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अभी-अभी बम धमाका! मारे गए बेकसूर, चुनाव के समय हुआ हमला
अफगानिस्तान में कोई भी ऐसा मौका जिसमें बड़ी भीड़ शामिल होती है उसमें धमाके ना हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। अफगानिस्तान में राष्टपति चुनावों के लिए मतदान चल ही रहा था कि बम धमाके शुरू हो गए। इन बम धमाको में करीब 15 लोग घायल हो गए हैं।
नई दिल्ली : अफगानिस्तान में कोई भी ऐसा मौका जिसमें बड़ी भीड़ शामिल होती है उसमें धमाके ना हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। अफगानिस्तान में राष्टपति चुनावों के लिए मतदान चल ही रहा था कि बम धमाके शुरू हो गए। इन बम धमाको में करीब 15 लोग घायल हो गए हैं। माना जा रहा है कि शनिवार को करीब 96 लाख मतदाता देश के नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान में भाग लेंगे। मतदान को लेकर तालिबान ने मतदान प्रक्रिया से लोगों को दूर रहने की धमकी दी है। लेकिन इसके बाद भी लाखों लोगों के नए राष्ट्रपति के मतदान में शामिल होने की उम्मीद है।
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बता दें कि अमेरिका और तालिबान में शांति वार्ता टूटने के बाद बढ़ी हिंसा के बीच अफगानिस्तान में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है। और मतदान प्रक्रिया के बीच में बम धमाके होने भी शुरू हो गए।
अफगानिस्तान में अमेरिका ने साल 2001 में तालिबान को सत्ता से हटाया था, उसके बाद से यहां चौथी बार राष्ट्रपति चुनाव हो रहे हैं। इस बार चुनाव मैदान में कुल 16 उम्मीदवार हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला मौजूदा राष्ट्रपति अशरफ गनी और अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह के बीच माना जा रहा है।
मीडिया एजेंसी के अनुसार, यह बम धमाका कंधार में एक पोलिंग स्टेशन के बाहर हुआ। जिसमें करीब 15 लोग घायल हो गए हैं। ये बम धमाका मतदान शुरू होने के दो घंटे बाद हुआ। धमाकें में घायल हुए लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके साथ ही पूरे देश में दूसरे मतदान केंद्रों पर भी कई छोटे धमाकों की जानकारी मिली है।
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96 लाख लोग डालेंगे वोट
राष्ट्रपति ने चयन के लिए अफगानिस्तान में इस बार करीब 96 लाख लोग वोट डालेंगे, जबकि इसकी आबादी करीब 3 करोड़ 50 लाख है। अफगानिस्तान में शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए देश में 72 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए है और 33 प्रांतों में 5373 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
मिली जानकारी में यह भी बताया जाता है कि 1.10 लाख चुनावकर्मी वोटिंग की प्रक्रिया को संपन्न कराएंगे। इस चुनाव मैदान में 16 प्रत्याशी हैं। नेशनल असेंबली या वोलेसी जिरगा की 249 सीटों और मेशरानो जिरगा की 102 सीटों पर मतदान हो रहे हैं।
इस चुनावी प्रक्रिया में वोलेसी जिरगा को निचला सदन जबकि मेशरानो जिरगा को उच्च सदन कहा जाता है। इन चुनावों में 144,146 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्री पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई है। मान जा रहा था कि अमेरिका और तालिबान के बीच कतर की राजधानी दोहा में चल रही शांति वार्ता किसी ठोस नतीजे पर पहुंचेगी। लेकिन इसके टूट जाने से अफगानिस्तान में एकबार फिर खून खराबे और आतंकी हमले बढ़ गए हैं।
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चुनाव का परिणाम 19 अक्तूबर को
गृह मंत्रालय के मुताबिक, देशभर में 72 हजार सुरक्षा बलों को मतदान केंद्रों की सुरक्षा में तैनात किया जाएगा। मतदान की तैयारी पूरी हो चुकी है, यह अब तक का सबसे साफ सुथरा राष्ट्रपति चुनाव होगा। इसके लिए चुनाव कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया है। चुनाव का परिणाम 19 अक्तूबर को आएगा। 50 फीसदी से ज्यादा मत पाने वाले उम्मीदवार को विजेता घोषित किया जाएगा।
मतदान को लेकर लोगों में उत्साह नहीं
मतदान को लेकर लोगों में बहुत ज्यादा उत्साह नहीं देखा जा रहा है। 29 साल के जवाद जाउलिस्तानी ने कहा, ‘बहुत कम संभावना है कि मैं शनिवार को मतदान करूं। मेरे मतदान करने से कोई बदलाव आएगा, इसकी मुझे उम्मीद नहीं दिखती। मतदान से मेरे और मेरे लोगों की जिंदगियों में कोई अहम बदलाव नहीं आने वाला है। हम लोग उम्मीद छोड़ चुके हैं।’
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