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यूक्रेन पर अमेरिका के तेवर और कड़े, हमला करने पर रूस में आर्थिक तबाही की चेतावनी, दोनों देशों की बैठक में आज फिर होगी चर्चा

America warns Russia: अमेरिका की ओर से यूक्रेन में की जा रही शांति की पहल का अभी तक रूस की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है।

Anshuman Tiwari
Report Anshuman TiwariPublished By Ragini Sinha
Published on: 10 Jan 2022 7:13 AM GMT
America warns Russia
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यूक्रेन पर अमेरिका के तेवर और कड़े, हमला करने पर रूस में आर्थिक तबाही की चेतावनी (Social media)

America Warns Russia : यूक्रेन (Ukraine) में रूस (Russia) के दखल के खिलाफ अमेरिका (america) ने अपने तेवर काफी कड़े कर लिए हैं। अमेरिका के बाइडन प्रशासन (America president joe biden) की ओर से रूस को यूक्रेन में हमले के खिलाफ कड़ी चेतावनी (America warns Russia) जारी की गई है। अमेरिका ने साफ तौर पर चेतावनी दी है कि यूक्रेन (Ukraine par hamla kiya toh hoga nuksa) पर हमला करने की स्थिति में रूस को आर्थिक दृष्टि (Arthik tangi) से पूरी तरह तबाह कर दिया जाएगा। वैसे अमेरिका की ओर से यूक्रेन में तनाव कम करने के लिए की जा रही पहल पर रूस ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं जताई है।

अमेरिका अपने रुख पर अड़ा हुआ है

यूक्रेन को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। जिनेवा में आज अमेरिका और रूस के शीर्ष कूटनीतिक अधिकारियों की बैठक होनी है और माना जा रहा है कि इस बैठक के दौरान भी यूक्रेन के मुद्दे पर ही ज्यादा चर्चा होगी। वैसे अमेरिका अपने रुख पर अड़ा हुआ है और उसका साफ तौर पर कहना है कि रूस को यूक्रेन से अपने कदम वापस खींचने ही होंगे और इस मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता।

यूक्रेन में रूस का दखल बर्दाश्त नहीं

यूक्रेन के मुद्दे पर अमेरिका तनिक भी नरम रवैया अपनाने को तैयार नहीं है। बाइडन प्रशासन के अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि यूक्रेन में रूस का दखल किसी भी सूरत पर मंजूर नहीं होगा। यदि रूस की ओर से इस दिशा में कदम बढ़ाया गया तो उसकी आर्थिक नाकेबंदी की जाएगी। अमेरिका ने रूस की सरकारी संस्थानों पर कड़े प्रतिबंध लगाने की खुली चेतावनी दी है। अमेरिका का कहना है कि पूरी दुनिया में रूस की आर्थिक घेराबंदी की जाएगी और उसकी आर्थिक स्थिति को पूरी तरह तबाह कर दिया जाएगा।

रूस में कई उद्योग धंधे पूरी तरह ठप हो सकते हैं

माना जा रहा है कि अमेरिका के कड़े तेवर से रूस में कई उद्योग धंधे पूरी तरह ठप हो सकते हैं। अमेरिका की ओर से ऊर्जा और उपभोक्ता वस्तुओं के निर्यात पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जा सकता है। इसके साथ ही सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट के निर्यात पर भी रोक लग सकती है। अमेरिका के कड़े रुख से रूस के कई उद्योगों को बड़ी चोट पहुंच सकती है।

रूस ने अभी तक नहीं दिया जवाब

अमेरिका की ओर से यूक्रेन में की जा रही शांति की पहल का अभी तक रूस की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है। माना जा रहा है कि रूस हालात का मूल्यांकन करने की कोशिश में जुटा हुआ है। अमेरिका की ओर से रूस से यूक्रेन में सैन्य उपस्थिति कम करने का अनुरोध किया गया था मगर उसने अभी तक इस दिशा में भी कोई कदम नहीं उठाया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी जिद्दी रवैये के माने जाते हैं और इस कारण अमेरिका और रूस के बीच टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है।

यूरोप में ताकत बढ़ाएगा अमेरिका

दूसरी ओर अमेरिका भी अपने रुख पर अड़ा हुआ है। अमेरिका के बाइडन प्रशासन का कहना है कि यूक्रेन के मुद्दे पर रूस को अपना आक्रामक रवैया छोड़ना ही होगा। अमेरिकी प्रशासन की ओर से यह भी साफ कर दिया गया है कि यदि रूस ने अपना रवैया नहीं बदला तो अमेरिका यूरोप में अपनी रणनीतिक उपस्थिति में इजाफा करेगा। यदि रूस ने यूक्रेन के मुद्दे पर अमेरिका की बात मान ली तो अमेरिका की ओर से यूक्रेन में मिसाइलों की तैनाती कम की जा सकती है। इस बीच सबकी नजर आज जिनेवा में होने वाली दोनों देशों के शीर्ष अधिकारियों की बैठक पर लगी है। इस बैठक के दौरान दोनों देशों में तनाव कम करने की उपायों पर चर्चा होने की उम्मीद है।

Ragini Sinha

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