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सऊदी अरब को झटका, 9/11 के पीड़ितों से जुड़े बिल की राह हुई आसान

Rishi
Published on: 17 May 2016 11:26 PM GMT
सऊदी अरब को झटका, 9/11 के पीड़ितों से जुड़े बिल की राह हुई आसान
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वॉशिंगटनः अमेरिका में साल 2001 की 11 सितंबर को हुए भीषण आतंकी हमले के पीड़ितों से जुड़े बिल की राह आसान होती दिख रही है। बिल के प्रारूप को अमेरिकी संसद की सीनेट ने पास कर दिया। अब 'द जस्टिस अगेंस्ट स्पॉन्सर्स ऑफ टेररिज्म एक्ट (जेएएसटीए)' का प्रारूप पास होने के लिए हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में जाएगा। बिल पास होने पर 9/11 के पीड़ित सऊदी अरब के खिलाफ हर्जाने का दावा कर सकेंगे।

क्या है बिल के प्रावधान?

-बिल में कहा गया है कि इसके पास होने पर सऊदी शासकों के खिलाफ हर्जाने का दावा किया जा सकेगा।

-बिल पास होने पर सऊदी शासक परिवार के सदस्य दायरे में आ जाएंगे।

-9/11 हमलों में शामिल रहे सऊदी शाह परिवार के सदस्य इससे संकट में आ जाएंगे।

सऊदी अरब ने बिल पास न करने के लिए दी थी धमकी

-सऊदी अरब ने कहा था कि ये बिल पास नहीं होने देना चाहिए।

-अपने देश में अमेरिकी संपत्ति जब्त करने की धमकी दी थी।

-सऊदी शासकों ने 9/11 हमलों में शामिल होने से इनकार किया था।

-ओबामा ने सऊदी धमकी के बाद बिल को वीटो करने का एलान किया था।

क्या हुआ था 11 सितंबर 2001 को?

-इस तारीख को अमेरिका पर अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ था।

-ओसामा बिन लादेन के अल कायदा ने हमला कराया था।

-वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन पर विमानों से हमले किए गए थे।

-19 विमान हाईजैकरों में से 15 सऊदी अरब के थे।

-आतंकी हमलों में करीब तीन हजार लोगों की मौत हुई थी।

सऊदी शासक परिवार के सदस्य पर आरोप

-पिछले साल अमेरिका की कैद में आतंकी जकारिया मुसावी ने किया था दावा।

-सऊदी राजकुमार पर आतंकी हमलों की फंडिंग का लगाया था आरोप।

-9/11 हमलों में सऊदी राजकुमार का हाथ बताया था।

-इसके बाद ही ये निजी बिल अमेरिकी संसद में पेश किया गया।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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