गलवान घाटी पर भारत-चीन के बीच हुआ समझौता, पुरानी जगह पर वापस लौटेंगी दोनों सेनाएं

India-China Agreement: साल 2022 से गलवान घाटी में चल रहे विवाद को लेकर आज भारत-चीन देशों के बीच समझौता हो गया।

Sonali kesarwani
Published on: 22 Oct 2024 9:13 AM GMT (Updated on: 22 Oct 2024 9:30 AM GMT)
India-China Agreement
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India-China Agreement (social media) 

India-China Agreement: भारत और चीन के बीच लम्बे समय से लद्दाख की गलवान घाटी को लेकर विवाद चल रहा था। लेकिन अब भारत और चीन के बीच इस मुद्दे को लेकर समझौता बन गया है। चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से आज यानी मंगलवार के दिन आधिकारिक तौर पर पुष्टि कर दी है कि एलएसी पर सैन्य गतिरोध खत्म करने को लेकर साझा सहमति बन गई है। चीन के विदेश मंत्रालय के विशिष्ठ प्रवक्ता लिन जियान की तरफ से यह भी कहा गया कि भारत और चीन गलवान सीमा को लेकर पिछले कुछ समय से राजनयिक और सैन्य दोनों स्तरों पर लगातार बातचीत कर रहे हैं। और अब जाके भारत और चीन के बीच एलएसी पर 2020 से जारी गतिरोध खत्म हो गया है।

पुरानी जगह पर वापस लौटेंगी दोनों सेनाएं

चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से किये गए पुष्टि के बाद अब पूर्वी लद्दाख में अब दोनों सेनाएं पुरानी जगह पर लौटेंगी। बता दें कि इससे पहले सोमवार को भारतीय विदेश सचिव ने भी इसका ऐलान किया था। चीनी प्रवक्ता की तरफ से कहा गया कि इस समझौते के बाद भारत-चीन मिलकर काम करेंगे। आपको बता दें कि भारत-चीन के बीच रिश्ते काफी लम्बे समय से ख़राब चल रहे थे। लेकिन अब सोमवार के बाद से दोनों देशों के बीच थोड़ी नरमी देखी गई है। अब दोनों देशों के बीच विवादित पेट्रोलिंग प्वॉइंट्स पर समझौता हो गया है। इस समझौते के मुताबिक भारतीय सेना यहां फिर से पेट्रोलिंग शुरू कर सकेगी।

ब्रिक्स सम्मलेन में हो सकती है दोनों देशों की बात

भारत-चीन के बीच हुए समझौते के बाद मीडिया रिपोर्ट्स का ऐसा मानना है कि ब्रिक्स सम्मलेन के दौरान चीन और भारत के बीच द्विपक्षीय वार्ता हो सकती है। अभी तक दोनों के बात न करने की सबसे बड़ी वजह जो सामने आ रही थी वो गलवान घाटी का सीमा विवाद ही था। लेकिन चीनी विदेश मंत्रालय की तरफ से समझौते के आधिकारिक बयान के बाद इनके रिश्तों में थोड़ी नरमाहट आई है।


गलवान घाटी में 2020 में क्या हुआ था

गलवान घाटी में 15-16 जून 2020 की रात भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच एलएसी पर हिंसक झड़प हो गई थी। इस झड़प में भारत ने अपने एक कमांडर समेत 20 सैनिक खो दिए थे। हालाकिं इस झड़प में चीन के कितने सैनिक मरे थे इस बार का स्पष्टीकरण उनकी तरफ से नहीं दिया गया था। लेकिन जब भारत ने यह बयान दिया कि उस लड़ाई में चीन के कई सैनिक मरे है तब चीन ने बयान जारी करते हुए बताया कि हमारे सिर्फ 4 सैनिक गलवान में मारे गए थे।

Sonali kesarwani

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Content Writer

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