×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Bangladesh News: कौन हैं चिन्मय कृष्ण दास जिन्हें बांग्लादेश में राजद्रोह के आरोप में किया गया गिरफ्तार

Bangladesh News: इस्कॉन के सदस्य के रूप में, कृष्ण प्रभु दास बांग्लादेश में हिंदुओं के अधिकारों और सुरक्षा के लिए मुखर रहे हैं, वह हिन्दुओं पर हमलों और धार्मिक भेदभाव के खिलाफ बोलते रहे हैं।

Neel Mani Lal
Published on: 26 Nov 2024 4:58 PM IST
Chinmoy Krishna Das
X

 Chinmoy Krishna Das 

Bangladesh News: बांग्लादेश पुलिस ने चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया है। भारत ने इस पर सख्त आपत्ति जताते हुए उनकी तत्काल रिहाई की मांग की है। चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ कई रैलियाँ आयोजित की थीं। उन पर बांग्लादेश के झंडे के अपमान का आरोप है।

- चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी ‘बांग्लादेश सम्मिलित सनातन जागरण जोते’ समूह के सदस्य भी हैं।

- वह पहले इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) से जुड़े थे। वे इस्कॉन के प्रवक्ता भी रहे हैं। उन्हें जिन्हें कृष्ण प्रभु दास भी कहा जाता है।

- इस्कॉन के सदस्य के रूप में, कृष्ण प्रभु दास बांग्लादेश में हिंदुओं के अधिकारों और सुरक्षा के लिए मुखर रहे हैं, वह हिन्दुओं पर हमलों और धार्मिक भेदभाव के खिलाफ बोलते रहे हैं।

- कृष्ण दास ने हाल ही में लक्षित हमलों का सामना कर रहे हिंदुओं के लिए न्याय की मांग करते हुए एक बड़ी रैली का नेतृत्व किया था।

- कृष्ण दास तथा कई अन्य हिन्दुओं के खिलाफ राजद्रोह का मामला अक्टूबर में दर्ज किया गया था, जब उन्होंने चटगांव शहर में एक बड़ी रैली का नेतृत्व किया था। अन्य आरोपी हैं - अजय दत्त (34), लीला राज दास ब्रह्मचारी (48), गोपाल दास (38), कथक दास (40), इंजीनियर अमित धर (38), रोनी दास (38), राजीब दास (32) ), कृष्ण कुमार दत्त (52), जिकू चौधरी (40), न्यूटन डे (38), तुषार चक्रवर्ती (28), मिथुन डे (35), रूपन धर (35), रिमोन दत्त (28), सुकांत दास (28), विश्वजीत गुप्ता (42), राजेश चौधरी (28) और ह्रदय दास (25)।

क्या है आरोप

- 31 अक्टूबर को चटगांव शहर के चांदगांव मोहरा वार्ड में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के महासचिव फिरोज खान ने चिन्मय कृष्णा और 19 अन्य के खिलाफ कोतवाली पुलिस स्टेशन में देशद्रोह का मामला दर्ज कराया था । बाद में इसी मामले के सिलसिले में फिरोज खान को बीएनपी से बर्खास्त कर दिया गया था।

- फिरोज खान ने आरोप लगाया था कि 5 अगस्त को बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर हुए विद्रोह के बाद छात्रों और अन्य प्रदर्शनकारियों ने शहर के न्यू मार्केट चौराहे के पास जीरो प्वाइंट पर एक स्मारक स्तंभ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। 25 अक्टूबर को लालदिघी मैदान में बांग्लादेश सनातन जागरण मंच के बैनर तले एक भव्य रैली आयोजित की गई, जिसमें चटगाँव संभाग के विभिन्न क्षेत्रों से हज़ारों लोग शामिल हुए। उस दिन चंदन कुमार धर समेत नौ आरोपियों के उकसावे पर, शेष आरोपियों ने कथित तौर पर जीरो पॉइंट पिलर पर राष्ट्रीय ध्वज की जगह इस्कॉन धार्मिक समूह का भगवा रंग का धार्मिक झंडा फहराया। इस कृत्य से आम जनता में व्यापक आक्रोश फैल गया।



\
Shalini singh

Shalini singh

Next Story