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भारत आए दलाई लामा तो बौखलाया चीन, बदले अरुणाचल प्रदेश की 6 जगहों के नाम
हाल ही में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश के दौरे से नाराज चीन ने अपने नक्शे में अरुणाचल प्रदेश की छह जगहों के नाम बदल दिए हैं।
बीजिंग: हाल ही में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश के दौरे से नाराज चीन ने अपने नक्शे में अरुणाचल प्रदेश की छह जगहों के नाम बदल दिए हैं। इस बीच कांग्रेस ने चीन द्वारा अरुणाचल के 6 जगहों के नाम बदलने की घोषणा पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सूरजेवाला ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को चीन के खिलाफ सख्ती से कदम उठाने की जरूरत है।
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गौरतलब है कि चीन शुरू से ही अरुणाचल प्रदेश को 'दक्षिणी तिब्बत' बताकर इस पर अपना हक जमाता रहा है। हालांकि भारत इसका विरोध करता रहा है। भारत और चीन के बीच काफी समय से करीब 3,488 किमी के क्षेत्र पर विवाद बना हुआ है। यह क्षेत्र लाइन आॅफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) से लगता हुआ है। इसके अलावा अक्साई चीन के हिस्से पर भी दोनों देशों के बीच काफी समय से मतभेद है। 1962 के युद्ध के बाद से ही इस क्षेत्र पर चीन ने अपना कब्जा जमाया हुआ है। इस विवाद को सुलझाने के लिए अब तक करीब 19 बार वार्ता हो चुकी है।
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चीनी मीडिया के मुताबिक, इस कदम का उद्देश्य अरुणाचल प्रदेश पर चीन के दावे की पुष्टि करना है। चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स में बुधवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की सिविल अफेयर मिनिस्टरी ने 14 अप्रैल को एलान किया कि सेंट्रल गवर्नमेंट के नियमाें के तहत दक्षिणी तिब्बत की छह जगहों के नाम चीनी, तिब्बती और रोमन वर्णों में मानकीकृत कर दिए हैं। जिन्हें भारत अरुणाचल प्रदेश कहता है।
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चीन ने 6 जगहों का आधिकारिक नाम वोग्यैनलिंग (Wo'gyainling), मिला री (Mila Ri), क्वाइदेनगार्बो री (Qoidêngarbo Ri), मेनक्यूका (Mainquka), बूमो ला (Bümo La) और नामाकापुब री (Namkapub Ri) रखा है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कंग ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि अरुणाचल प्रदेश में छह स्थानों के चीनी नामों का मानकीकरण ‘वैध’ कार्रवाई है। उन्होंने कहा कि दलाई लामा की गतिविधियां भारत सरकार की चीन को लेकर की प्रतिबद्धता के खिलाफ है।
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