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मजार में हिंसक झड़प: बवाल के बीच चले लात-घूंसे, कई बुरी तरह जख्मी
पाकिस्तान के सिंध प्रांत से बड़ी खबर आ रही है। यहां एक मजार को बंद करने को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया।
नई दिल्ली। पाकिस्तान के सिंध प्रांत से बड़ी खबर आ रही है। यहां एक मजार को बंद करने को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया। जिसके बाद विवाद में हिंसक झड़प हो गई। इस हिंसक घटना में पुलिसकर्मियों सहित ५० लोग बुरी तरह से घायल हो गए। असल में कोरोनावायरस के प्रतिबंधों के चलते अधिकारियों ने मजार को बंद करने का निर्णय लिया था। लेकिन मजार को बंद करने के निर्णय का विरोध कर रहे श्रद्धालुओं और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गई। वहीं अधिकारियों ने प्रांत के शहवान में स्थित लाल शहबाज कलंदर मजार (Lal Shahbaz Qalandar shrine) के बाहर पैरामिलिट्री जवानों को तैनात कर दिया गया।
सभी मजार बंद
सिंध प्रांत में बृहस्पतिवार रात हुई इस हिंसक झड़प के पीछे की वजह प्रांतीय सरकार का एक फैसला है। ऐसे में सिंध सरकार ने ऐलान किया है कि ये कोरोनावायरस को रोकने के लिए प्रांत के सभी मजारों को बंद करेगी। जिसके बाद शहवान में स्थित इस मजार के उर्स में शामिल होने आए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने सरकार के आदेश की अवहेलना करते हुए मजार के अंदर घुसने का प्रयास किया।
ऐसे में मजार के पास मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि सूफी संत लाल शहबाज कलंदर के 769वें उर्स के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचे। इस बीच पुलिसकर्मियों ने श्रद्धालुओं को पीछे धकेलने का प्रयास किया, जोकि विवाद की वजह बना।
दोनों पक्षों की तरफ से लात-घूसें चले
इसके बाद श्रद्धालुओं और पुलिसकर्मियों के बीच हिंसक झड़प शुरू हो गई। वहीं दोनों पक्षों की तरफ से लात-घूसें चलने लगे, जिसमें 40 श्रद्धालु और सात पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। फिर इन सभी लोगों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।
इस बारे में जमशोरो उपायुक्त कैप्टन फरीदुद्दीन मुस्तफा ने कहा कि कई श्रद्धालु सिंध से बाहर से आए थे। ये लोग शहवान और उसके आस-पास के इलाकों में रह रहे थे। उन्हें संभवतः सरकारी आदेशों की जानकारी नहीं थी, इसलिए ये लोग मजार के पास इकट्ठा होने लगे। आगे मुस्तफा ने कहा कि झड़प के बाद शुक्रवार को लाल शाहबाज कलंदर मजार में पैरामिलिट्री जवानों को तैनात किया गया।