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Ayman al-Zawahiri: लादेन के बाद मारा गया खूंखार आतंकी अल जवाहिरी, फिर अमेरिका से कांपा पूरा आतंकी संगठन
Ayman al-Zawahiri: अमेरिका ने 2011 में अलकायदा के संस्थापक और आतंकी सरगना ओसामा बिन लादेन को भी मार गिराया था। जवाहिरी के सिर पर 30 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित था।
Ayman al-Zawahiri: आतंकवाद के खिलाफ जंग में अमेरिका ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए अलकायदा के सरगना अयमान अल जवाहिरी को ड्रोन हमले में मार गिराया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस बाबत ट्वीट करते हुए दुनिया को इस बड़ी कामयाबी की जानकारी दी है। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए की ओर से की गई इस कार्रवाई से आतंकवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है।
अमेरिका ने 2011 में अलकायदा के संस्थापक और आतंकी सरगना ओसामा बिन लादेन को भी मार गिराया था। जवाहिरी के सिर पर 30 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित था। अमेरिका में 2001 में हुए बड़े आतंकी हमले में अल जवाहिरी भी शामिल था। इस हमले में तीन हजार लोगों की मौत हो गई थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने दी जानकारी
अलकायदा का सरगना अल जवाहिरी अफगानिस्तान में छिपा हुआ था और वहीं से अपने आतंकी संगठन का संचालन कर रहा था। अमेरिका काफी दिनों से अल जवाहिरी के पीछे पड़ा हुआ था और आखिरकार अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए को जवाहरी को मार गिराने में कामयाबी मिल गई। अमेरिकी राष्ट्रपति ने अल जवाहिरी को मारे जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि मेरे निर्देश पर शनिवार को अफगानिस्तान के काबुल में सफलता के साथ ड्रोन स्ट्राइक की गई जिसमें अलकायदा का सरगना अल जवाहिरी मार गिराया गया।
उन्होंने कहा कि अब न्याय मिल गया है। जानकारों का कहना है कि अमेरिका की ओर से किए गए इस ड्रोन हमले में कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ है मगर आतंकवादी सरगना को मार गिराने में कामयाबी मिल गई है।
2001 में हुए हमले में था शामिल
ओसामा बिन लादेन के बाद अल जवाहिरी को दुनिया में आतंकवाद के सबसे बड़े चेहरों में गिना जाता था। अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए बड़े आतंकी हमले में अल जवाहिरी भी शामिल था। उसने हमले में इस्तेमाल किए गए विमानों को हाईजैक करने में मदद की थी। इस हमले के दौरान दो विमान वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से टकरा गए थे जबकि तीसरे विमान के जरिए अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन को निशाना बनाया गया था।
हमले में एक और विमान शामिल था मगर वह खेत में क्रैश हो गया था। यह दिन अमेरिकी इतिहास में काला दिन माना जाता है क्योंकि इस हमले के दौरान 3000 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले के बाद बड़ा ऑपरेशन करते हुए अमेरिका ने अलकायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। अब अमेरिका ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए अलकायदा का मौजूदा समय में संचालन करने वाले अल जवाहिरी को भी मार गिराया है।
कोई अन्य नागरिक हताहत नहीं हुआ
अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के एक वरिष्ठ अफसर ने इस बाबत जानकारी देते हुए बताया कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चलाया है और यह ऑपरेशन पूरी तरह कामयाब रहा है। इस ऑपरेशन के दौरान अल जवाहिरी को मारने में कामयाबी मिली मगर कोई अन्य नागरिक हताहत नहीं हुआ है। आतंकी संगठन तालिबान की ओर से अल जवाहिरी को शरण दी गई थी और वह अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में है एक गोपनीय ठिकाने पर छिप कर रहा रहा था।
अमेरिका की ओर से लंबे समय से अल जवाहिरी को मारने की कोशिश की जा रही थी और आखिरकार अमेरिका अपनी कोशिशों में कामयाब हो गया। तालिबान की ओर से भी अमेरिका के इस हमले की पुष्टि की गई है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने इस हमले की पुष्टि करने के साथ ही अमेरिकी हमले की तीखी निंदा की और कहा कि यह हमला अंतर्राष्ट्रीय सिद्धांतों का पूरी तरह उल्लंघन है।
बाइडन के कार्यकाल में बड़ी कामयाबी
अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल नफीस ताकोर ने भी अमेरिका की ओर से किए गए इस हमले की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि शेरपुर में एक घर को रॉकेट हमले में निशाना बनाया गया मगर घर पूरी तरह खाली था। हाल में अल जवाहिरी की मौत की कई बार आपको वाह उड़ी मगर बाद में जवाहिरी ने वीडियो जारी करके अपने जिंदा होने की पुष्टि की थी। उसके बारे में यह भी जानकारी मिली थी कि वह लंबे समय से बीमार चल रहा था।
तालिबान ने पिछले साल अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था मगर तालिबान की ओर से अल जवाहिरी को शरण मिली हुई थी और वह आराम से काबुल में ही छिप कर रह रहा था। अब अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ बड़ी चोट करते हुए अल जवाहिरी को मार गिराने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। ओसामा बिन लादेन को मार गिराए जाने के समय बराक ओबामा अमेरिका के राष्ट्रपति थे और अब बाइडेघन के कार्यकाल में अमेरिका ने यह बड़ी कामयाबी हासिल की है