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ओ तेरी! अपराध न होने से सिंगापुर पुलिस के पास काम नहीं

Rishi
Published on: 25 Aug 2017 11:58 AM GMT
ओ तेरी! अपराध न होने से सिंगापुर पुलिस के पास काम नहीं
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भारत जहां बढ़ते अपराधों से परेशान है तो वहीं सिंगापुर में क्राइम न होने से वहां की पुलिस के पास ज्यादा काम ही नहीं रहता। भारत में जहां एक ओर अखबार रोज हत्या, बलात्कार व लूट आदि की घटनाओं से भरे रहते हैं वहीं हाल के दिनों में सिंगापुर पुलिस के पास जो सबसे बड़ा केस आया है वह है बस की सीट पर टूथपिक लगाने वाले को खोजना। इसी से समझा जा सकता है कि वहां अपराधों की क्या स्थिति है और पुलिस क्यों हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है।

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दुनिया में सबसे कम अपराध सिंगापुर में होता है। ऐसे में पुलिसवालों को खाली समय छोटे-मोटे केस निपटाने होते हैं। इस समय सिंगापुर पुलिस को एक 60 साल के आदमी की तलाश है जिसने बस की सीट पर तीन टूथपिक लगा दिए थे। सीसीटीवी फुटेज से उस आदमी की पहचान की गई। फिलहाल उसकी गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो सकी है। यह मामला भी फेसबुक के जरिये सामने आया। एक लडक़ी ने पोस्ट लिखा कि दोस्तों, अगली बार जब भी बस की सीट पर बैठना तो एक बार चेक जरूर करना।

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लडक़ी ने ऐसा इसलिए लिखा क्योंकि वह जिस सीट पर बैठने जा रही थी, उस पर पहले से किसी ने तीन टूथपिक लगा रखी थी। यह पोस्ट वायरल हो गयी और इसे ढाई हजार से ज्यादा बार शेयर किया गया। पुलिस ने जानकारी मिलते ही आरोपी की तलाश शुरू कर दी। जानकारों के अनुसार जिस व्यक्ति ने यह हरकत की उसे दो साल की सजा मिलेगी। साथ ही जुर्माना भी भरना होगा। सिंगापुर में इससे पहले जो केस चर्चा में आया था वह दो साल पहले का था। उस समय एक स्मोकर ने फ्लैट की खिडक़ी से सिगरेट बाहर फेंक दी थी। उस पर भारी जुर्माना लगाया गया था।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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