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Pakistan: इमरान पर हमले ने दिलाई बेनजीर भुट्टो पर हुई गोलीबारी की याद, ..पुराने पैटर्न पर तो नहीं पाकिस्तान!
Pakistan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्रियों पर पूर्व में भी हमले हुए हैं। इमरान का मामला पहला नहीं है। हां, इस हमले बेनजीर भुट्टो की हत्या की याद जरूर दिला दी।
Imran Khan News: पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Attack on Imran Khan) पर गुरुवार (03 नवंबर 2022) को जानलेवा हमला हुआ। इस गोलीबारी में इमरान खान सहित 9 लोग जख्मी हुए। जबकि, एक शख्स की जान चली गई। पुलिस ने इमरान की रैली में फायरिंग करने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया। घायल इमरान खान का इलाज लाहौर के अस्पताल में चल रहा है। इमरान पर हुए इस हमले ने पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की ऐसी ही एक रैली में हत्या की याद ताजा कर गई।
गौरतलब है कि, पाकिस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या (Benazir Bhutto Assassination) 27 दिसंबर 2007 की शाम को हुई थी। बेनजीर की मौत को करीब 15 साल बीत गए। मगर, पाकिस्तान की कोई भी सरकार और सिस्टम अब तक हत्यारों को सजा नहीं दिला पाई। भुट्टो की हत्या का मामला अभी भी लाहौर हाईकोर्ट में लंबित है। इस हत्याकांड से जुड़े कई सवाल भी जस के तस हैं। आखिर, बेनजीर भुट्टो की हत्या क्यों हुई थी? इसके पीछे किसका हाथ था? आज भी सवाल अनुत्तरित हैं।
ऐसे हुई थी बेनजीर की हत्या
पाकिस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो किसी भी मुस्लिम देश की कमान संभालने वाली पहली महिला थीं। उनके पिता जुल्फिकार अली भुट्टो भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे थे। लंबे समय तक सत्ता से दूर रहने के बाद बेनजीर पाकिस्तान लौटी थीं। वो अपने नए राजनीतिक सफर के लिए कोशिशों में जुटी थीं। 27 दिसंबर 2007 की शाम बेनजीर रावलपिंडी से एक चुनावी रैली संबोधित कर लौट रही थीं। अचानक हमलावर बेनजीर की कार के पास आया और गोलियां चला दी। इस जानलेवा हमले के बाद हमलावर ने खुद को भी उड़ा लिया। इस हमले में भुट्टो सहित उनकी पार्टी के 20 कार्यकर्ताओं की मौत हो गई थी। जबकि, 71 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे।
तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के प्रयास में जुटी थीं भुट्टो
बेनजीर भुट्टो दो बार पाकिस्तान की प्रधानमंत्री चुनी गई थीं। पहली बार वर्ष 1988 से 1990 तक और दूसरी बार साल 1993 से 1996 तक उन्होंने भारत के पड़ोसी मुल्क की कमान संभाली थी। बता दें, बेनजीर भुट्टो अपनी मौत के समय तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के लिए प्रचार अभियान में जुटी थीं।
जुल्फिकार अली भुट्टो को हुई थी फांसी
बेनजीर के पिता और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो की मौत भी असमय ही हुई थी। अभी से 43 साल पहले 04 अप्रैल, 1979 को उन्हें फांसी पर लटका दिया गया था। तब उन पर हत्या के षड्यंत्र में शामिल होने का आरोप लगा था। कोर्ट ने उन्हें हत्या मामले में गुनहगार पाया और फांसी की सजा दे दी। हालांकि, अब तक यही माना जाता रहा है कि भुट्टो को दी गई फांसी सियासी साजिश थी। उन्हें तब के सैन्य तानाशाह जिया उल हक साजिशन फंसाया था।
..पुराने पैटर्न पर पाकिस्तान !
इमरान खान पर आज के हमले को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्रियों की मौत से जोड़कर देखा जा रहा है। लोगों के मन में ये सवाल उठने लगे हैं कि कहीं उसी पैटर्न पर तो एक और पाक पीएम को 'हलाल' करने की कोशिश तो नहीं है? हालांकि, हमले के बाद इमरान खान की इस घटना पर पहली प्रतिक्रिया आयी। उन्होंने कहा, कि अल्लाह ने उन्हें नई जिंदगी बख्शी है। अल्लाह ने मुझे ये दूसरी जिंदगी दी है। इंशाल्लाह मैं फिर वापसी करूंगा और लड़ाई जारी रखूंगा। बता दें कि, इमरान खान को तोशखाना मामले में दोषी पाया गया है। इसी के विरोध में आज उन्होंने 'आजादी मार्च' निकाली थी।