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Coronavirus Update: नार्थ कोरिया में कोरोना का रहस्य बरकरार, किम जोंग दिखे बिना मास्क लगाए
Coronavirus Update: शुक्रवार से शनिवार के बीच "बुखार" के 186,090 नए मामले सामने आए।
Coronavirus update: नार्थ कोरिया में कोरोना विस्फोट की स्थिति रहस्य के घेरे में है। सरकारी मीडिया के अनुसार पहले रोजाना करीब दो लाख केस आ रहे थे जिनमें अब तेजी से उल्लेखनीय गिरावट आई है। नार्थ कोरिया ने अमेरिका और साउथ कोरिया की मदद की पेशकश पर भी पूरी तरह चुप्पी साध रखी है। यही नहीं, अभी तक देश में फैली बीमारी को "बुखार" का प्रकोप ही बताया जा रहा है।
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने कहा है कि शुक्रवार से शनिवार के बीच "बुखार" के 186,090 नए मामले सामने आए, 299,180 ठीक हुए और एक की मौत हुई। अगर ये सच है, तो यह आंकड़ा एक उल्लेखनीय गिरावट दिखाता है। पिछले एक हफ्ते से नार्थ कोरिया हर दिन "बुखार के मामलों" के 200,000 से अधिक की रिपोर्ट कर रहा था जिसने 25 लाख से अधिक लोगों को संक्रमित किया है और 67 लोगों की मौत हो गई है। ये आधिकारिक आंकड़ा है। हालांकि, उत्तर कोरिया के अंदर स्वतंत्र रिपोर्टिंग की कमी को देखते हुए, आंकड़ों को सत्यापित करना मुश्किल है और देश की कोविड रिपोर्टिंग पर लंबे समय से व्यापक संदेह व्यक्त किया जाता रहा है। देश की असली स्थिति के बारे में सिर्फ अटकलें ही लगाई जा सकती हैं।
चीन ने उत्तर कोरिया को मदद करने का वचन दिया
इस महीने की शुरुआत में मौजूदा प्रकोप की घोषणा से पहले, उत्तर कोरिया ने अपने को कोरोना-मुक्त होने का दावा किया था। ढाई करोड़ की आबादी वाले इस देश में इस महीने की शुरुआत में बुखार का प्रकोप विस्फोटक रूप से हुआ था। लेकिन अब स्थिति बदली हुई बताई जा रही है। उत्तर कोरिया ने किसी भी कोरोना वायरस टीके का आयात नहीं किया है और उसने पिछले साल चीन से सिनोवैक वैक्सीन की लगभग तीन मिलियन खुराक प्रदान करने के प्रस्तावों को ठुकरा दिया था।
दक्षिण कोरियाई सरकारी अधिकारी के अनुसार, सोमवार को उत्तर कोरिया के तीन मालवाहक विमानों ने चीन के लिए उड़ान भरी और वापस लौट गए। यह ज्ञात नहीं है कि विमान क्या ले जा रहे थे, लेकिन दुर्लभ यात्रा तब हुई जब चीन ने उत्तर कोरिया को कोरोना के प्रकोप में मदद करने का वचन दिया हुआ है।
'नार्थ कोरिया कोरोना समस्याओं के बारे में खुलापन नहीं लाना चाहता'
इस बीच साउथ कोरिया की यात्रा पर गए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि अमेरिका ने भी उत्तर कोरिया को टीके उपलब्ध कराने की पेशकश की थी, लेकिन उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शायद कोरोना प्रतिबंधों की वजह से नार्थ कोरिया ने बातचीत के प्रस्तावों पर प्रतिक्रिया नहीं दी है। कुछ विश्लेषकों ने कहा है कि नार्थ कोरिया शायद अपनी कोरोना समस्याओं के बारे में अचानक खुलापन नहीं लाना चाहता है।
इस बीच किम जोंग-उन नार्थ कोरिया के एक शीर्ष अधिकारी के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। सरकारी मीडिया में दिखाया गया कि किम जोंग ने ताबूत को ले जाने में मदद की।
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने कहा कि किम ने रविवार को कोरियाई पीपुल्स आर्मी मार्शल ह्योन चोल-हे के अंतिम संस्कार में भाग लिया, जिन्होंने 2011 में कथित तौर पर किम के पिता किम जोंग-इल की मृत्यु से पहले उन्हें देश के अगले नेता के रूप में तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
मीडिया की तस्वीरों में किम जोंग-उन को बिना मास्क लगाए दिखाया गया। जबकि अन्य लोग मास्क पहने हुए थे। ताबूत को कब्र में उतरते वक्त कई सैनिकों ने सलामी दी। इस दौरान कई अधिकारी भी मौजूद थे। मीडिया के अनुसार मार्शल ह्योन को श्रध्दांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में सैनिक और नागरिक सड़कों पर खड़े थे।