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चीन की बेशर्मी: अपने सैनिकों का कर रहा अपमान, अंतिम संस्कार पर लगाई रोक

चीन अपने सैनिकों को शहीद का दर्जा देना तो दूर अंतिम संस्कार या पारिवारिक शोक सभा का आयोजन तक नहीं करने दे रहा। सूत्रों के मुताबिक, चीन की सिविल अफेयर्स मिनिस्ट्री ने गलवान घाटी में मारे गए चीनी सैनिकों के परिवारों को कहा है कि वो अंतिम संस्कार के पारंपरिक तरीके भूल जाएं।

Shivani
Published on: 14 July 2020 2:03 PM GMT
चीन की बेशर्मी: अपने सैनिकों का कर रहा अपमान, अंतिम संस्कार पर लगाई रोक
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लखनऊ: लद्दाख में गलवान में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुईं, जिसमें भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए। वहीं चीन ने अपने मारे गए सैनिकों की आज तक सही संख्या तक नहीं बताई। हाल तो ये हैं कि चीन ने अपने जवानों का अंतिम संस्कार तक करने से मना कर दिया। जानकारी के जिनपिंग सरकार ने गलवान में मारे गए चीनी सैनिकों के परिजनों से अंतिम संस्कार या किसी भी तरह का निजी आयोजन करने से मना किया है।

जिनपिंग सरकार ने चीनी सैनिकों का अंतिम संस्कार करने से रोका

भारत चीन के बीच लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर हुई झड़प में दोनों देशों के सैनिक शहीद हुए लेकिन अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसियों के मुताबिक, चीन अपने सैनिकों को शहीद का दर्जा देना तो दूर अंतिम संस्कार या पारिवारिक शोक सभा का आयोजन तक नहीं करने दे रहा। सूत्रों के मुताबिक, चीन की सिविल अफेयर्स मिनिस्ट्री ने गलवान घाटी में मारे गए चीनी सैनिकों के परिवारों को कहा है कि वो अंतिम संस्कार के पारंपरिक तरीके भूल जाएं।

इतना ही नहीं जवानों के परिवारों से कहा गया कि अगर अंतिम संस्कार करना है तो किसी सुनसान इलाके में जाकर करें। इसके बाद कोई शोक समारोह या निजी समारोह का आयोजन करने की भी अनुमति नहीं दी गयी।

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चीनी सैनिकों का अंतिम संस्कार गोपनीय रखने की वजह:

सरकार ने अंतिम संस्कार न करने को लेकर सैनिकों के परिवारों को लेकर वजह भी बताई। सरकार ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने के डर से अंतिम संस्कार करने से मना किया गया है। हालंकि कहा जा रहा है कि जिनपिंग सरकार नहीं चाहती की गलवान घाटी की घटना और सीमा पर मारे गए चीनी सैनिकों के बारे में देश में ज्यादा लोगों को पता चले। खबर को दबाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। बता दें कि इस घटना के बाद चीन की मीडिया ने भी गलवान विवाद को प्रमुखता से प्रकाशित-प्रसारित नहीं किया था।

गलवान झड़प चीनी नागरिकों से छिपा रहा चीन

दरअसल चीन को डर है कि अगर देश में या अंतरास्ट्रीय सोशल मीडिया तक गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के मारे जाने की सूचना फैली तो पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की फजीहत हो जाएगी।

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भारतीय जवानों के ससम्मान अंतिम संस्कार के वीडियो वायरल

ये भी कहा जा रहा है कि चीन के इस खबर पर इतना नियंत्रण करने के बाअद भी चीन में भारतीय जवानों की शहादत और ससम्मान अंतिम संस्कार के वीडियो वायरल हो गए हैं। जो चीनी सोशल मीडिया तक पहुँच गए। चीनी नागरिकों ने ये देख चीन के सैनिकों के बारे में बात करना भी शुरू कर दिया है।

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