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ड्रैगन ने तालिबान सरकार गठन में आर्थिक मदद का दिया भरोसा, प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने दी जानकारी

तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा कि तालिबान के राजनीतिक ऑफिस के डिप्टी डायरेक्टर अब्दुल सलाम हनफी ने चीन के विदेश राज्य मंत्री वू जिआनघाओ के साथ फोन पर बातचीत की है।

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Newstrack NetworkPublished By Deepak Kumar
Published on: 3 Sept 2021 9:52 AM IST
Taliban and China negotiate financial help new government Afghanistan
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तालिबान। (Social Media)

Afghanistan: अफगानिस्तान पर कब्जे तालिबान ने अपनी नई सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसी के साथ अब तालिबान (Taliban) अलग-अलग देशों से संपर्क साध रहा है। बीते दिन को तालिबान के नेताओं ने चीन के विदेश राज्य मंत्री से बात की। चीन ने तालिबान को काबुल (Kabul) में एम्बेसी चालू रखने और आर्थिक मदद देने का भरोसा दिया है।

तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन द्वारा ट्वीट कर इसकी जानकारी दी गई। जानकारी के मुताबिक कहा कि तालिबान के राजनीतिक ऑफिस के डिप्टी डायरेक्टर अब्दुल सलाम हनफी ने चीन के विदेश राज्य मंत्री वू जिआनघाओ के साथ फोन पर बातचीत की है। दोनों के बीच अफगानिस्तान-चीन के रिश्तों को लेकर बात की गई।

इस बातचीत में चीन की ओर से भरोसा दिया गया है कि वह काबुल में अपनी एम्बेसी चालू रखेगा। चीन का कहना है कि अफगानिस्तान इस क्षेत्र के विकास और सुरक्षा के लिए अहम भूमिका निभा सकता है। चीन इसी के साथ अफगानिस्तान में अपनी ओर से मदद को बढ़ाएगा, कोरोना संकट को लेकर भी चीन की ओर से मदद दी जाएगी।

लगातार तालिबान के संपर्क में चीन और पाकिस्तान

आपको बता दें कि चीन उन देशों में शामिल है, जिसने तालिबान से सबसे शुरुआती वक्त में बात की थी और दुनिया से अफगानिस्तान के साथ रिश्ते बनाए रखने को कहा था। चीन पहले भी जरूरत पड़ने पर अफगानिस्तान को आर्थिक मदद देने का वादा कर चुका है, तालिबान के काबुल पर कब्जे से पहले ही चीनी विदेश मंत्री ने तालिबान के नेताओं से मुलाकात की थी।

चीन- पाकिस्तान की तालिबान से दोस्ती पैदा कर सकती नई मुश्किल

एक तरफ चीन और दूसरी तरफ पाकिस्तान लगातार तालिबान के साथ खड़े हैं। पाकिस्तान की ओर से बयान दिया जा चुका है कि वह ही तालिबान के संरक्षक हैं और तालिबान कह चुका है कि पाकिस्तान उनका दूसरा घर है। तालिबान-पाकिस्तान और चीन की ये दोस्ती दुनिया के लिए नई मुश्किल पैदा कर सकती है। चीन पहले भी कई मौकों पर पाकिस्तान समर्थित आतंकियों का बचाव करता आया है।



Deepak Kumar

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