Biden Putin Meeting: बेनतीजा रही बिडेन-पुतिन मुलाकात, रूस का अड़ियल रुख अभी भी बरकरार

Biden Putin Meeting: पुतिन ने एलेक्स नवलनी, यूक्रेन की पूर्वी सीमा के पास रूसी सेना की उपस्थिति और साइबर अटैक को लेकर अमेरिकी चिंताओं को खारिज कर दिया।

Network
Newstrack NetworkPublished By Vidushi Mishra
Published on: 17 Jun 2021 6:00 AM GMT
Biden-Putin meeting inconclusive, Russias adamant stand intact
X

बिडेन पुतिन(फोटो- सोशल मीडिया)

Biden Putin Meeting: रूस और अमेरिका के राष्ट्रपतियों की मुलाकात पर दुनियाभर की निगाहें थीं। दोनों देशों के बीच हाल के महीनों में लगातार तनाव रहा है, सो आशंकाएं और संभावनाएं बहुत थीं। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। बातचीत में कोई ठोस प्रस्ताव नहीं आये और महामारी तथा चीन की दादागीरी के परिप्रेक्ष्य में रत्ती भर बात नहीं हुई।

जिस तरह रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने बाद में मीडिया को संबोधित किया उससे साफ है कि दोनों देशों के बीच तनातनी कम होती नजर नहीं आ रही है।

स्विट्जरलैंड में एक झील के किनारे हुई इस शिखर बैठक के बाद दोनों राष्ट्रपतियों ने अलग-अलग प्रेस कांफ्रेंस की गईं, जिससे बातचीत की सफलता पर संदेह होता है। इसके विपरीत 2018 में जब पुतिन और डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हुई थी तो दोनों नेताओं के चेहरे पर एक अलग ही उत्साह नजर आया था और दोनों बाद में एक साथ मंच पर आए थे। बहरहाल, बिडेन और पुतिन की बैठक 5 घंटे से ज्यादा समय तक चलने की उम्मीद व्यक्त की गई थी लेकिन ये चार घण्टे में ही सिमट गई।

अपने रुख पर कायम रहे पुतिन

सबसे पहले पुतिन ने बैठक के बारे में पत्रकारों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बैठक रचनात्मक रही और दोनों नेताओं की एक-दूसरे को समझने की इच्छा को दर्शाती है। पुतिन ने कहा, 'अमेरिका के साथ रिश्तों में सुधार होगा यह कहना मुश्किल है, लेकिन आशा की एक किरण नजर आई है।

पुतिन ने एलेक्स नवलनी, यूक्रेन की पूर्वी सीमा के पास रूसी सेना की उपस्थिति और साइबर अटैक को लेकर अमेरिकी चिंताओं को खारिज कर दिया। पुतिन ने कहा कि नवलनी ने कानून की अनदेखी की थी और उन्हें पता था कि अगर वह जर्मनी से रूस लौट आए तो क्या होगा। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि अमेरिका के दबाव के बावजूद वह नवलनी को रिहा नहीं करेंगे।

रूसी राष्ट्रपति ने अमेरिका पर ही दोहरा रवैया रखने का आरोप लगाया और कहा कि वह रूस के अंदरूनी मामलों में दखल देना चाहता है। उन्होंने 6 जनवरी को अमेरिका के कैपिटल हिल पर चढ़ाई करने वालों का भी यह कहते हुए बचाव किया कि उनकी चिंताएं जायज थीं। पुतिन ने साफ कहा कि वे मानवाधिकारों पर (अमेरिका से) भाषण नहीं सुनेंगे।

फोटो- सोशल मीडिया)

बिडेन ने खरी खरी सुनाई

इसके तुरंत बाद बिडेन मीडिया से मुखातिब हुए।उन्होंने कहा कि उन्होंने पुतिन को बताया कि उनका एजेंडा रूस के खिलाफ नहीं बल्कि अपने लोगों की सुरक्षा के लिए है। रूस के विपक्षी नेता एलेक्‍सी नवलनी के सवाल पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यदि नवलनी को जेल में कुछ होता है तो इसके भयानक परिणाम होंगे।

बहरहाल, दोनों नेता साइबर सुरक्षा पर परामर्श करने के लिए सहमत हो गए। इसके अलावा, अमेरिका और रूस के राजदूतों की वापसी के साथ ही कैदियों की अदला-बदली को लेकर भी दोनों में समझौता हो सकता है। हथियारों को नियंत्रित करने को लेकर भी बातचीत हुई।

साझा बयान

मुलाकात के बाद दोनों पक्षों ने एक साझा बयान भी जारी किया जिसके केंद्र में परमाणु अप्रसार का मु्द्द था। बयान में कहा गया कि परमाणु युद्ध कभी नहीं जीते जा सकते और कभी नहीं होने चाहिए। दोनों नेताओं ने कहा कि निकट भविष्य में अमेरिका और रूस 'रणनीतिक स्थिरता विमर्श शुरू करेंगे जो गहन और सुविचारित होगा।

Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

Next Story