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Earthquake in Cuba: तूफान के बाद अब क्यूबा में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 6.8 रही तीव्रता
Earthquake in Cuba: भूकंप का केंद्र क्यूबा से लगभग 25 मील (40 किमी) दक्षिण में बार्टोलोमे मासो में स्थित था। झटके महसूस होते ही लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल कर सड़कों पर आ गए।
Earthquake in Cuba: तूफान के बाद पूर्वी क्यूबा में रविवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.8 मापी गई है। भूकंप का झटका महसूस होते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। लोगों में भूकंप के कारण दहशत फैल गया और वे काफी डर गए। संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस भूकंप का केंद्र बार्टोलोमे मासो था जो क्यूबा से लगभग 25 मील (40 किमी) दक्षिण में स्थित था। भूकंप के झटके क्यूबा के पूर्वी हिस्से में महसूस किए गए। जिसमें सैंटियागो डे क्यूबा जैसे बड़े शहर भी शामिल थे। फिलहाल भूकंप से जान माल की कोई अभी तत्काल रिपोर्ट नहीं है।
क्यूबा के दूसरे सबसे बड़े शहर सैंटियागो के लोग उस समय दहशत में आ गए जब यहां भूकंप के झटके महसूस किए। इससे लोग सदमें में आ गए। जानकारी के अनुसार भूकंप आने के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल कर सड़कों पर आ गए। लोगों में काफी दहशत है। बताया जा रहा है कि भूकंप के बाद कम से कम दो झटके महसूस किए गए। लेकिन इस दौरान किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है।
राफेल ने पश्चिमी क्यूबा को किया तबाह
क्यूबा एक ओर जहां तूफान राफेल और ब्लैकआउट से परेशान था तो वहीं भूकंप ने इस देश की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। बुधवार को, श्रेणी 3 तूफान राफेल ने पश्चिमी क्यूबा को पूरी तरह से तबाह कर दिया था, जिसके बाद तेज हवाओं का दौर शुरू हुआ जिससे पूरे द्वीप में बिजली गुल हो गई। तूफान के कारण सैकड़ों घर नष्ट हो गए और हजारों लोगों को अपना घर खाली करने को मजबूर होना पड़ा। इससे यहां के लोगों की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं। वहीं तूफान के बाद अब भूकंप ने तबाही मचा दिया है। कुछ दिनों बाद भी, अभी भी द्वीप के अधिकांश भाग में बिजली सप्लाई की व्यवस्था सही नहीं हुई है। लोग बिना बिजली के बिना रहने को मजबूर हैं। .
पूरा द्वीप ब्लैकआउट से प्रभावित
यही नहीं कुछ हफ्ते पहले अक्टूबर में भी पूरा द्वीप कई दिनों तक चले ब्लैकआउट से प्रभावित रहा था। उसके कुछ ही समय बाद क्यूबा शक्तिशाली तूफान की चपेट में आ गया, जिसने द्वीप के पूर्वी हिस्से को बुरी तरह से प्रभावित किया और कम से कम छह लोगों की जान ले ली। उधर, ब्लैकआउट को लेकर लोगों में काफी असंतोष है।