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भारतीय स्टूडेंट्स को राहत: पढ़ाई पूरी करने के लिए चीन लौटने की मिली इजाजत
China : चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन का कहना है कि, 'उन भारतीय छात्रों के लिए जो पढ़ाई के लिए चीन वापस लौटने को लेकर चिंतित हैं, हमारा देश उन्हें अहमियत देता है।
Indian Students in China : कोरोना महामारी की वजह से जिन भारतीय छात्रों की पढ़ाई बीते दो सालों से अटकी हुई थी, और भविष्य को लेकर चिंतित थे उनके लिए राहत भरी खबर आई ही। दरअसल, चीन ने कोरोना महामारी (Covid- 19) के कारण वीजा (Visa) और उड़ान संबंधी पाबंदियों में राहत दी है। जिसके बाद करीब दो साल से फंसे भारतीय छात्रों (Indian students) को अब वापस चीन (China) लौटने की इजाजत मिल गई है। चीन ने शुक्रवार को ये घोषणा की।
चीन के इस घोषणा के बाद चीनी विश्वविद्यालयों (Chinese universities) में पढ़ने वाले हजारों भारतीय छात्रों को राहत मिली है। इस बारे में भारतीय दूतावास का कहना है, कि चीन लौटने के इच्छुक भारतीय छात्र 8 मई 2022 तक मिशन की वेबसाइट पर 'गूगल फॉर्म' (Google Forms) भरकर आवश्यक जानकारी उपलब्ध करवा दें।
भारतीय छात्रों को राहत
चीन के इस फैसले के बाद दो साल से अपने भविष्य को लेकर संशय में फंसे भारतीय छात्रों को राहत मिली है। इस बारे में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन का कहना है कि, 'उन भारतीय छात्रों के लिए जो पढ़ाई के लिए चीन वापस लौटने को लेकर चिंतित हैं, हमारा देश उन्हें अहमियत देता है। हमने अन्य देशों के स्टूडेंट्स के चीन लौटने की प्रक्रिया तथा अनुभवों को भारतीय पक्षों से साझा किया है।' चीनी प्रवक्ता कहते हैं, 'भारतीय छात्रों की वापसी के लिए हमारे देश ने काम शुरू कर दिया है। भारतीय पक्ष को केवल उन छात्रों की सूची सौंपनी है, जिन्हें वास्तव में चीन वापस आने की जरूरत है।'
कुछ भारतीय स्टूडेंट्स को वापस बुलाने को तैयार
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने अपने वक्तव्य में कहा, कि 'चीन में भारी संख्या में भारतीय छात्र पढ़ाई करते हैं। संभव है कि भारत को ऐसे स्टूडेंट्स की जानकारी जुटाने में कुछ समय लग सकता है। झाओ लिजियन आगे कहते हैं, 'चीन कोरोना महामारी की जटिल स्थिति के बीच कुछ भारतीय स्टूडेंट्स को वापस बुलाने के लिए तैयार है। अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए चीन लौटने वाले विदेशी छात्रों के संदर्भ में हमें अंतरराष्ट्रीय महामारी की स्थिति तथा उभरती परिस्थितियों को ध्यान में रखना होगा। साथ ही, यह नियम सभी विदेशी छात्रों पर समान रूप से लागू होगा।'
करीब 23,000 भारतीय छात्र पढ़ते हैं चीन में
गौरतलब है कि, इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स मुताबिक 23,000 से अधिक भारतीय छात्रों जिनमें से अधिकतर चीनी कॉलेजों (chinese colleges) में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं, श लौटने के बाद भारत में ही फंस गए हैं। बता दें, ये छात्र 2019 के दिसंबर महीने में चीन में कोरोना वायरस (coronavirus) के संक्रमण के बाद ही अपने देश लौट आये थे। दरअसल, चीनी सरकार की तरफ से लगाई गई पाबंदियों की वजह से वो चीन वापस नहीं लौट पाए थे।
भारतीय विदेश मंत्री के चीनी समकक्ष से हुई बातचीत
इस संबंध में भारतीय दूतावास (Indian Embassy) ने बताया, कि 'बीते 25 मार्च 2022 को भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) की चीन के विदेश मंत्री वांग यी (wang yi) के साथ बैठक के बाद, चीनी पक्ष ने भारतीय छात्रों की वापसी को आसान बनाने पर विचार करने की इच्छा जताई थी।' जिसमें कहा गया, 'भारतीय दूतावास को ऐसे छात्रों की एक लिस्ट तैयार करनी है, जो पढ़ाई के लिए चीन वापस जाना चाहते हैं।'
छात्रों के लिस्ट होंगे वेरीफाई
एक बयान में कहा गया है, कि यह जानकारी चीनी पक्ष के साथ शेयर की जाएगी। जिसके बाद लिस्ट को वेरीफाई (verify) करने के लिए संबंधित चीनी विभागों (Chinese departments) से सलाह-मशविरा करेंगे। साथ ही, जानकारी भी देंगे कि क्या ये छात्र सिलेबस (syllabus) पूरा करने के लिए चीन की यात्रा कर सकते हैं अथवा नहीं। बता दें कि, इसमें ये भी कहा गया है कि यह समन्वय प्रक्रिया (coordination process) समयबद्ध तरीके से पूरी होगी।