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हथियारों की खरीद में भारत को पछाड़कर ये देश बना नंबर वन: रिपोर्ट
हथियारों की वैश्विक स्तर पर खरीद के मामले में भारत को पीछे छोड़कर अब सऊदी अरब शीर्ष पर काबिज हो गया है। करीब आठ साल बाद भारत को पछाड़कर सऊदी हथियारों का आयात करने वाला दुनिया का सबसे बड़ा देश बना गया है।
नई दिल्ली: हथियारों की वैश्विक स्तर पर खरीद के मामले में भारत को पीछे छोड़कर अब सऊदी अरब शीर्ष पर काबिज हो गया है। करीब आठ साल बाद भारत को पछाड़कर सऊदी हथियारों का आयात करने वाला दुनिया का सबसे बड़ा देश बना गया है।
ताजा जारी रिपोटर्स में यह कहा गया है कि एक दशक से युद्धक सामग्री खरीद के मामले में भारत ने पहला स्थान गवां दिया है। सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया है।
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स्वीडन स्थित थिंक टैंक स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की वार्षिक रिपोर्ट में 'ट्रेंड्स इन इंटरनेशनल आर्म्स ट्रांसफर्स-2018' शीर्षक के अंतर्गत कहा गया कि 2014-18 के दौरान भारत प्रमुख हथियारों का दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा आयातक था। भारत का आयात कुल वैश्विक आयात के 9.8% था।
यह मूल्यांकन पांच साल कि अवधि (2014-2018) के लिए किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 13% आयात के साथ पिछले साल (2013-2017 की अवधि के लिए) भारत हथियारों का सबसे बड़ा आयातक था।
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SIPRI ने हथियारों की डिलेवरी में देरी को भारत के पिछड़ने का कारण माना है। रिपोर्ट में कहा गया, "विदेशी आपूर्तिकर्ताओं द्वारा हथियार की डिलेवरी में देरी के कारण 2009-13 और 2014-18 (पांच साल के दो ब्लॉक) में आयात में 24% की कमी आई। 2001 में रूस से लड़ाकू विमान और 2008 में फ्रांस से सबमरीन का ऑर्डर दिया गया था।"
2011-2015 के बीच पांच साल की अवधि के दौरान अमेरिका, रूस, फ्रांस, जर्मनी और चीन हथियारों के सबसे बड़े निर्यातक थे। अमेरिका और रूस अब तक के सबसे बड़े निर्यातकों में से हैं। हथियारों की बिक्री में अमेरिका का 36% और रूस का 21% हिस्सा है।
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