TRENDING TAGS :
Earthquake: नेपाल से लेकर अफगानिस्तान तक फिर हिली धरती, दहशत में लोग
Earthquake: नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, रविवार तड़के फैजाबाद में 4.5 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप फैजाबाद से लगभग 328 किमी पूर्व में 10 किमी की गहराई में आया। फिलहाल दोनों देशों से किसी प्रकार की जनहानि की कोई खबर नहीं है।
Earthquake: रविवार सुबह तड़के नेपाल से लेकर अफगानिस्तान तक एकबार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। दोनों ही देशों में भूकंप भारी तबाही मचा चुकी है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने कहा कि नेपाल में आज तड़के रिक्टर स्केल पर 3.6 तीव्रता का भूकंप आया। इससे पहले शनिवार को भी 4.2 तीव्रता का आफ्टर शॉक रिकॉर्ड किया गया था।
वहीं, अफगानिस्तान में भी एकबार फिर धरती डोली। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, रविवार तड़के फैजाबाद में 4.5 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप फैजाबाद से लगभग 328 किमी पूर्व में 10 किमी की गहराई में आया। फिलहाल दोनों देशों से किसी प्रकार की जनहानि की कोई खबर नहीं है। लेकिन लोगों में काफी दहशत है। वे डर के साये में जी रहे हैं।
नेपाल में जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन
पड़ोसी देश नेपाल में बीते शुक्रवार को देर रात शक्तिशाली भूकंप आया। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.4 मापी गई थी। इस भूकंप ने देश में भयानक तबाही मचाई है। नेपाली मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 157 लोग मारे जा चुके हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, मलबे में कई और लोगों के दबे होने की आशंका है। ऐसे में मृतकों के आंकड़े के बढ़ने की पूरी संभावना है। भूकंप से सैंकड़ों घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
सबसे अधिक तबाही जाजरकोट और रुकुम पश्चिम जिले में मची है। दोनों ही जगहों पर नेपाली सेना बचाव अभियान चला रही है। नेपाल की सरकार ने रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए 6 करोड़ 30 लाख नेपाली रूपये का फंड जारी किया है। प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने प्रभावित इलाकों का दौरा कर बताया कि काफी नुकसान हुआ है। युद्धस्तर पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है। शुक्रवार देर रात आए भूकंप के झटके उत्तर भारतीय राज्यों में भी महसूस किए गए थे।
अफगानिस्तान में भी मची है तबाही
तालिबान शासित अफगानिस्तान में बीते माह भूकंप ने भयानक तबाही मचाई। हाल के दिनों में इस इस्लामिक देश में लगातार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। अक्टूबर में ईरान सीमा के नजदीक स्थित हेरात प्रांत में आए शक्तिशाली भूकंप ने लाशें बिछा दीं। तालिबान सरकार ने 4 हजार से अधिक लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। गांव के गांव तबाह हो चुके हैं। हजारों घर नष्ट हो चुके हैं। संसाधन की कमी से जूझ रहे इस देश में बचाव अभियान की गति भी काफी धीमी है। तालिबान ने विदेशी सरकारों से मदद की गुहार लगाई है।