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China Taiwan War: ताइवान पर कभी भी चढ़ाई कर सकता है चीन

China Taiwan War: ताइवान के रक्षा मंत्री ने कहा है कि चीन की सेना ताइवानी इलाकों में अचानक घुसपैठ कर सकती है।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 9 March 2023 3:37 PM IST (Updated on: 9 March 2023 3:56 PM IST)
China Taiwan War
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चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग (Pic: Social Media)

China Taiwan War: ताइवान और चीन के बीच माहौल बहुत नाजुक स्थिति में पहुंच गया है। चीन जहां आक्रमक रुख अपनाये हुए है वहीं ताइवान जवाबी हमला करने की चेतावनी दे रहा है। ताइवान के रक्षा मंत्री ने कहा है कि चीन की सेना ताइवानी इलाकों में अचानक घुसपैठ कर सकती है। ताइवान ने आरोप लगाया है कि चीन ने इंटरनेट के समुद्री केबल काट दिए हैं जिससे संचार व्यवस्था छिन्न भिन्न हो सकती है। ताइवान इस समय अमेरिका के साथ बड़े पैमाने पर हथियार खरीद रहा है जिससे चीन बुरी तरह से भड़का हुआ है।

गंभीर चेतावनी

ताइवानी रक्षा मंत्री ने कहा है कि चीन की सेना ताइवान के क्षेत्रीय हवाई और समुद्री इलाके में घुसने का बहाना ढूंढ सकती है। उन्होंने चीन को चेतवानी देते हुए कहा कि घुसपैठ की किसी प्रकार की कोशिश पर हम तगड़ी जवाबी कार्रवाई करेंगे। ताइवान इससे पहले भी कई बार कह चुका है कि वह आत्‍मरक्षा के अधिकार का प्रयोग करेगा और अगर चीन की सेनाएं उसके इलाके में घुसीं तो वह जवाबी हमला करेगा।

अमेरिका का दखल

पिछले साल अगस्त में अमेरिकी संसद में निचले सदन की प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी ने ताइवान की यात्रा की थी। उनकी इस यात्रा के बाद से ताइवान और चीन के बीच तनाव बढ़ता चला गया। चीन ने नैन्सी पेलोसी की ताइपे यात्रा का विरोध करने के लिए अगस्त में ताइवान के पास युद्ध अभ्यास किया और ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने अमेरिका में वर्तमान हाउस स्पीकर केविन मैककार्थी से मिलने की योजना बनाई। ताइवान इस समय अमेरिका के साथ बड़े पैमाने पर हथियार खरीद रहा है जिससे चीन बुरी तरह से भड़का हुआ है।

दरअसल लोकतांत्रिक रूप से शासित ताइवान को चीन अपने क्षेत्र के रूप में देखता है। पिछले तीन वर्षों में तनाव इसलिए बढ़ गया है क्योंकि बीजिंग ने ताइवान को चीनी संप्रभुता स्वीकार करने के लिए राजनयिक और सैन्य दबाव बढ़ा दिया है।

आंतरिक मामला

उधर चीन का कहना है कि ताइवान का मसला चीन का आंतरिक मामला है। चीनी विदेश मंत्री किन गुआंग ने कहा है कि अमेरिकी अधिकारियों के लिए यह कहना "बेतुका" है कि ताइवान चीन का आंतरिक मामला नहीं है। उन्होंने कहा कि ताइवान का प्रश्न चीन के मूल हितों का मूल है। अमेरिका को चीन-अमेरिका संबंधों की लाल रेखा को पार नहीं किया जाना चाहिए। किन ने कहा कि चीन "शांतिपूर्ण पुनर्मिलन" के लिए काम करना जारी रखेगा, लेकिन वह सभी आवश्यक कदम उठाने का अधिकार सुरक्षित रखता है। उन्होंने कहा कि किसी को भी राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए चीनी सरकार और लोगों के दृढ़ संकल्प, दृढ़ इच्छाशक्ति और महान क्षमता को कभी कम नहीं आंकना चाहिए।

बातचीत की पेशकश

ताइवान की सरकार चीन के क्षेत्रीय दावों का दृढ़ता से विरोध करती है, हालांकि उसने बार-बार बीजिंग के साथ बातचीत की पेशकश की है, और कहती है कि केवल ताइवान के लोग ही अपना भविष्य तय कर सकते हैं।

Jugul Kishor

Jugul Kishor

Content Writer

मीडिया में पांच साल से ज्यादा काम करने का अनुभव। डाइनामाइट न्यूज पोर्टल से शुरुवात, पंजाब केसरी ग्रुप (नवोदय टाइम्स) अखबार में उप संपादक की ज़िम्मेदारी निभाने के बाद, लखनऊ में Newstrack.Com में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। भारतीय विद्या भवन दिल्ली से मास कम्युनिकेशन (हिंदी) डिप्लोमा और एमजेएमसी किया है। B.A, Mass communication (Hindi), MJMC.

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