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बांग्लादेशी हराएंगे कोरोना को, दूंढ लिया है इन्होंने सटीक इलाज

देश के प्रमुख प्राइवेट संस्थान बांग्लादेश मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (BMCH) के मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रमुख डॉ. मोहम्मद तारेक आलम ने कहा है कि पहले से मौजूद दो दवाओं का कॉम्बिनेशन इस्तेमाल किया गया।

SK Gautam
Published on: 18 May 2020 7:10 PM IST
बांग्लादेशी हराएंगे कोरोना को, दूंढ लिया है इन्होंने सटीक इलाज
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नई दिल्ली: कोरोना से विश्व के सारे देश परेशान हैं। तो वहीं दूसरी तरफ इसके इलाज के लिए टीका भी खोजने में लगे हुए हैं। बांग्लादेश की एक मेडिकल टीम ने दावा किया है कि उन्होंने कोरोना वायरस की दवा को लेकर रिसर्च की है और उन्हें सफलता भी मिल गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टरों का कहना है कि दो दवाओं के कॉम्बिनेशन से कोरोना मरीज तेजी से ठीक हो रहे हैं।

बताया जा रहा है कि बांग्लादेश की जिस मेडिकल टीम ने कोरोना की दवा ढूंढने का दावा किया है उसमें देश के जाने-माने फिजिशियन शामिल हैं। देश के प्रमुख प्राइवेट संस्थान बांग्लादेश मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (BMCH) के मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रमुख डॉ. मोहम्मद तारेक आलम ने कहा है कि पहले से मौजूद दो दवाओं का कॉम्बिनेशन इस्तेमाल किया गया।

ये हैं उन दवाओं का नाम

डॉ. आलम ने कहा कि कोरोना के 60 मरीजों को दवाओं का कॉम्बिनेशन दिया गया तो सभी मरीज ठीक हो गए। आलम बांग्लादेश के प्रतिष्ठित डॉक्टर हैं। उन्होंने कहा कि मरीजों को Ivermectin और Doxycycline नाम की दवा दी गईं। Doxycycline एंटीबायोटिक है, जबकि Ivermectin दवा Antiprotozoal मेडिसिन के तौर पर यूज की जाती है।

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डॉ। आलम ने कहा कि उनकी टीम ने इन दोनों दवा का इस्तेमाल सिर्फ कोरोना मरीजों के लिए किया। इन मरीजों में शुरुआत में ही सांस लेने संबंधी समस्याएं थीं और जांच में इनके रिजल्ट कोरोना पॉजिटिव आए थे। बता दें कि बांग्लादेश में कोरोना के 22 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 320 से अधिक लोगों की मौतें हो चुकी हैं।

मरीजों के आधे लक्षण 3 दिन में ही गायब हो गए

बांग्लादेश मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (BMCH) के मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रमुख डॉ। मोहम्मद तारेक आलम ने कहा कि दवा इतनी प्रभावी रही कि बीमार मरीज 4 दिन में ठीक हो गए। मरीजों के आधे लक्षण 3 दिन में ही गायब हो गए थे। उन्होंने यह भी कहा कि दवा का कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला।

डॉ. मोहम्मद तारेक आलम ने कहा कि वे दवा के प्रभावी होने को लेकर 100 फीसदी उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी अधिकारियों से भी दवा को लेकर बात की गई है ताकि अंतरराष्ट्रीय प्रक्रिया अपनाते हुए दुनिया को कोरोना वायरस के इलाज की जानकारी दी जा सके।

डॉ. आलम ने कहा कि उनकी टीम रिसर्च पेपर तैयार कर रही है जिसे इंटरनेशनल जर्नल में प्रकाशित किया जाएगा। इसके बाद बांग्लादेश के डॉक्टरों के रिसर्च का रिव्यू दुनियाभर के डॉक्टर कर सकेंगे।

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दुनिया के कई देश जुटे हैं वैक्सीन बनाने में

कोरोना को खत्म करने के लिए कई देश जोर शोर से काम कर रहे हैं। इटली, इजरायल, ब्रिटेन, अमेरिका, चीन सहित कई देश वैक्सीन बनाने के काम में जुटे हैं। दुनियाभर में एक साथ कई वैक्सीन पर काम चल रहा है। इटली और इजरायल ने हाल ही में दावा किया था कि उन्हें एंटीबॉडी तैयार करने में सफलता मिली है।

हालांकि, एंटीबॉडी तैयार करने के बाद भी वैक्सीन को सफल करार देने के लिए कई तरह के टेस्ट और ट्रायल की जरूरत होती है। खासकर वैक्सीन के सुरक्षित होने की जांच भी की जाती है। इसके बाद ही आम लोगों पर इस्तेमाल की मंजूरी मिलती है।



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