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Coronavirus Fourth Wave: कोरोना की चौथी लहर की आहट, WHO ने कही ये बड़ी बात

Coronavirus Fourth Wave: ओमिक्रान के बाद एक नया वैरिएंट दुनिया को देखने को मिल सकता है जो कि ओमिक्रॉन वैरिएंट से अधिक तीव्र गति से फैलने वाला हो सकता है।

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Newstrack NetworkPublished By Vidushi Mishra
Published on: 28 Jan 2022 8:56 AM IST
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कोरोनावायरस चौथी लहर (फोटो-सोशल मीडिया)

Coronavirus Fourth Wave: पूरी दुनिया अभी ओमिक्रॉन के तीव्र अटैक से उबर भी नहीं पाई है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चौथी लहर के संकेत देते हुए कहा है कि ओमिक्रान के बाद एक नया वैरिएंट दुनिया को देखने को मिल सकता है जो कि ओमिक्रॉन वैरिएंट से अधिक तीव्र गति से फैलने वाला हो सकता है।

आपको बता दें कि कोविड-19 की पहली लहर उतनी घातक नहीं हुई थी जितनी समझी जा रही थी लेकिन इस महामारी की दूसरी लहर ने डेल्टा वैरिएंट के संस्करण के साथ दुनिया में भारी तबाही मचायी थी जिसमें अनगिनत लोगो की मौत हुई थी लेकिन तीसरी लहर में जैसा कि माना जा रहा था। ओमिक्रॉन वैरिएंट कहीं अधिक संक्रामक है बहुत तेजी से फैलेगा। वह आशंका सही साबित हुई आज ओमिक्रॉन वैरिएंट से आई महामारी की लहर अपने पीक पर पहुंच रही है।

चौथी लहर अधिक संक्रामक और मारक

लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि दुनिया भर के वैज्ञानिक मान रहे हैं कि ओमिक्रॉन वैरिएंट आखिरी नहीं है। आपको बता दें कि 2020 में एक रिसर्चर ने यह कहा था कि किसी भी महामारी की कम से कम छह लहर आती हैं।

उसने उस समय कुछ देशों की स्थिति का अध्ययन कर कहा था कि पहली लहर के बाद दूसरी लहर अधिक आक्रामक होगी और इसके बाद तीसरी लहर धीमी रहेगी लेकिन चौथी लहर अधिक संक्रामक और मारक होगी। उसके निष्कर्ष के अनुसार पांचवीं लहर और छठी लहर भी आएगी उसके बाद यह वायरस कमजोर पड़ेगा।

ओमिक्रॉन वैरिएंट आखिरी नहीं

अब दुनिया भर के अनुसंधान कर्ताओं का एक बार फिर मानना है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट आखिरी नहीं है। अभी इसके कई संस्करण आने बाकी हैं। ऐसे मे अनुसंधानकर्ताओं की राय यही है कि कोविड प्रोटोकाल के अंग के रूप में एन 95 मास्क का उपयोग फिलहाल अपरिहार्य है। वैज्ञानिकों को आशंका है कि भविष्य में आने वाला वैरिएंट कहीं अधिक तीव्र गति से फैलने वाला हो सकता है।

आपको बता दें कि डब्ल्यूएचओ की वैज्ञानिक मारिया वान केरखोव (Maria Van Kerkhove) का मानना है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के चलते कोविड मामलों में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। हालांकि उन्होंने ने कहा कि ओमिक्रॉन उतना खतरनाक नहीं रहा जितना कि कोविड के इससे पहले आए वेरिएंट रहे। इसके बाद उन्होंने चेतावनी देते हुए यह भी कहा है कि कोविड का भविष्य में आने वाला अगला वेरिएंट पहले आए वैरिएंट से कही अधिक खतरनाक हो सकता है। ऐसे में सतर्कता अपरिहार्य है।

Vidushi Mishra

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