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6-G Mobile Technology: चीन ने डेवलप की 6-जी मोबाइल टेक्नोलॉजी

6-G Mobile Technology: अभी दुनिया दूरसंचार (telecommunications) की 5-जी टेक्नोलॉजी (5G Technology) अपनाना शुरू कर रही है, वहीं चीन ने एक छलांग आगे लगाते हुए 6-जी टेक्नोलॉजी डेवलप कर लेने का ऐलान कर दिया है।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani LalPublished By Shashi kant gautam
Published on: 7 Jan 2022 5:47 PM IST
6-G Mobile Technology: China has developed 6-G mobile technology
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6-जी मोबाइल टेक्नोलॉजी: Photo - Social Media

New Delhi: अभी दुनिया दूरसंचार (telecommunications) की 5-जी टेक्नोलॉजी (5G Technology) अपनाना शुरू कर रही है, वहीं चीन ने एक छलांग आगे लगाते हुए 6-जी टेक्नोलॉजी डेवलप कर लेने का ऐलान कर दिया है। एक चीनी प्रयोगशाला ने कहा है कि उसने 6-जी मोबाइल टेक्नोलॉजी में सफलता हासिल कर ली है।

चीन में पर्पल माउंटेन लेबोरेटरीज (Purple Mountain Laboratories) नामक एक सरकार समर्थित संस्थान ने कहा है कि इसके मुख्य वैज्ञानिक प्रोफेसर यू शियाओहू के नेतृत्व में एक शोध दल ने पहली बार 206.25 गीगाबिट प्रति सेकंड की गति तक छठी पीढ़ी (6-जी) लेवल वायरलेस ट्रांसमिशन हासिल किया है।

इस परियोजना को 6-जी के लिए बनी एक विशेष सरकारी परियोजना द्वारा समर्थित किया गया था और इसे टेलीकॉम दिग्गज चाइना मोबाइल और फुडन यूनिवर्सिटी (Fudan University) के सहयोग से हासिल किया गया।

पर्पल माउंटेन स्टेटमेंट के अनुसार, प्रयोगशाला में डेटा ट्रान्सफर की जो स्पीड हासिल की गयी गति टेराहर्ट्ज़ फ़्रीक्वेंसी बैंड (300 गीगा हर्ट्ज़ से 3 टेरा हर्ट्ज़) के भीतर रीयल-टाइम वायरलेस ट्रांसमिशन के लिए एक विश्व रिकॉर्ड है। इसे भविष्य के 6-जी मोबाइल संचार के लिए आधार माना जाता है।

5-जी टेक्नोलॉजी को अभी कई देशों में लागू किया जा रहा है

6-जी वायरलेस संचार तकनीक वर्तमान 5-जी सेलुलर तकनीक की उत्तराधिकारी होगी। 5-जी टेक्नोलॉजी को अभी कई देशों में लागू किया जा रहा है। 5-जी डेटा को पिछले मानकों की तुलना में 20 गुना तेज गति से स्थानांतरित करने में सक्षम बनाता है। 5-जी को तेज डेटा दर, अल्ट्रा-लो लेटेंसी, ऊर्जा बचत, लागत में कमी, उच्च सिस्टम क्षमता और बड़े पैमाने पर डिवाइस कनेक्टिविटी प्रदान करने, उपभोक्ताओं के लिए नई स्मार्ट सेवाओं को सशक्त बनाने और एक औद्योगिक उन्नयन के लिए डिज़ाइन किया गया था।


दुनिया के देशों में अभी इस बात पर सहमति नहीं बनी है कि 6-जी की फ्रीक्वेंसी के लिए किन तकनीकी मानकों का इस्तेमाल किया जाए। ये तकनीकी मानक आवृत्तियों, सिग्नल मॉड्यूलेशन और तरंगों का समर्थन करेंगे। प्रमुख वैश्विक संचार मानक-सेटिंग संगठन 3जीपीपी ने अभी तक 6-जी के लिए किसी रोड मैप की घोषणा नहीं की है।

5-जी नेटवर्क उपकरण की अग्रणी प्रदाता चीनी दूरसंचार उपकरण निर्माता कंपनी हुआवेई टेक्नोलॉजीज कंपनी को उम्मीद है कि 6-जी तकनीक 2030 के आसपास बाजार में प्रवेश करेगी। उद्योग अनुसंधान समूह लाइट रीडिंग की एक रिपोर्ट के अनुसार, 5-जी उपकरण बनाने वाली एक अन्य अग्रणी कंपनी एरिक्सन का अनुमान है कि 2027 में 6-जी के लिए शुरुआती मानक जारी किए जा सकते हैं।

6-जी के बारे में हुआवेई ने पिछले साल सितंबर में कहा था कि - हम नहीं जानते कि अभी 6-जी क्या है। हालांकि उम्मीद की जाती है कि अगले दशक में हुआवेई टेलिकॉम उद्योग के साथ काम करके 6-जी की रूपरेखा बनाएगा।

धीमा है 5-जी का रोलआउट

चीन में दुनिया के सबसे ज्यादा 5जी बेस स्टेशन हैं। पिछले साल नवंबर तक, चीन ने देश भर में लगभग 1.4 मिलियन बेस स्टेशनों का निर्माण और संचालन किया था। हालाँकि, 5-जी सेवाओं का रोल-आउट धीमा रहा है। टेलिकॉम उद्योग अभी भी उच्च विकास और परिनियोजन लागत के कारण रोज़मर्रा के उपयोगकर्ताओं के लिए एक लोकप्रिय एप्लिकेशन बना नहीं पाया है। जब तक लोगों को अपने रोजमर्रा के काम के लिए 5-जी उपयोगी नहीं लगेगा तब तक उसकी स्वीकार्यता नहीं बनेगी।

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Shashi kant gautam

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