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अमेरिका-चीन टकराव बढ़ा: गरमाया ताइवान मुद्दा, बाइडेन की धमकी पर ड्रैगन ने किया पलटवार

अमेरिकी राष्ट्रपति की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए चीन ने ताइवान को आंतरिक मामला बताया है। चीन पहले भी इस मामले को लेकर अमेरिका (America) को चेतावनी दे चुका है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 23 May 2022 5:06 PM GMT
Joe Biden-Xi Jinping
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शी-जिनपिंग- जो बाइडेन (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

US-China News: ताइवान के मुद्दे पर अमेरिका और चीन के बीच टकराव बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) की ओर से ताइवान को लेकर दी गई धमकी पर चीन (China) ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि अगर चीन की ओर से ताइवान (Taiwan) पर हमला किया जाता है तो उनका देश सैन्य हस्तक्षेप करने से पीछे नहीं हटेगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए चीन ने ताइवान को आंतरिक मामला बताया है। चीन के विदेश मंत्रालय (China Foreign Affairs Ministry) ने ताइवान को चीन का अविभाज्य हिस्सा बताते हुए कहा कि अमेरिका को यह समझ लेना चाहिए कि इस मामले में समझौते की कोई गुंजाइश नहीं है। चीन पहले भी इस मामले को लेकर अमेरिका (America) को चेतावनी दे चुका है।

अमेरिका मिलट्री एक्शन के लिए तैयार

जापान की राजधानी टोक्यो में हो रही क्वाड समिट में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा था कि यदि चीन की ओर से ताइवान पर हमला किया गया तो अमेरिका मिलट्री एक्शन लेने के लिए पूरी तरह तैयार है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने चेतावनी दी थी कि चीन को यह समझ लेना चाहिए कि ताइवान की सीमा पर घुसपैठ करने के साथ वह बड़ा खतरा मोल ले रहा है।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक बैठक के दौरान कहा कि हम वन चाइना पॉलिसी पर तैयार हुए हैं और चीन को यह कभी नहीं सोचना चाहिए कि वह बल प्रयोग के जरिए ताइवान पर कब्जा करने में कामयाब हो जाएगा। अगर चीन की ओर से यह कदम उठाया गया यह पूरी तरह गलत होगा और इससे क्षेत्र में अस्थिरता पैदा होगी। ऐसी स्थिति में अमेरिका भी मिलट्री एक्शन लेने के लिए तैयार है।

चीन बोला: राष्ट्रीय हितों की रक्षा करेंगे

अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से दी गई इस चेतावनी के बाद चीन भी भड़क गया है। चीन ने इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि अमेरिका भी यह समझ ले कि चीन अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने के लिए पूरी तरह तैयार है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि अमेरिका को यह ध्यान रखना चाहिए कि ताइवान चीन का अविभाज्य हिस्सा है।

ताइवान हमारे देश का आंतरिक मामला है और किसी दूसरे देश को इस मामले में किसी भी प्रकार का दखल नहीं देना चाहिए। चीन ने कहा कि हम संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के मुद्दे पर चीन किसी भी तरह का समझौता करने के लिए तैयार नहीं है। चीन के 1.4 अरब लोगों की संकल्प और इच्छाशक्ति को कम नहीं आंका जाना चाहिए।

रूस-यूक्रेन की तरह छिड़ सकता है युद्ध

चीन ताइवान को अपना हिस्सा जरूर बताता रहा है मगर दूसरी ओर ताइवान खुद को स्वतंत्र देव समानता है। ताइवान ने कई बार चीन की नीतियों के आगे न झुकने की बात कही है। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ने के बाद अब ताइवान को लेकर भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संकट खड़ा होने की आशंका पैदा हो गई है।

जानकारों का कहना है कि रूस की तरह चीन भी ताइवान पर हमला करके कब्जा करने की रणनीति अपना सकता है। यही कारण है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने चीन को सैन्य एक्शन लेने की सख्त चेतावनी दी है। ताइवान के मुद्दे को लेकर इसे दुनिया की दो बड़ी ताकतों के बीच बढ़ते टकराव के रूप में देखा जा रहा है।

अमेरिकी दल का ताइवान दौरा

अमेरिकी राष्ट्रपति ने चीनी मंशा को भांपते हुए हाल में एक उच्चस्तरीय बैठक भी की थी। इस बैठक के बाद एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल को ताइवान के दौरे पर भी भेजा गया था। अमेरिकी दल के ताइवान दौरे के बाद भी चीन ने तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए अमेरिका को चेतावनी दी थी। चीन का कहना था कि अमेरिका आग से खेलने की कोशिश कर रहा है मगर उसे यह नहीं पता कि वह इसमें खुद जलकर राख हो जाएगा। अब अमेरिका और चीन के बीच एक बार फिर ताइवान को लेकर तीखी बयानबाजी शुरू हो गई है।

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Shreya

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