×

चीन ने इस साल दक्षिण चीन सागर पर बढ़ाया नियंत्रण, अन्य देशों से विवाद का बना कारण

aman
By aman
Published on: 26 Dec 2017 5:27 AM GMT
चीन ने इस साल दक्षिण चीन सागर पर बढ़ाया नियंत्रण, अन्य देशों से विवाद का बना कारण
X
चीन ने इस साल दक्षिण चीन सागर पर बढ़ाया नियंत्रण, अन्य देशों से विवाद का बना कारण

गौरव शर्मा

बीजिंग: चीन ने दक्षिण चीन सागर में कब्जा किए गए द्वीपों का 2017 में विस्तार किया और वहां रडार सुविधाओं और हैंगर समेत अन्य सुविधाओं का निर्माण किया। बता दें, कि यह क्षेत्र 2,90,000 वर्गमीटर में फैला है। चीन का ऊर्जा से भरपूर दक्षिण चीन सागर के 90 फीसदी क्षेत्र पर दावा है, जिसे लेकर उसका देशों के साथ विवाद है। इसे देखते हुए चीन इस क्षेत्र में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ा रहा है।

नेशनल मरीन डेटा एंड इंफॉरमेशन सर्विस और पीपल्स डेली के ओवरसीज एडिशन द्वारा संयुक्त रूप से चलाए जा रहे वेबसाइट नानहाई डॉट हाईवाईनेट डॉट सीन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में 2017 में 2,90,000 वर्गमीटर क्षेत्र में निर्माण किया, जिसमें अंडरग्राउंड स्टोरेज, एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग्स, और बड़े रडारों की स्थापना शामिल है।

इस रिपोर्ट में कहा गया है, कि चीन ने दक्षिण चीन सागर के द्वीप समूह के क्षेत्र में अपना व्यापक रूप से विस्तार किया है। ताकि, उसके प्रभुत्व वाले क्षेत्रों में सैन्य रक्षा क्षमता बढ़ाई जा सके और उन द्वीप समूहों पर रहने वाले लोगों के जीवन स्तर में सुधार हो सके। गौरतलब है, कि दक्षिण चीन सागर से करीब 5,000 करोड़ डॉलर का समुद्री व्यापार होता है, जिस पर चीन के अलावा मलेशिया, ब्रुनेई, वियतनाम, फिलीपींस और ताइवान का भी दावा है।

विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया के संकट से चीन को फायदा हुआ है, क्योंकि अमेरिका उसे सुलझाने में व्यस्त हैं। वहीं, चीन विवादित क्षेत्र में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ा रहा है।

आईएएनएस

aman

aman

Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

Next Story