Afghanistan vs Taliban: रूस का अफगानिस्तान को शरण देने से इनकार, पुतिन ने कहा- हम इस शांति को खोना नहीं चाहते

रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने अफगानिस्तान के नागरिकों को अपने देश में शरण देने से इंकार किया है। उन्होंने अपने बयान में कहा है कि 'हम नहीं चाहते कि अफगानिस्तान के आतंकी शरणार्थियों की आड़ में हमारे देश में घुसें।

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Newstrack NetworkPublished By Shashi kant gautam
Published on: 22 Aug 2021 5:17 PM GMT (Updated on: 22 Aug 2021 5:20 PM GMT)
Afghanistan vs Taliban: रूस का अफगानिस्तान को शरण देने से इनकार, पुतिन ने कहा- हम इस शांति को खोना नहीं चाहते
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Afghanistan vs Taliban: अफगानिस्तान में तालिबानियों का कब्ज़ा बढ़ता जा रहा है। सुरक्षित शरण के लिए अफगानी नागरिक दूसरे देशों की शरण ले रहे हैं। इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने अफगानिस्तान के नागरिकों को अपने देश में शरण देने से इंकार किया है। उन्होंने अपने बयान में कहा है कि 'हम नहीं चाहते कि अफगानिस्तान के आतंकी शरणार्थियों की आड़ में हमारे देश में घुसें। हम ये सब पहले भी झेल चुके हैं। इसलिए अब हम पुरानी बातों को दोहराना नहीं चाहते। हम पश्चिमी देशों के अपने सहयोगियों के साथ अफगानिस्तान में स्थिरता के लिए काम करेंगे लेकिन वहां के लोगों को अपने देश में शरण नहीं दे सकते।'

रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने रविवार को यूनाइटेड रूस पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को संबोधित किया इस दौरान उन्होंने कहा कि 'बात केवल अफगानिस्तान की नहीं है। हम अफगानिस्तान या किसी भी जगह के मिलिटेंट को अपने देश में नहीं चाहते हैं।'

फोटो- सोशल मीडिया

शरणार्थियों को बसाकर हम इस शांति को खोना नहीं चाहते-पुतिन

पुतिन ने कहा कि '1990 से 2000 के दशक वाले हालात फिर से नहीं दोहराना चाहते। असल में उस समय हम उत्तर काकेशस में लड़ रहे थे और शरणार्थियों की आड़ में काफी मिलिटेंट देश में घुस आए थे। जिन्होंने देश में काफी आतंक मचाया था। अब वैसा ही नजारा हम अफगानिस्तान (Afghanistan) में देख रहे हैं। हमारे देश में फिलहाल शांति है। शरणार्थियों को बसाकर हम इस शांति को खोना नहीं चाहते।'

सीरिया में भी अफगानिस्तान वाले हालात नहीं पैदा होने देंगे-पुतिन

रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि 'हम सीरिया में क्यों कार्रवाई कर रहे हैं। हम नहीं चाहते कि सीरिया में भी अफगानिस्तान वाले हालात पैदा हो जाएं और वह आतंकियों की नर्सरी बन जाए।' उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इस मसले पर विदेश मंत्रालय आगे भी कुशलता से निपटता रहेगा। उन्होंने संसद में सहयोग देने के लिए विपक्षी पार्टियों का आभार जताया।

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