्रेंट्स के लिए ग्रीन कार्ड की लाइन इतनी लंबी है वहीं ईबी-1 (असाधारण क्षमता वाले लोग, बहुराष्ट्रीय अधिकारी और प्रबंधक, उत्कृष्ट प्रोफेसर और शोधकर्ता) केटेगरी के लिए लगभग कोई प्रतीक्षा सूची नहीं है।

लगभग तीन चौथाई (73 प्रतिशत) प्रतीक्षा सूची वाली याचिकाएँ उन्नत डिग्री या असाधारण क्षमता वाले नियोक्ता-प्रायोजित अप्रवासियों के लिए ईबी-2 श्रेणी में हैं। अन्य 16 प्रतिशत स्नातक या सहयोगी डिग्री (या अनुभव में समकक्ष) के साथ नियोक्ता-प्रायोजित आप्रवासियों के लिए ईबी-3 श्रेणी में हैं। 1 प्रतिशत से भी कम ऐसे अप्रवासी हैं जिनके पास 2 वर्ष से कम के प्रशिक्षण (ईबी-3O) की आवश्यकता वाली नौकरी की पेशकश है। ईबी-4 विशेष आप्रवासी (धार्मिक कार्यकर्ता, विभिन्न अमेरिकी सरकार-संबद्ध अप्रवासी, और परित्यक्त बच्चे) और ईबी-5 निवेशक बैकलॉग के 5 प्रतिशत में हैं। जबकि अन्य सभी श्रेणियों में 2020 से 2021 तक महत्वपूर्ण गिरावट देखी गई, ईबी-2 प्रतीक्षा सूची में केवल मुश्किल से गिरावट आई।

90 वर्षों के इंतजार का करना पड़ता सामना

ईबी-2 और ईबी-3 भारतीय आवेदक (जिनके पास मास्टर या स्नातक डिग्री है) जो इस वर्ष ग्रीन कार्ड का आवेदन दाखिल कर रहे हैं उनको लगभग 90 वर्षों के इंतजार का सामना करना पड़ता है। जाहिर है, यह असंभव रूप से लंबा इंतजार है। लगभग 215,000 याचिकाएं ग्रीन कार्ड प्राप्त करने से पहले आवेदक की मृत्यु के परिणामस्वरूप समाप्त हो जाएंगी, और इनमें से 99 प्रतिशत से अधिक मौतें भारतीय लोगों की होंगी।

रोजगार-आधारित अप्रवासियों के लगभग 90,000 बच्चे 21 वर्ष के होने पर पात्रता की उम्र लिमिट पर कर जाएंगे। केवल 21 वर्ष से कम उम्र के बच्चे ही अपने माता-पिता के आवेदन के आधार पर अर्हता प्राप्त कर सकते हैं। इनमें भी बड़े पैमाने पर भारतीय आवेदकों के बच्चे हैं। परिवारों के आवेदनों का यह लगातार अलगाव कम ग्रीन कार्ड कोटे का परिणाम है, और यह मुख्य रूप से भारतीय अप्रवासी परिवारों को प्रभावित करता है।

ग्रीन कार्ड की सीमा को पूरी तरह खत्म कर देना चाहिए: एक्सपर्ट्स

एक्सपर्ट्स का कहना है कि कांग्रेस को रोजगार आधारित अप्रवासियों के लिए ग्रीन कार्ड की सीमा को पूरी तरह खत्म कर देना चाहिए। सीमाएं किसी उद्देश्य की पूर्ति नहीं करती हैं क्योंकि लगभग सभी प्रतीक्षा सूची, नियोक्ता-प्रायोजित अप्रवासी पहले से ही अमेरिका में अस्थायी स्थितियों में काम कर रहे हैं। यदि कांग्रेस समग्र सीमाओं को खत्म करने के लिए खुद को नहीं ला सकती है, तो उसे कम से कम देश के कोटे को हटा देना चाहिए।

Deepak Kumar

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