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चीन में फिर फैल रहा कोरोना, यात्रा पर लगी पाबंदी, ग्वांगझू में लॉकडाउन लागू
Coronavirus: चीन में फिर से कोरोना की वापसी हो रही है। दक्षिणी प्रांत ग्वांगदोंग में कोरोना के 27 नए मामले मिले हैं।
Coronavirus: कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus Pandemic) के खिलाफ पूरी दुनिया बीते करीब एक साल से जंग लड़ रही है। इस वायरस की शुरुआत चीन (China) के वुहान प्रांत (Wuhan) से हुआ था, जिसके बाद धीरे धीरे यह बीमारी पूरी दुनिया में फैलती गई और महामारी का रूप धारण कर लिया। जो हर दिन और भयानक होती जा रही है।
जाहिर है कि कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत से ही चीन (China) पर इस वायरस को पूरी दुनिया में फैलाने के आरोप लगते हैं। अमेरिका (America) समेत कई देशों में खुलकर चीन को इस वायरस के लिए जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि अब तक चीन के खिलाफ कोई पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी बीते महीने चीन को इस मामले में क्लीन चीट दे दी थी।
चीन में फिर हो रही वायरस की वापसी
वहीं, कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर वुहान लैब की तरफ उठते संदेह के बीच चीन में एक बार फिर से कोविड-19 संक्रमण की वापसी हो रही है। चीन में अब कोरोना के नए मामले सामने आने शुरू हो गए हैं। जिसके बाद देश ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। साथ ही यात्रा पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।
इलाके में मिले कोरोना के कुल 27 नए मामले
मिली जानकारी के मुतिबक, चीन के दक्षिणी प्रांत ग्वांगदोंग में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले दर्ज किए गए हैं। जिसके बाद चीन ने सोमवार से यहां पर यात्रा प्रतिबंध लागू कर दिए गए हैं। साथ ही प्रांत की राजधानी ग्वांगझू में कई इलाकों में लॉकडाउन भी लगा दिया गया है। बताया गया है कि इस इलाके में कोविड-19 के कुल 27 नए मामले दर्ज किए गए हैं। माना जा रहा है कि ये मामले ज्यादा भी हो सकते हैं।
कोरोना के कुल 27 मामलों में से 20 स्थानीय जबकि सात बाहर के मामले बताए जा रहे हैं। इसके बाद प्रशासन ने सावधानी बरतते हुए लोगों को घरों के अंदर रहने के आदेश दे दिए हैं। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स की मानें तो ग्वांगझू के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया है कि इलाके में कोरोना तेजी से अपने पैर पसार रहा है। बता दें कि ग्वांगझू में कुल 1.50 करोड़ आबादी रहती है।
राजधानी में लगाई गई ये पाबंदियां
ग्वांगझू में तेजी से कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बाद यहां पर मार्केट प्लेस, चाइल्ड केयर सेंटर व मनोरंजन स्थल बंद कर दिए गए हैं। साथ ही स्कूलों और रेस्त्रां को भी बंद करने के आदेश दिए गए हैं। प्रांतीय सरकार के मुताबिक, सोमवार रात 10 बजे के बाद विमान, ट्रेन, बस या निजी कार से ग्वांगदोंग से जाने वाले लोगों को बीते 72 घंटे में कराई गई कोरोना की जांच रिपोर्ट दिखानी होगी।
वुहान लैब पर घेराबंदी से भड़का चीन
आपको बता दें कि कोरोना वायरस (Coronavirus) की उत्पत्ति को लेकर एक बार फिर चीन की घेराबंदी तेज हो गई है। इस वायरस के वुहान की लैब (Wuhan Lab) में पैदा किए जाने के दावे जोरशोर से किए जा रहे हैं। इस थ्योरी से परेशान चीन ने बीते दिनों अमेरिका पर हमला बोला। चीन के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका पर कॉन्सपिरेसी थ्योरी और गलत जानकारी फैलाने का बड़ा आरोप लगाया है।
चीन का कहना है कि हमने अपने देश में डब्ल्यूएचओ की टीम को जांच की इजाजत दी थी और यदि अमेरिका वाकई में पूरी पारदर्शिता चाहता है तो उसे भी हमारी तरह ही अपनी लैब्स के दरवाजे जांच के लिए खोल देने चाहिए। दरअसल वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के बाद अमेरिका और चीन में एक बार फिर वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया है। वॉल स्ट्रीट जनरल ने हाल ही में अमेरिकी खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के आधार पर चीन को ही वायरस के लिए गुनहगार ठहराया है।
वॉल स्ट्रीट जनरल के खुलासे के बाद वैश्विक स्तर पर एक बार फिर चीन की घेरेबंदी तेज हो गई है। इस घेरेबंदी का जवाब देते हुए चीन के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका पर बड़ा हमला बोला है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने वुहान की लैब से वायरस के लीक होने के दावे को पूरी तरह भ्रामक और गलत बताया है। चीन के प्रवक्ता ने कहा कि वुहान लैब की थ्योरी डब्ल्यूएचओ की जांच का अनादर करने वाली है।
चीन के प्रवक्ता ने कहा कि अगर अमेरिका पूरी तरह पारदर्शिता की नीति पर चलने का इच्छुक है तो उसे भी चीन की तरह अपनी लैब्स की जांच डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों से करानी चाहिए। फोर्ट डेटरिक का सैन्य बेस और अमेरिका की अन्य बायो लैब्स को जांच के लिए खोला जाना चाहिए।
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