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Physical Relation With Dead Bodies: 100 से ज्यादा लाशों के साथ सेक्स, अस्पताल का इलेक्ट्रीशियन 15 साल करता रहा ये घिनौना काम

Physical Relation With Dead Bodies: 15 साल तक 100 से अधिक लाशों के साथ यौन संबंध बनाए। अस्पताल का मैनेजमेंट भी इतना सुस्त और लापरवाह था कि वह इस जघन्य कृत्य को पकड़ ही नहीं पाया।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 1 Dec 2023 12:52 PM IST
man sex with dead bodies
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man sex with dead bodies (photo: social media )

Physical Relation With Dead Bodies: इंसान क्या नहीं कर सकता, कितना नीचे गिर सकता है, इसकी कोई सीमा नहीं है। ब्रिटेन में जो हुआ उससे यही पता चलता है।

तो सुनिए - ब्रिटेन में एक अस्पताल का इलेक्ट्रीशियन ने 15 साल तक 100 से अधिक लाशों के साथ यौन संबंध बनाए। अस्पताल का मैनेजमेंट भी इतना सुस्त और लापरवाह था कि वह इस जघन्य कृत्य को पकड़ ही नहीं पाया।

क्या था मामला

ब्रिटैन के एक अस्पताल में डेविड फुलर नामक इलेक्ट्रिशियन काम करता था। वह 2020 में तब पकड़ में आया जब पुलिस ने उसे 1987 में दो महिलाओं की हत्या से जोड़ने के लिए डीएनए जांच का इस्तेमाल किया। जांच के दौरान, पुलिस को उसके घर में यौन शोषण की लाखों तस्वीरें भी मिलीं। इन फोटो में दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड के उन दो अस्पतालों के मुर्दाघरों में महिलाओं और लड़कियों के शवों के साथ यौन संबंध बनाने के वीडियो शामिल थे, जहां वह काम करता था।

सरकार की जांच रिपोर्ट

ब्रिटिश सरकार द्वारा आदेशित रिपोर्ट में कहा गया है कि डेविड फुलर ने जो अपराध किए वे वास्तव में चौंकाने वाले थे। हालांकि, अस्पताल प्रबंधन, शासन, रेगुलेशन और प्रक्रियाओं की विफलताओं और निगरानी की लगातार कमी ने उस वातावरण के निर्माण में योगदान दिया जिसमें वह शवों का अपमान करने में सक्षम था।

हत्या के दो मामले

1987 में ट्यूनब्रिज वेल्स शहर में दो अलग अलग हमलों में वेंडी नेल (25) और कैरोलिन पियर्स (20) की हत्या के मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद, 69 वर्षीय फुलर आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। वह शवों के साथ सेक्स यानी नेक्रोफिलिया के दर्जनों मामलों को स्वीकार करने के बाद समवर्ती 12 साल की सजा भी काट रहा है। दो लड़कियों की हत्या के 33 साल बाद फुलर पकड़ा गया था।

कोई डर ही नहीं था

जांच में पाया गया कि फुलर ने 2005 और 2020 के बीच कम से कम 101 लड़कियों और महिलाओं के शरीर के खिलाफ 140 कांड किए। जिनमें सबसे छोटी उम्र 9 साल की थी और सबसे बड़ी उम्र 100 साल की थी। रिपोर्ट के अनुसार, प्रत्येक मामले में टाइम स्टैम्प फोटोग्राफिक या वीडियो साक्ष्य थे।

मामले के अभियोजक ने कहा कि ब्रिटिश अदालत में नेक्रोफिलिया का स्तर पहले कभी इस पैमाने पर नहीं देखा गया था। यह पता लगाने के लिए एक जांच शुरू की गई थी कि फुलर इतने लंबे समय तक कैसे बच पाया - और इस तरह के मामले दोबारा होने से कैसे रोका जा सके।

रिपोर्ट में कहा गया है कि फुलर बिना डरे अपने अपराधों को अंजाम देता था। वह ड्यूटी के दौरान ये काम करता था जब अन्य कर्मचारी मुर्दाघर में मौजूद होते थे। जांच में कहा गया है कि यह पता नहीं किया जा सका कि वह बिना पकड़े गए ड्यूटी के दौरान लाशों से रेप को कैसे अंजाम देने में सक्षम था।



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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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