TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

China Economic Growth: चीन की आर्थिक विकास गति में लगी रुकावट, साल की तीसरी तिमाही में दर्ज किया गया धीमापन

China Economic Growth: चीन वर्तमान में ऊर्जा संकट से जूझ रहा है जिसके चलते कारखाने के उत्पादन में गड़बड़ी के साथ ही कुछ क्षेत्रों में बिजली कटौती का भी कारण बन रहा है।

Rajat Verma
Report Rajat VermaPublished By Monika
Published on: 18 Oct 2021 4:15 PM IST
China Economic Growth: चीन की आर्थिक विकास गति में लगी रुकावट, साल की तीसरी तिमाही में दर्ज किया गया धीमापन
X

चीन की आर्थिक विकास गति में लगी रुकावट (सांकेतिक फोटो : सोशल मीडिया )

China Economic Growth: साल 2020 में चीन की जुलाई से सितंबर की तीसरी तिमाही की आर्थिक वृद्धि (economic growth ) दर उसी वर्ष की दूसरी तिमाही में चीन द्वारा दर्ज की गई 7.9 प्रतिशत की वृद्धि दर से बहुत धीमी थी। इस वर्ष 2021 में चीन की अर्थव्यवस्था (china ki arthvyavastha) में 4.9 फ़ीसद की वृद्धि हुई है (4.9 percentage increased ) जो कि 2020 की तीसरी तिमाही के बाद से चीन के आर्थिक विकास की सबसे कमजोर दर भी है (china weakest rate of economic growth) । वहीं दूसरी तरफ सकल घरेलू उत्पाद (Gross Domestic Products) में साल दर साल 4.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।

China Economic Growth: चीन वर्तमान में ऊर्जा संकट (china me urja sankat) से जूझ रहा है जिसके चलते कारखाने के उत्पादन में गड़बड़ी के साथ ही कुछ क्षेत्रों में बिजली कटौती का भी कारण बन रहा है। चीन में अचानक से इस समस्या के बढ़ने का कारण अनेक निर्माण परियोजनाओं के चलते बढ़ रही जीवाश्म ईंधन (Fossil Fuel) की मांग है। कुछ फैक्ट्रियों ने बिजली कटौती (factory me bijli katauti) के चलते अपने काम करने की शिफ्ट कम कर दी है । कोयले की कीमतों में भी रिकॉर्ड ऊँचाल देझ किया गया है। चीन में तैयार सामान की बढ़ोत्तरी तथा निर्यात में देरी ने चीन के छोटे निर्माताओं को भारी रूप से प्रभावित किया है, जिन्हें अब नगदी तक की कमी आ गयी है । जिसके चलते या तो अब वो उत्पादन में कटौती करने या फिर अपने आर्डर रदद् करने के लिए मजबूर हैं।

चीन फैक्ट्री (फोटो : सोशल मीडिया )

चीन की अर्थव्यवस्था पिछले कुछ महीनों में कई चुनौतियों से जूझ रही

चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (China's National Bureau of Statistics) के आंकड़े की मानें तो चीन की अर्थव्यवस्था पिछले कुछ महीनों में कई मुश्किल चुनौतियों से जूझ रही है।

उद्योगों और उनसे जुड़ी संपत्ति का चीन के सकल घरेलू उत्पाद में 30 फ़ीसद तक की भागीदारी है। निर्माताओं द्वारा ऐसी चूक संभावित तौर पर देश के विकास दर पर बेहद प्रभाव डाल रही है । इसके चलते देश में वित्तीय स्थिरता के विपरीत अधिक जोखिम पैदा हो सकता है।

सरकार ने सोमवार को ऊर्जा संकट के बारे में चिंताओं को कम करने और लोगों को इससे अवगत कराने के लिए इसी तरह की भाषा का इस्तेमाल किया।राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (National Bureau of Statistics) के प्रवक्ता फू लिंगहुई (Fu Linghui) ने इस विषय पर जानकारी देते हुए तथा जल्द ही मामले को काबू में करने की सांत्वना देते हुए कहा कि-"ऊर्जा की कम आपूर्ति सिर्फ एक चरण है तथा बिगड़ी अर्थव्यवस्था पर जल्द ही नियंत्रण लाया जा सकता है।"



\
Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

Next Story