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Brazil New visa Rule: बिना वीजा एंट्री नहीं देगा ब्राजील
Brazil New visa Rule: एक संघीय पुलिस अधिकारी मारिन्हो दा सिल्वा रेजेंडे जूनियर ने एक रिपोर्ट जारी की थी जिसके अनुसार, पिछले साल की शुरुआत से गुआरूल्होस के हवाई अड्डे पर प्रवासियों के आने से "बड़ी अशांति" हो रही है।
Brazil New Visa Rule: अवैध प्रवासियों की बढ़ती संख्या से परेशान ब्राजील ने कहा है कि अब कुछ एशियाई देशों के लोगों को देश में बिना वीजा नहीं रुकने दिया जाएगा। अवैध प्रवासी ब्राजील का इस्तेमाल अमेरिका जाने के लिए रास्ते के रूप में करते हैं। अमेरिका जाने के लिए ब्राजील को रास्ता बनाने वाले लोगों से ब्राजील परेशान हो गया है। उसने अगले सप्ताह से कुछ एशियाई देशों के शरणार्थियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाना शुरू करेगा, जो दक्षिण अमेरिकी देश का प्रयोग अमेरिका और कनाडा की ओर पलायन के लिए कर रहे हैं। यह जानकारी न्याय मंत्रालय के प्रेस कार्यालय ने दी है।
यह कदम 26 अगस्त से लागू होगा और उन एशियाई प्रवासियों को प्रभावित करेगा जिन्हें ब्राजील में ठहरने के लिए वीजा की आवश्यकता है। संघीय पुलिस की एक जांच में पाया गया है कि ये प्रवासी अक्सर साओ पाउलो के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ठहराव के साथ फ्लाइट टिकट खरीदते हैं, लेकिन ब्राजील में ही रुक जाते हैं और वहां से अपनी यात्रा उत्तर की ओर शुरू करते हैं। पिछले साल एक रिपोर्ट आई थी कि अमेरिकी सीमा पर शरण मांगने वालों में भारतीयों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
एसोसिएटेड प्रेस को मिले आधिकारिक दस्तावेजों के अनुसार, हवाई अड्डे पर शरण मांगने वालों में से 70 फीसदी से अधिक भारतीय, नेपाली या वियतनामी नागरिक होते हैं। मंत्रालय ने कहा कि अगले सप्ताह से, जिन यात्रियों के पास वीजा नहीं है, उन्हें या तो हवाई जहाज से अपनी यात्रा जारी रखनी होगी या अपने देश वापस लौटना होगा।
रास्ता बन गया है ब्राजील
एक संघीय पुलिस अधिकारी मारिन्हो दा सिल्वा रेजेंडे जूनियर ने एक रिपोर्ट जारी की थी जिसके अनुसार, पिछले साल की शुरुआत से गुआरूल्होस के हवाई अड्डे पर प्रवासियों के आने से "बड़ी अशांति" हो रही है। दस्तावेज में कहा गया है कि सबूत बताते हैं कि अधिकांश प्रवासी साओ पाउलो से एक खतरनाक मार्ग का उपयोग कर रहे हैं, जो पश्चिमी राज्य एकरे की ओर जाता है। वहां से वे पेरू पहुंचते हैं और फिर मध्य अमेरिका होते हुए अमेरिका की दक्षिणी सीमा तक पहुंचते हैं। भारत में इसे डंकी मारना कहा जाता है।
जुलाई में समाचार एजेंसी एपी की एक जांच में पाया गया कि अमेजन से गुजरने वाले प्रवासियों में वियतनाम और भारत के लोग भी शामिल हैं। उनमें से तब कई एकरे लौट आए, जब अमेरिकी सीमा नीतियों के कारण वे अमेरिका में प्रवेश नहीं कर पाए।
हवाई अड्डे पर जमा हो रहे हैं विदेशी
ब्राजील के न्याय मंत्रालय ने कहा कि नए दिशा-निर्देश साओ पाउलो के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर वर्तमान में रह रहे 484 प्रवासियों पर लागू नहीं होंगे। ब्राजील के न्याय मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि साओ पाउलो का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा "फिर से उन विदेशी नागरिकों की भारी संख्या का सामना कर रहा है जो लताम एयरलाइन की उड़ानों से पहुंचते हैं और ब्राजील के इमीग्रेशन सिस्टम पर काम के अतिरिक्त बोझ के कारण जल्दी से बाहर नहीं निकल पाते हैं।"
न्याय विभाग ने कहा कि वह प्रवासियों को बुनियादी आवश्यकताएं प्रदान करने के लिए एयरलाइनों पर दबाव डालेगा, क्योंकि वे अपने शरणार्थी दर्जे के आवेदन के लिए इंतजार कर रहे हैं। साओ पाउलो के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक बैठक के बाद सरकारी वकील गिलहर्मे रोचा गोपफर्ट ने कहा, यह महत्वपूर्ण है कि हम जल्दी से इन शरण अनुरोधों पर निर्णय लें ताकि विदेशियों का बढ़ता आगमन हवाई अड्डे के संचालन को प्रभावित न करें।
शरणार्थियों के लिए खुला रहा है ब्राजील
एक दस्तावेज में कहा गया है कि इस साल 15 जुलाई तक ब्राजील की संघीय पुलिस को 9,082 शरण अनुरोध प्राप्त हुए। यह पिछले पूरे साल की तुलना में दोगुना है और एक दशक में सबसे अधिक है। ब्राजील ने ऐतिहासिक रूप से शरणार्थियों का स्वागत किया है। विशेष रूप से हाल के वर्षों में अफगानिस्तान से आए शरणार्थियों को बड़े पैमाने पर शरण दी गई है। लेकिन ब्राजील का इस्तेमाल अमेरिका में घुसने के लिए एक केंद्र के रूप में करने के लिए शरणार्थी दर्जा मांगने वाले प्रवासियों की रिपोर्टों ने सरकार में निराशा पैदा की है, खासकर उस समय जब हैती, सीरिया, अफगानिस्तान और यूक्रेन के कई लोग मानवीय वीजा मांग रहे हैं। सितंबर 2021 और अप्रैल 2024 के बीच ब्राजील ने अकेले अफगानों को 11,248 मानवीय वीजा जारी किए।
ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा ने जनवरी 2023 में अपने प्रशासन के शुरुआती दिनों में अपने देश को सुरक्षित, व्यवस्थित और नियमित प्रवासन के लिए वैश्विक संधि में वापस लाने का फैसला किया था। उनके प्रशासन ने मानवीय वीजा बनाए रखा है, लेकिन उनके लिए दिशा-निर्देश अधिक सख्त हो गए हैं।