TRENDING TAGS :
चीन में गायब होते लोग: चीन में सब कुछ मुमकिन, अचानक गायब हो जाते हैं नामचीन लोग
चीन में गायब होते लोग: चीन में मशहूर लोगों के अलावा सामान्य जन भी गायब हो जाते हैं। ऐसे लोगों का या तो कभी पता नहीं चलता या फिर लम्बे समय बाद पता चलता है। लेकिन वे क्यों गायब हुये और कहां थे, ये कभी मालूम नहीं लग पाता।
Lucknow: चीन की टेनिस स्टार पेंग शुई (Chinese tennis star Peng Shui) अचानक गायब हो गई हैं। क्यों, कहां, कैसे - इन सभी सवालों का कोई जवाब नहीं है। पेंग शुई का मामला तो सबसे ताजा है। इसके पहले भी टॉप व्यवसायी, सेलेब्रिटीज़, राजनीतिक असंतुष्ट और अन्य लोग भी इसी तरह गायब होते रहे हैं। इन सभी गुमशुदगियों में एक चीज कॉमन रही है - इन सबने चीन के शीर्ष अधिकारियों को किसी न किसी रूप में नाराज किया था।
बीते 2 नवंबर को चीन की स्टार टेनिस खिलाड़ी और ग्रैंड स्लैम डबल्स चैंपियन पेंग शुई (Chinese tennis star Peng Shui) ने सोशल मीडिया साइट वेइबो पर एक लम्बी पोस्ट डाली जिसमें उन्होंने लिखा था कि तीन साल पहले चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (Chinese Communist Party) की शक्तिशाली पोलितब्यूरो स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य और पूर्व उप प्रधानमंत्री झांग गाओली ने उनके साथ जबरन सेक्स किया था। ये पोस्ट जल्द ही डिलीट कर दी गई लेकिन देखते देखते इसके स्क्रीन शॉट इंटरनेट पर वायरल हो गए। लेकिन उसी दिन से पेंग शुई गायब हो गई हैं और उनका कोई अतापता नहीं है। 35 वर्षीय पेंग विम्बलडन और फ्रेंच ओपन में डबल्स का खिताब जीत चुकी हैं और तीन ओलिम्पिक खेलों में भाग भी लिया है।
इसके पहले भी जैक मा जैसे बड़े उद्यमी और अभिनेत्री फैन बिंगबिंग समेत कई मशहूर लोग रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हो चुके हैं।
ई कॉमर्स कम्पनी अलीबाबा ग्रुप के संस्थापक जैक मा भी लापता हो गए
दुनिया की सबसे बड़ी ई कॉमर्स कम्पनी अलीबाबा ग्रुप (Alibaba Group) के संस्थापक जैक मा (jack ma) ने अक्टूबर 2020 में एक भाषण में चीन के नियामकों की आलोचना क्या की, उसके बाद से वे सिरे से लापता हो गए। दो महीने बाद वे एक वीडियो संदेश के जरिये सामने आए लेकिन अपनी अनुपस्थिति के बारे में कुछ नहीं बताया। उसके बाद से जैक मा सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आये हैं।
चीन की एक बड़ी अदाकारा फैन बिंगबिंग तीन महीने तक गायब रही थीं। बाद में पता चला कि उन पर टैक्स चोरी के लिए 130 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया गया है। लेकिन बिंगबिंग तबसे सामने नहीं आईं हैं।
चीन की उद्यमी दुआन वेइहोंग 2017 में लापता
चीन की उद्यमी दुआन वेइहोंग 2017 में लापता हो गई थीं। उनके पति डेस्मंड शुम ने कहा है कि चार साल से दुआन का कोई अतापता नहीं था लेकिन जब डेस्मंड ने चीनी इलीट वर्ग में व्याप्त भ्रष्टाचार के बारे में किताब लिखने की घोषणा की तो अचानक दुआन का फोन आया और उसने अपने पति से गुहार लगाई कि वह किताब प्रकाशित न करें। लयकीन दुआन कहां हैं, ये पता नहीं चल सका है।
चीन के एक बड़े रियल एस्टेट डेवलपर रेन झीकियांग ने कोरोना महामारी से निपटने के तरीकों के लिए प्रेसिडेंट शी जिनपिंग की आलोचना की थी। उसके बाद मार्च 2020 में वे सार्वजनिक जीवन से गायब हो गए। इसके काफी समय बाद रेन को भ्रष्टाचार के आरोपों में 18 साल जेल की सजा सुना दी गई।
जेनेटिक्स के एक शोधकर्ता हे जियानकुई ने हांगकांग में एक कांफ्रेंस में अपनी एक विवादास्पद रिसर्च की घोषणा की और उसके बाद वे एक साल तक गायब रहे। बाद में दिसंबर 2019 में उन पर बिना लाइसेंस के डॉक्टरी करने के आरोप लगे और सजा दे दी गई।
सामान्य जन भी चीन में गायब हो जाते हैं
मशहूर लोगों के अलावा सामान्य जन भी चीन में गायब हो जाते हैं। ऐसे लोगों का या तो कभी पता नहीं चलता या फिर लम्बे समय बाद पता चलता है। लेकिन वे क्यों गायब हुये और कहां थे, ये कभी मालूम नहीं लग पाता। दरअसल, चीन में अल्टीमेट पावर कम्युनिस्ट पार्टी के हाथ में है। बताया जाता है कि उसके आगे कानून भी नीचे हैं। प्रेस और सोशल मीडिया (social media) पर पार्टी का ऐसा कंट्रोल है कि किसी की गुमशुदगी पर कोई हल्ला नहीं होता और सवालों के कोई जवाब नहीं दिए जाते। 1949 में सत्ता में आने से पहले कम्युनिस्ट पार्टी ने तमाम विरोधियों को इन्हीं तरीकों से निपटाया था। ऐसे लोग बिना किसी सुराग के गायब हो जाते थे। बाद में 1966 से 76 तक की सांस्कृतिक क्रांति के दौरान अनेकों राजनेताओं, शिक्षाविदों और कलाकारों को बरसों तक बिना किसी आरोप के कैद करके रखा गया।
आज के समय में कम्युनिस्ट पार्टी का सेंट्रल कमीशन फ़ॉर डिसिप्लिन इंस्पेक्शन बड़े अधिकारियों के खिलाफ गंभीर आरोपों के मामलों को देखता है। ऐसे अधिकारी महीनों तक अचानक गायब हो जाते हैं। उनके बारे में सिर्फ एक लाइन का बयान जारी होता है कि नियम कायदों की गम्भीर अवहेलना के लिए उनकी जांच चल रही है। बाद में ऐसे लोगों को सख्त सजाएं सुना दी जाती हैं लेकिन न कभी ये बताया जाता कि मामला क्या था और न कभी सबूत सामने लाये जाते हैं।