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Covid BF 7 Variant: चीन के अस्पतालों में ठसाठस भरे मरीज, वृद्धों पर आफत

Covid BF 7 Variant: चीन की राजधानी बीजिंग में कोरोना इतना ज्यादा फैल गया है कि अस्पतालों में तिल रखने की जगह नहीं बची है। कोरोना के अधिकांश मरीज बुजुर्ग हैं।

Neel Mani Lal
Published on: 5 Jan 2023 9:29 AM GMT
coronavirus in china
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coronavirus in china (photo: social media )

Covid BF 7 Variant: चीन की राजधानी बीजिंग में कोरोना इतना ज्यादा फैल गया है कि अस्पतालों में तिल रखने की जगह नहीं बची है। कोरोना के अधिकांश मरीज बुजुर्ग हैं। बेड खाली न होने के कारण मरीजों को अस्पतालों के गलियारों में रखा गया है। यहां तक कि व्हीलचेयर में बैठा कर मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही है। अस्पताल में बेड हैं नहीं जबकि एंबुलेंस लगातार जरूरतमंदों को लाने में लगी हुईं हैं। चीन ने सटीक कोरोना डेटा जारी करना बंद कर दिया है। इसके चलते विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), जिसने चीन में पारदर्शिता की कमी पर बहुत नरम रुख अपनाया है, ने अब सीधे तौर पर चीनी सरकार को आड़े हाथों लिया है।

पूरी जानकारी नहीं

इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि चीन कोरोना के प्रकोप के बारे में सही सही नहीं बता रहा है। जेनेवा में डब्ल्यूएचओ के आपातकालीन निदेशक माइक रयान ने कहा - हमारा मानना है कि चीन से दी जाने वाली वर्तमान संख्या अस्पताल में प्रवेश के मामले में, आईसीयू में प्रवेश के मामले में, विशेष रूप से मृत्यु के संदर्भ में, बीमारी के वास्तविक प्रभाव को कम दर्शाती है। हमारे पास अभी भी पूरा डेटा नहीं है।"

मात्र 5258 मौतें

चीन दैनिक आधार पर कोरोना से केवल कुछ मुट्ठी भर मौतों की रिपोर्ट कर रहा है, जो महामारी शुरू होने के बाद से अब तक कुल 5,258 बताई गई हैं। कई अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों का मानना ​​है कि मौतों की वास्तविक संख्या बहुत अधिक है। ब्रिटेन स्थित स्वास्थ्य डेटा फर्म एयरफिनिटी ने पिछले सप्ताह भविष्यवाणी की थी कि लगभग 9,000 चीनी नागरिकों के प्रतिदिन कोरोना से मरने की संभावना है।

ग्रामीण क्षेत्रों में फैला वायरस

चीन में अब कोरोना वायरस प्रमुख शहरों से बाहर फैल रहा है। ऐसा लगता है कि पहली लहर का सबसे बुरा दौर बीजिंग और शंघाई जैसे शहरों में चरम पर है, जहां जीवन धीरे धीरे सड़कों पर लौट रहा है। लेकिन ग्रामीण इलाके पहले से ही प्रभावित हो रहे हैं, कुछ गाँवों में मरने वालों की संख्या बहुत अधिक है और अस्पताल भरे हुए हैं जहाँ कर्मचारी बीमार होते हुए भी काम कर रहे हैं।कुछ कारक कोरोना को चीन के ग्रामीण इलाकों में और भी विनाशकारी बना सकते हैं। सामान्य समय में भी, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं अपर्याप्त हैं, शहरी क्षेत्रों की तुलना में प्रति व्यक्ति क्रिटिकल केयर बेड की संख्या आधी से भी कम है और कर्मियों की भारी कमी है। हालांकि आधिकारिक तौर पर ग्रामीण आबादी औसतन युवा है, लेकिन युवा लोग काम की तलाश में शहरों की ओर पलायन करते हैं और गांव के गांव बूढ़े लोगों से भरे हुए हैं।

जिनपिंग का बयान

31 दिसंबर को अपने नए साल के संबोधन में, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सीधे तौर पर प्रकोप को स्वीकार करते हुए कहा - "हम अब कोरोना के एक नए चरण में प्रवेश कर चुके हैं जहाँ कठिन चुनौतियाँ बनी हुई हैं।" शी का बयान वास्तविकता के लिए एक दुर्लभ संकेत था जब जमीन पर पीड़ा और राज्य मीडिया के स्वर के बीच की खाई पहले से कहीं अधिक बड़ी लगती है। एक अनुमान बताता है कि चीन में एक दिन में 9,000 लोग मर रहे हैं।

नए वेरियंट का खतरा

विशेषज्ञों को डर है कि चीन के प्रकोप से कोई नया वेरिएंट सामने आएगा। चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के डेटा से अब तक इसका कोई संकेत नहीं मिलता है, लेकिन डब्ल्यूएचओ अधिक जानकारी के लिए बेताब है। इस बीच, चीन के अंदर वायरस के बारे में गलत जानकारी फैल रही है, जिसमें सरकार के दावों से लेकर पारंपरिक चीनी दवा उत्पादों के इस्तेमाल तक तरह तरह की बातें हो रही हैं।

Jugul Kishor

Jugul Kishor

Content Writer

मीडिया में पांच साल से ज्यादा काम करने का अनुभव। डाइनामाइट न्यूज पोर्टल से शुरुवात, पंजाब केसरी ग्रुप (नवोदय टाइम्स) अखबार में उप संपादक की ज़िम्मेदारी निभाने के बाद, लखनऊ में Newstrack.Com में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। भारतीय विद्या भवन दिल्ली से मास कम्युनिकेशन (हिंदी) डिप्लोमा और एमजेएमसी किया है। B.A, Mass communication (Hindi), MJMC.

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