भारत के इंजीनियरिंग छात्रों के लिए बर्मिंघम यूनिवर्सिटी ने लॉन्च किया लैंग्वेज प्रोग्राम

भारत में इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स के लिए लंदन से एक अच्छी खबर सामने आई है। बर्मिंघम यूनिवर्सिटी 3 हफ्ते की ऑनलाइन फ्री ट्रेनिंग की शुरुआत करने जा रहा है। लेकिन खास बात यह है कि यह ट्रेनिंग भारतीय छात्रों के लिए होगी। जिससे देश के हजारों छात्र अपनी टेक्निकल इंग्लिश लैंग्वेज स्किल में सुधार कर सकते हैं।

priyankajoshi
Published on: 11 Oct 2017 7:30 AM GMT
भारत के इंजीनियरिंग छात्रों के लिए बर्मिंघम यूनिवर्सिटी ने लॉन्च किया लैंग्वेज प्रोग्राम
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लंदन: भारत में इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स के लिए लंदन से एक अच्छी खबर सामने आई है। बर्मिंघम यूनिवर्सिटी 3 हफ्ते की ऑनलाइन फ्री ट्रेनिंग की शुरुआत करने जा रहा है। लेकिन खास बात यह है कि यह ट्रेनिंग भारतीय छात्रों के लिए होगी। जिससे देश के हजारों छात्र अपनी टेक्निकल इंग्लिश लैंग्वेज स्किल में सुधार कर सकते हैं।

यूनिवर्सिटी की तरफ से जारी एक रिलीज में कहा गया कि फर्स्ट एयर के छात्रों के लिए यूनिवर्सिटी में मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स की शुरूआत की जाएगी।

ये है उद्देश्य

यूनिवर्सिटी की ओर से इस पहल का असली मकसद सेंसिंग, पॉवरिंग और कंट्रोलिंग कोर्स से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के उन स्टूडेंट्स को सपोर्ट करना है, जिन्हें इंजीनियरिंग के कई अहम शब्दों को इंग्लिश में सही तरीके से एक्सप्रेस करना नहीं आता। इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रिकल और सिस्टम इंजीनिरिंग के कॉन्सेप्ट में यह कोर्स सबसे ज्यादा कारगर है।

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नए छात्रों के लिए भी फायदेमंद

मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स से इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रिकल और सिस्टम इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स सीधे बर्मिंघम यूनिवर्सिटी से जुड़कर कई नई बातों को और इंजीनियरिंग स्किल्स को सीख सकते हैं। ये उन स्टूडेंट्स के लिए भी यह ट्रेनिंग कोर्स काफी जरूरी है, जो किसी भी स्ट्रीम से इंजीनियरिंग करने की इच्छा रखते हैं। उनके लिए फर्स्ट एयर में आने से पहले ही ऐसी ट्रेनिंग मिलना काफी खास बात है।

13 नवंबर से शुरू

स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के सीनियर लेक्चरर टिम जैक्सन इस पूरे ट्रेनिंग प्रोग्राम को लीड करेंगे। इसे कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड फिजिकल साइंसेज की तरफ से डेवलप किया गया है। यह 13 नवंबर से शुरू होने जा रहा है, जो कि तीन सप्ताह का कोर्स है।

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क्या कहना है जैक्सन का?

प्रोग्राम को लीड कर रहे प्रोफेसर जैक्सन का कहना है कि इस पूरे ट्रेनिंग प्रोग्राम को इंगलिश मे ही स्टूडेंट्स तक पहुंचाया जाएगा। जिससे धीरे-धीरे स्टूडेंट्स अपनी लैंग्वेज स्किल को डेवलप कर पाएंगे।

स्किल होगी डेवलप

बता दें, यह कोर्स उन स्टूडेंट्स के लिए सबसे अहम है, जिनकी फर्स्ट लैंग्वेज इंग्लिश नहीं है। इस कोर्स से वे स्टूडेंट्स अपनी इंग्लिश स्किल को एक नए लेवल पर लेकर जा सकते हैं। इसके अलावा इसमें उन्हें इंजीनियरिंग से जुड़े कई ऐसे नए शब्दों और बातों का भी उन्हें पूरा ज्ञान मिलेगा।

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इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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