×

Afghanistan Taliban News: अफगानिस्तान में लाखों बच्चों पर जान का खतरा, यहां स्थिति बहुत ही खराब

Afghanistan Taliban News: अफगानिस्तान में बच्चे एक गंभीर वास्तविक स्थिति का सामना करने के लिए मजबूर हैं। इस पर यूनिसेफ ने कहा है अफगानिस्तान में लाखों बच्चों को मानवीय सहायता की सख्त जरूरत है।

Network
Newstrack NetworkPublished By Vidushi Mishra
Published on: 25 Aug 2021 9:59 PM IST
Afghanistan
X

अफगानिस्तान में बच्चों पर बड़ा खतरा (फोटो- सोशल मीडिया)

Read more: https://www.amarujala.com/world/afghanistan-crisis-children-are-in-danger-10-million-children-may-be-victims-of-starvation?src=top-lead-home-5

Afghanistan Taliban News: अफगानिस्तान में तालिबान के कहर से जूझ रही आवाम के हालात हद से बुरे हो गए हैं। यहां बच्चे एक गंभीर वास्तविक स्थिति का सामना करने के लिए मजबूर हैं। इस पर यूनिसेफ ने कहा है अफगानिस्तान में लाखों बच्चों को मानवीय सहायता की सख्त जरूरत है। ये बच्चे पहले से कोरोना महामारी संकट के बुरे हालातों से गुजर रहे थे और अब ऐसे में तालिबान के शासन के बाद सहायता देने वाली एजेंसियों के देश छोड़ने के कारण उनकी मुश्किलें पहले से कई गुना बढ़ गई हैं।

क्रुर तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा करके मिल रही सारी विदेशी सहायताओं पर रोक लगा दी है। विश्व बैंक ने अफगानिस्तान को दी जाने वाली सहायता राशि और करोड़ों की फंडिंग पर मनाही लगा दी है।

हालात हद से ज्यादा खराब

बता दें, विश्व बैंक ने सन् 2002 से अब तक अफगानिस्तान पर 5.3 बिलियन डॉलर खर्च किया है और 27 परियोजनाएं चल रही हैं। बीते सप्ताह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने तालिबान को कोई सहायता देने से पूरी तरह से मना कर दिया है। इन हालातों में अमेरिका और उसके पश्चिमी सहयोगी अफगानिस्तान से सैनिकों को वापस निकाल रहे हैं।

फोटो- सोशल मीडिया

इस गंभीर हालातों में वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के कार्यालय का भी कहना है कि अफगानिस्तान की आबादी 39 मिलियन है जिसमें 14 मिलियन लोगों के सामने भोजन का गंभीर संकट खड़ा हो गया है। अफगानिस्तान तीन सालों में दूसरी बार सूखे का भी सामना कर रहा है, इससे हालात और खराब हो रहे हैं।

साथ ही यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक हेनरीटा फोर का कहना है हमारा अनुमान है कि आने वाले महीनों में गंभीर सूखे और पानी की कमी, विनाशकारी सामाजिक आर्थिक परिणामों और सर्दियों की शुरुआत के बीच बच्चों और महिलाओं की मानवीय ज़रूरतें बढ़ेंगी। हम तालिबान और अन्य पक्षों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं कि वे यूनिसेफ और हमारे सहयोगियों को जरूरतमंद बच्चों तक पहुंचने के लिए सुरक्षा प्रदान करे जिससे हम मुक्त होकर उनके पास पहुंच सके।

वहीं यूनिसेफ का कहना है कि अफगानिस्तान में जो कुछ भी हो रहा है, इस सबका खामियाजा पूरी तरह से बच्चों को उठाना पड़ेगा। ऐसे में इस साल करीब दस लाख बच्चों के कुपोषित होने की भी संभावना है। जिसके चलते खतरा यह है कि भोजन और इलाज के बिना उनकी जान जा सकती है। अफगानिस्तान में बच्चों की स्थिति बहुत ही खराब है।




Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

Next Story