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Omicron Variant: कोरोना का नया वेरिएंट बना बच्चों के लिए खतरा? वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी
Coronavirus Omicron Variant: कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर दुनियाभर की चिंता बढ़ी हुई है। भारत में भी इस संस्करण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस बीच वैज्ञानिकों ने एक और चेतावनी दी है।
Coronavirus Omicron Variant: कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) को लेकर दुनियाभर की चिंता बढ़ी हुई है। भारत में भी इस संस्करण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वैज्ञानिकों ने चेतावनी भी दी है कि ओमिक्रॉन भारत में तीसरी लहर (Corona Ki Teesri Leher) की वजह बन सकता है। ऐसे में एक बार फिर से बच्चों की सेहत को लेकर पैरेंट्स को डर सताने लगा है। जाहिर है कि डॉक्टरों की तरफ से इससे पहले कहा गया था कि कोविड-19 थर्ड वेव (Covid-19 Third Wave) में सबसे ज्यादा बच्चे चपेट में आ सकते हैं। अब नई चेतावनी से एक बार फिर से डर का माहौल बनने लगा है।
इन सभी आशंकाओं के बीच दुनियाभर के डॉक्टरों और हेल्थ एक्सपर्ट्स ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) को एक क्लीनिकल रिपोर्ट सौंपी है। जिसमें कहा गया है कि दक्षिण अफ्रीका में 2 साल से ऊपर के उम्र वाले बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या बढ़ी है। पता हो कि दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में ही सबसे पहले ओमिक्रॉन वेरिएंट का मामला (Omicron Variant Ka Pehla Mamla) सामने आया था। अब यहां पर भर्ती होने वाले छोटे बच्चों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह माना जा रहा है कि बच्चों के लिए यह वेरिएंट खतरे की घंटी है।
बच्चों में तेजी से फैल रहा कोरोना
अभी एक दिन पहले ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के यूरोप ऑफिस ने बताया था कि 5 से 14 साल के बच्चों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है। यूरोप के कई देशों में बच्चों में संक्रमण के मामलों में दो से तीन गुना वृद्धि हुई है। हालांकि बच्चों में फिलहाल कम गंभीर लक्षण देखे जा रहे हैं। इसकी जानकारी WHO यूरोप के रीजनल डायरेक्टर डॉ. हैंस क्लूज ने दी है। इसके अलावा बताया गया है कि व्यस्कों में भी ओमिक्रॉन के फिलहाल मामूली लक्षण ही देखे गए हैं।
आपको बता दें कि नवंबर में ओमिक्रॉन का पहला मामला (Omicron Variant First Case) दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में पाया गया। इसके बाद से अब तक दुनियाभर के 29 देशों में इस वेरिएंट की एंट्री हो चुकी है और 432 मामले सामने आए हैं। साउथ अफ्रीका में बच्चों में भी संक्रमण के मामले पहले से बढ़ गए हैं। दक्षिण अफ्रीका के मामले में WHO के ग्रुप ऑफ एक्सपर्ट ने कहा यहां गुआंगटेंग प्रोविंस में मामले बढ़े हैं। एसजीन टार्गेट फेलियर का एनालिसिस इस हफ्ते तक हो जाएगा। लेकिन जिस तरह से मामले बढ़ रहे हैं, उनको बिल्कुल भी अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए। यहां पर पूरी तैयारी रखें।
आईएमए ने भी चेताया
भारत में भी ओमिक्रॉन संस्करण (Omicron Variant Cases In India) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसे लेकर सरकार और स्वास्थय विभाग (Health Department) पूरी तरह से अलर्ट है। इस बीच IMA ने भी ओमिक्रॉन को लेकर भारत को आगाह (Omicron Variant Alert) किया है। आईएमए की रिपोर्ट (IMA Report) में कहा गया है कि देश में एक बार फिर से पहले जैसी स्थिति वापस आ सकती है। अगर इस पर काबू नहीं पाया गया तो यह तीसरी लहर साबित हो सकती है। दक्षिण अफ्रीका की स्थिति को देखते हुए आईएमए ने सभी स्कूल और कॉलेजों को कोरोना प्रोटोकॉल (Corona Protocol) का पालन करने को कहा है। साथ ही सभी को कोविड वैक्सीनेशन (Covid Vaccination) करवाने की सलाह दी है।
भारत में बच्चों के टीका का इंतजार
जाहिर है कि अभी भारत में 18 साल से ऊपर की उम्र वालों का टीकाकरण (Corona Tikakaran) किया जा रहा है। देश में बच्चों के लिए वैक्सीन (Bacho Ke Liye Vaccine) कब तक आएगी, इसका इंतजार हर माता पिता कर रहे हैं। ताकि अन्य की तरह बच्चों को भी महामारी से सुरक्षा कवज दिया जा सके। जायडस कैडिला के जायकोव डी (ZyCoV D) वैक्सीन को सिंतबर में मंजूरी दे भी दी गई थी। वहीं, एक्सपर्ट कमेटी ने कोवैक्सिन को दो साल से ऊपर के बच्चों के टीकाकरण के लिए इस्तेमाल करने की इजाजत मांगी है। लेकिन ड्रग रेगुलेटर की ओर से इसे मंजूरी नहीं मिली है। ऐसे में अभी भी देश में बच्चों के टीके का इंतजार किया जा रहा है।
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