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Earthquake in Indonesia: भूकंप के तेज झटकों से सहमा इंडोनेशिया, रिक्टर स्केल पर मापी गई 6.7 की तीव्रता
Earthquake in Indonesia: राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, मंगलवार को इंडोनेशिया के तलौद द्वीप समूह में रिक्टर पैमाने पर 6.7 तीव्रता का भूकंप आया।
Earthquake in Indonesia: बीते साल की तरह इस साल भी भूकंप का सिलसिला जारी है। नए साल के पहले दिन आईलैंड कंट्री जापान में भूकंप ने कहर बरपाया था। अब इंडोनेशिया में तेज झटके महसूस किए गए हैं। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, मंगलवार देर रात 02 बजकर 18 मिनट 47 सेकंड पर इंडोनेशिया के तलौद द्वीप समूह में रिक्टर पैमाने पर 6.7 तीव्रता का भूकंप आया। ये भूकंप के झटके 80 किमी गहराई में महसूस किए गए हैं। हालांकि, अभी तक किसी प्रकार की जनहानि की कोई सूचना नहीं है।
बता दें कि इंडोनेशिया भी दुनिया के उन देशों में शामिल है, जहां अक्सर भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं। पिछले हफ्ते ही गुरूवार को देश के बलाई पुंगुट में इतनी ही तीव्रता का भूकंप मापा गया था। इस भूकंप की गहराई 221.7 किमी दर्ज की गई थी। गनीमत ये रही कि इस दौरान भी जानमाल को किसी प्रकार की हानि नहीं पहुंची।
जापान में आया था विनाशकारी भूकंप
2023 में दुनिया ने तुर्किये, सीरिया, अफगानिस्तान, मोरक्को, चीन और नेपाल में विनाशकारी भूकंप था। 2024 की शुरूआत यानी 1 जनवरी को दुनिया ने जापान में भूकंप को कहर बरपाते देखा। विश्व के विकसित देशों में शुमार जापान में डेढ़ घंटे के अंदर 4.0 या उससे ज्यादा तीव्रता वाले भूकंप के 21 झटके महसूस किए गए थे। इनमें से एक एक भूकंप की तीव्रता 7.6 मापी गई। भूकंप ने देश में भीषण तबाही मचाई थी। कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। इन भूकंप के बाद जापान में सुनामी का अलर्ट जारी कर दिया गया। इसके अलगे ही दिन भारत के लद्दाख और म्यांमार में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
क्यों आता है भूकंप ?
पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब अधिक दवाब बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती है और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
रिक्टर स्केल और भूकंप की तीव्रता का संबंध
0 से 1.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर केवल सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है। 2 से 2.9 रिक्टर स्केल का भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है। 3 से 3.9 रिक्टर स्केल का भूकंप आने पर कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए ऐसा महसूस होता है। 4 से 4.9 रिक्टर पैमाने का भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं। 5 से 5.9 रिक्टर स्केल का भूकंप आने पर फर्नीचर हिल सकता है। 6 से 6.9 तीव्रता का भूकंप आने पर इमारत की नींव दरक सकती है। 7 से 7.9 तीव्रता का भूकंप आने पर इमारतें जमींदोज हो सकती हैं और जमीन के नीचे बिछे पाइप फट सकते हैं। 8 से 8.9 तीव्रता का भूकंप आने पर बड़ी से बड़ी इमारतें और विशाल पुल भी ढ़ह सकते हैं। 9 और उससे ज्यादा की तीव्रता वाले भूकंप का मतलब है संपूर्ण तबाही। अगर किसी समंदर के किनारे इतनी तीव्रता वाला भूकंप आता है तो सुनामी आ जाएगा।