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रो रहे चीनी मुसलमान: लगातार हो रही बर्बरता, अब फ्रांस के संसद में प्रस्ताव हुआ पारित

China Uyghur Muslims: ओलंपिक खेलों के शुरू होने से ठीक पहले चीन में उइगुर मुसलमानों के साथ हो रहे बर्बरता के खिलाफ फ्रांस के संसद में प्रस्ताव हुआ पारित।

Bishwajeet Kumar
Published on: 20 Jan 2022 3:56 PM GMT
रो रहे चीनी मुसलमान: लगातार हो रही बर्बरता, अब फ्रांस के संसद में प्रस्ताव हुआ पारित
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प्रतीकात्मक तस्वीर

China Uyghur Muslims: भारत में मुसलमानों की स्थिति को लेकर हमेशा बयानबाजी करने वाला चीन अपने देश में मुसलमानों से हमेशा हैवानियत की तरह पेश आता है। चीन का यह चेहरा जग जाहिर है कि वह अपने देश में कोई उइगुर मुसलमानों के साथ कितना बर्बरता भरा सलूक करता है। चीन के हैवानियत वाले इसी रवैये के खिलाफ गुरुवार को फ्रांस के संसद में एक प्रस्ताव पारित हुआ है। इस प्रस्ताव के मुताबिक चीन अपने देश में कोई उइगुर मुसलमानों (Uyghur Muslim) के साथ जो बर्बरता करता है उसे अब नरसंहार करार दिया गया है।

गुरुवार को फ्रांस के संसद में विपक्षी सोशलिस्ट पार्टी की तरफ से एक प्रस्ताव पारित किया गया इस प्रस्ताव में कहा गया कि उइगुर मुसलमानों के साथ चीन में जो बर्बरता किया जा रहा है उसे अब नरसंहार माना जाएगा सोशलिस्ट पार्टी के इस प्रस्ताव को फ्रांस के राष्ट्रपति की पार्टी रिपब्लिकन ऑन द मूव ने भी समर्थन दिया।

गौरतलब है कि चीन में कुछ ही दिन बाद ओलंपिक खेलों का आयोजन होने वाला है ऐसे में फ्रांस की संसद में उइगुर मुसलमानों को लेकर पारित किए गए इस कानून के साथ ही अमेरिका ऑस्ट्रेलिया के बाद फ्रांस भी अब उन देशों के लिस्ट में शामिल हो जाएगा जिन्होंने चीन में उइगुर मुसलमानों के साथ हो रही बर्बरता के खिलाफ ओलंपिक खेलों के बहिष्कार करने का फैसला किया है।

चीन में मुसलमानों के साथ हो रही बर्बरता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि साल 2021 के अक्टूबर महीने में एक रिपोर्ट आया था। जिसमें ऑस्ट्रेलियन अखबार ने कहा था कि चीन से दुनिया में सबसे ज्यादा आर्गन ट्रैफिकिंग के मामलों का खुलासा हो रहा है। इस रिपोर्ट में बताया गया था कि चीन उइगुर मुसलमानों के लीवर को एक करोड़ से अधिक रुपए में बेच दे रहा है। गौरतलब है कि एक और रिपोर्ट में यह बात सामने आई थी कि चीन ने 2017 से 2019 के बीच एक लाख के करीब उइगुर मुसलमानों के आर्गन का ट्रैफिकिंग किया था। बता दें मौजूदा वक्त में अमेरिका, फ्रांस जैसे तमाम बड़े देश चीन में मुसलमानों के ऊपर हो रहे बर्बरता के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।

Bishwajeet Kumar

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